वझे केस उठाने वाली नवनीत राणा ने शिवसेना सांसद पर लगाया जेल भेजने और तेजाब डालने की धमकी देने का आरोप
महिला सांसद नवनीत राणा ने आरोप लगाया कि लोकसभा लॉबी में शिवसेना सांसद ने धमकी देते हुए कहा, देखता हूं, तुम महाराष्ट्र में कैसे घूमती हो, तेरे को भी जेल में डालेंगे, इसके पहले भी तेजाब डालने और जान से मारने की धमकी मिलती रही है...
नई दिल्ली। महाराष्ट्र की अमरावती सीट से लोकसभा सांसद नवनीत राणा ने शिवसेना सांसद अरविंद सावंत पर धमकी देने का आरोप लगाया है। सांसद नवनीत राणा ने कहा है कि लोकसभा में सोमवार 22 मार्च को सचिन वाजे केस उठाने पर शिवसेना सांसद ने लोकसभा लॉबी में जेल भेजने की धमकी दी।
महिला सांसद ने इस मामले की शिकायत लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से करते हुए कार्रवाई की मांग की है। अमरावती से लोकसभा सांसद नवनीत राणा ने लोकसभा स्पीकर से की शिकायत में कहा है, "मनसुख हिरेन हत्याकांड और सचिन वाजे प्रकरण पर आज मैंने लोकसभा में कुछ सवाल उठाए। महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था बिगड़ने को लेकर एक महिला सांसद के तौर पर मैंने सवाल उठाए। जिस पर लोकसभा लॉबी में शिवसेना सांसद ने धमकी देते हुए कहा, देखता हूं, तुम महाराष्ट्र में कैसे घूमती हो, तेरे को भी जेल में डालेंगे।" नवनीत राणा ने कहा कि इसके पहले भी तेजाब डालने और जान से मारने की धमकी मिलती रही है।
सांसद नवनीत राणा ने कहा है कि जिस तरह से अरविंद सावंत ने धमकी दी है, यह मेरा ही नहीं पूरे देश की महिलाओं का अपमान है। अरविंद सावंत के खिलाफ कड़ी से कड़ी पुलिस कार्रवाई होनी चाहिए। सांसद नवनीत राणा ने इस पत्र को प्रधानमंत्री, गृहमंत्री को भी भेजा है।
अमरावती लोकसभा सीट से निर्दलीय सांसद नवनीत कौर राणा पहले भी चर्चित रही हैं। राजनीति में आने से पहले पंजाबी और साउथ इंडियन फिल्मों में काम कर चुकी हैं और उनकी निजी जिंदगी भी काफी चर्चा में रही है। नवनीत ने साल 2011 में अमरावती के बडनेरा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रवि राणा से शादी की थी। नवनीत कौर राणा और रवि राणा की पहली मुलाकात बाबा रामदेव के आश्रम में हुई थी और इसके बाद उन्होंने सामूहिक विवाह समारोह में शादी की थी।
इसके बाद भी नवनीत राणा खासा चर्चा में आई थीं। रवि राणा से शादी के बाद नवनीत ने साल 2014 से लोक सभा चुनाव में एनसीपी (NCP) के टिकट पर अमरावती सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन वह हार गईं। इस दौरान विपक्षी पार्टियों ने उनके कास्ट सर्टिफिकेट पर सवाल उठाया था, जिसके बाद कोर्ट ने मुंबई पुलिस को एफआईआर दर्ज कर जांच के आदेश दिए थे। इसके बाद 2019 के लोक सभा चुनाव में वह अमरावती सीट से निर्दलीय सांसद चुनी गईं।