मोदी सरकार के कृषि मंत्री बोले, आंदोलन करने वाले नकली किसान, असली कर रहे अपने खेतों में काम
कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा, 'मैं नहीं मानता कि असली किसान, जो कि अपने खेतों में काम कर रहे हैं, वे इस बारे में चिंतित हैं, कुछ राजनीतिक लोग आग में घी डालने की कोशिश कर रहे हैं और देश के किसान नए कानूनों के समर्थन में हैं....
जनज्वार। देशभर में किसान आंदोलन उफान पर है। मोदी सरकार द्वारा संशोधित किये गये नये किसान बिल के खिलाफ लाखों किसान सड़कों पर हैं। पिछले काफी दिनों से दिल्ली में धरना—प्रदर्शन चरम पर है, मगर बजाय किसानों की बात समझने के उनकी मांगों की तरफ ध्यान देने के मोदी सरकार के कृषि राज्यमंत्री का बयान आया है कि आंदोलन करने वाले लोग नकली किसान हैं, असली किसान तो अपने खेतों में काम कर रहे हैं।
गौरतलब है कि किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ मोदी सरकार की अब तक कई दौर की बातचीत हो चुकी है, जोकि बेनतीजा रही है।
अब इस मसले पर केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा है कि हमारी सरकार लिखित में दे सकती है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य बरकरार रखा जाएगा। मगर यहां वो किसान आंदोलन को डिसक्रेडिट करते हुए मीडिया में यह बयान भी देना नहीं भूले कि उन्हें नहीं लगता कि ये असली किसान हैं।
कैलाश चौधरी ने कहा, 'मैं नहीं मानता कि असली किसान, जो कि अपने खेतों में काम कर रहे हैं, वे इस बारे में चिंतित हैं।' मोदी के कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी कहते हैं, कुछ राजनीतिक लोग आग में घी डालने की कोशिश कर रहे हैं और देश के किसान नए कानूनों के समर्थन में हैं।
बकौल कैलाश चौधरी, "मुझे लगता है कांग्रेस सरकार और विपक्ष किसानों को भड़का रहे हैं। देश के किसान इन कानूनों के साथ हैं, लेकिन कुछ राजनीतिक लोग आग में घी डालने की कोशिश में हैं। मुझे पीएम मोदी के नेतृत्व और किसानों पर भूरा भरोसा है। मुझे यकीन है कि किसान कोई ऐसा फैसला नहीं करेंगे जिससे देश में कहीं भी अशांति हो। इन कानूनों से उन्हें आजादी मिली है। मुझे नहीं लगता कि जो असली किसान हैं, अपने खेतों में काम कर रहे हैं, इससे परेशान हैं।"
गौरतलब है कि कृषि राज्यमंत्री विपक्ष पर तब हमलावर हुए हैं जबकि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने किसानों के 8 दिसंबर को किये जाने वाले भारत बंद का समर्थन किया है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने ट्वीट कर कहा है कि कांग्रेस अपने हर ऑफिस में 8 दिसंबर को प्रदर्शन करेगी।
इस पर कैलाश चौधरी ने कहा कि भारत बंद होने की वजह से देश को भारी आर्थिक नुकसान होगा। चौधरी ने कहा कि कल जो बैठकें हुईं, उस पर किसानों के सुझाव पर विचार-विमर्श किया गया। उन्होंने आगे कहा कि किसानों को यह सोचना चाहिए कि कैसे उनका राजनीतिकरण हो रहा है और लोगों को फुसलाया जा रहा है।