RJD : लालू यादव की पार्टी और परिवार में बढ़ा कलेश, तेजस्वी के बुलावे पर भी अहम बैठक में भी नहीं आए तेजप्रताप
RJD : राष्ट्रीय जनता दल के विधायकों की यह बैठक पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के पटना के 10 सर्कुलर रोड स्थित सरकारी आवास पर हो रही है...
RJD : (जनज्वार)। राजद विधायक दल की आज शुक्रवार, 8 अक्टूबर को हो रही बैठक में लालू प्रसाद यादव की पार्टी और परिवार की कलह खुलकर सामने आ गई है। इस बैठक में पार्टी की ओर से सारे विधायकों को आना जरूरी बताया गया था। लेकिन लालू प्रसाद के बड़े लाल और हसनपुर से विधायक होने के बावजूद तेजप्रताप बैठक में नहीं पहुंचे।
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधायकों की यह बैठक पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के पटना के 10 सर्कुलर रोड स्थित सरकारी आवास पर हो रही है। तेजस्वी यादव ने विधायकों की यह बैठक बुलाई है, जिसमें बिहार विधानसभा उप चुनाव की रणनीति पर चर्चा हो रही है। लेकिन बड़ी बात यह है कि इस बैठक में पार्टी के हसनपुर विधायक और तेजस्वी के बड़े भाई तेज प्रताप यादव नहीं पहुंचे हैं।
जानकारी के मुताबिक, विधायकों को उपचुनाव (By- Election In Bihar) की तैयारी और पार्टी की रणनीति को लेकर बैठक मे मंथन हो रहा है। खासकर कांग्रेस द्वारा दोनों सीटों पर उम्मीदवार उतारे जाने से सामने आई परिस्थितियों पर विचार हो रहा है।
यह बैठक पार्टी की सेहत और भविष्य के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि उपचुनाव की दोनों सीटें अगर राजद के खाते में गईं तो विधानसभा में उसकी स्थिति पर बड़ा फर्क नजर आएगा। लिहाजा तेजप्रताप को छोड़ इस बैठक में सभी विधायक मौजूद हैं।
राज्य के तारापुर और कुशेश्वरस्थान में होने वाले उपचुनाव में पार्टी के तमाम विधायकों को जुट जाने का निर्देश नेता प्रतिपक्ष ने दिया है। वहीं बैठक से पहले तेजस्वी यादव ने जेपी और रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि दी।
बैठक शुरू होने के पहले पार्टी के प्रधान महासचिव आलोक मेहता ने कहा कि विधानसभा उपचुनाव में पार्टी के दोनों उम्मीदवारों को जीत हासिल होगी। नेता प्रतिपक्ष ने इसी मसले पर चर्चा के लिए विधायकों की बैठक बुलाई है।
गौरतलब हो कि तेज प्रताप यादव खुद संकेत दे चुके हैं कि वह आरजेडी की बजाय कांग्रेस उम्मीदवार के लिए प्रचार कर सकते हैं। कुशेश्वरस्थान विधानसभा सीट कांग्रेस की ओर से पार्टी नेता अशोक राम के बेटे अतिरेक को उम्मीदवार बनाया गया है। कल गुरुवार, 7 अक्टूबर की शाम को तेज प्रताप यादव ने अशोक राम से मुलाकात की थी। इसके बाद अशोक राम ने दावा किया था कि तेज प्रताप यादव उनके बेटे अतिरेक के लिए चुनाव प्रचार कर सकते हैं।