Sanjay Raut : 12 करोड़ की कार को लेकर शिवसेना सांसद ने मोदी पर कसा तंज, जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी की प्रशंसा की
Sanjay Raut : शिवसेना सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षा और सुविधा अहम हैं लेकिन अब से प्रधान सेवक को यह नहीं दोहराना चाहिए वह फकीर हैं....
Sanjay Raut : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के लिए हाल ही में 12 करोड़ रुपये से ज्यादा की कीमत की नई हाई सिक्योरिटी मर्सिडीज कार खरीदे जाने को लेकर शिवसेना सांसद संजय राउत (Shivsena MP Sanjay Raut) ने निशाना साधा है। राउत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले में 12 करोड़ रुपये की कार शामिल करने के बाद फकीर होने का दावा नहीं कर सकते।
शिवसेना (Shivsena) के मुखपत्र सामना में राउत ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (Jawahar Lal Nehru) की हमेशा भारत में बनी कार का इस्तेमाल करने और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) की जान का खतरा होने के बावजूद अपने सुरक्षाकर्मियों को नहीं बदलने के लिए प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षा और सुविधा अहम हैं लेकिन अब से प्रधान सेवक को यह नहीं दोहराना चाहिए वह फकीर हैं।
बता दें कि हाल ही में एसपीजी ने प्रधानमंत्री मोदी के काफिले में मर्सिडीज मेबैक एस 650 नामक कार को शामिल किया है। मीडिया में इस कैटगरी की कार की कीमत करीब 12 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
हालांकि सरकारी सूत्रों का कहना है कि नई कार प्रधानमंत्री द्वारा इस्तेमाल बीएमडब्ल्यू कार के स्थान पर लाई गई है क्योंकि जर्मन कंपनी ने उसका निर्माण रोक दिया है।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक एसपीजी ने उसके द्वारा सुरक्षा प्राप्त लोगों की कारों को बदलने के लिए छह मानक तय किये हैं लेकिन मोदी ने इसको लेकर कोई पसंद जाहिर नहीं की थी कि किस कार का इस्तेमाल किया जाए।
राउत ने बताया कि मीडिया में बताई जा रही कीमत कार की वास्तविक कीमत से करीब एक तिहाई है। शिवसेना सांसद ने कहा कि मोदी ने मेक इन इंडिया और स्टार्ट अप इंडिया जैसे स्वदेशी पहल की और वही विदेश निर्मित कार का इस्तेमाल कर रहे हैं।
उन्होंने जवाहरलाल नेहरू की प्रशंसा करते हुए कहा कि देश के विभाजन के बाद सुरक्षा खतरे के बावजूद उन्होंने हमेशा भारत निर्मित एंबेस्डर कार का इस्तेमाल किया।
उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने जान का खतरा होने के बावजूद सिख सुरक्षाकर्मियों को नहीं बदला जो उनकी सुरक्षा में तैनात थे। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी खतरे के बावजूद तमिलनाडु में भीड़ से मिले हालांकि उन्हें भीड़ से नहीं मिला चाहिए था लेकिन उन्होंने ऐसा किया।
शिवसेना सांसद ने कोविड 19 के मामलों में लगातार वृद्धि के मद्देनजर रात में कर्फ्यू लगाने के केंद्र के सुझाव पर कहा कि केंद्र सरकार ने रात को ऐसी पाबंदी लगाई है जिससे वित्तीय नुकसान हो रहा है। प्रधाननंत्री मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता प्रियंक गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और सपा प्रमुख अखिलेश यादव रैलियों को संबोधित करते हैं जिनमें लाखों लोग जमा होते हैं लेकिन पाबंदी केवल आम लोगों के लिए है।