बीजेपी विधायक का सनसनीखेज आरोप-यदुरप्पा मोदी को करना चाहते कमजोर, बिहार चुनावों में बेटे ने कांग्रेस-आरजेडी को की थी फंडिंग
पाटिल ने यह आरोप लगाकर सियासी तूफान खड़ा कर दिया है कि येदुरप्पा के बेटे विजयेंद्र ने पार्टी को हराने के लिए बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान राजद और कांग्रेस को फंड मुहैया कराया था..
जनज्वार। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा के खिलाफ मोर्चा खोल चुके भाजपा के वरिष्ठ विधायक व पूर्व केंद्रीय मंत्री बासनागौड़ा पाटिल यतनल ने अब उनपर व उनके बेटे के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कमजोर करने की साजिश रचने का बड़ा आरोप लगाया है।
पाटिल ने गुरुवार को यह आरोप लगाकर सियासी तूफान खड़ा कर दिया कि येदुरप्पा के बेटे विजयेंद्र ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कमजोर करने के लिए पार्टी को हराने के लिए बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान राजद और कांग्रेस को फंड मुहैया कराया था, हालांकि बीजेपी की ओर से इस आरोप को निराधार बताया गया है।
यतनाल ने बेंगलुरु में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि विजयेंद्र का विचार था कि मोदी को कमजोर करने से यह सुनिश्चित होगा कि उनके पिता कर्नाटक में शक्तिशाली बनेंगे। उन्होंने मांग किया कि पूरे मामले की जांच कराई जाए।
ये आरोप ऐसे समय में आए हैं जब भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और कर्नाटक प्रभारी अरुण सिंह एक पार्टी कार्यक्रम में भाग लेने के लिए राज्य में थे। श्री सिंह ने इन आरोपों को झूठा बताया है।
यातनाल ने कहा कि उन्होंने भाजपा की अनुशासनात्मक समिति द्वारा उनसे किए गए शो-कॉज नोटिस का 11 पन्नों का जवाब दिया था। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने जवाब में कहीं भी माफी नहीं मांगी।
उन्होंने कहा, 'इसके बजाय, मैंने स्पष्ट रूप से बताया कि श्री येदियुरप्पा का प्रशासन भाजपा को कैसे बदनाम कर रहा है।' उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने पत्र में श्री विजयेंद्र की मॉरीशस की कथित यात्रा और इसके पीछे के कारणों का भी उल्लेख किया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व गृह मंत्री के एक निजी सहायक ने इस संबंध में उनकी मदद की थी। उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर, उनके उत्तर में 45 पृष्ठ शामिल थे। उन्होंने येदियुरप्पा के परिवार के सदस्यों के कथित हस्तक्षेप की एक और जांच की मांग की।
हालांकि बीजेपी के प्रभारी अरुण सिंह येदियुरप्पा के साथ खड़े दिखे और उन्होंने यातनाल के आरोपों को खारिज कर दिया। अरुण सिंह ने मीडिया से कहा, 'हर कोई यातनाल के स्वभाव को जानता है। मीडिया में मौजूदगी के लिए वह पिछले कई सालों से इस तरह के आरोप लगा रहे हैं। उनके बयान को स्वीकार करने का कोई सवाल ही नहीं है। वह जो भी कह रहे हैं, वह झूठ है।'
अरुण सिंह ने कहा कि यतनाल झूठे आरोपों को दोहराते हुए बार-बार पार्टी को शर्मिंदा कर रहे हैं। यहां तक कि पार्टी कार्यकर्ता भी अब उन पर विश्वास नहीं करते।