Sukhjinder Singh Randhawa : 'जब गुजरात के CM थे नरेंद्र मोदी तब डॉ. मनमोहन सिंह पर फेंका गया था जूता..'

Sukhjinder Singh Randhawa : धावा ने कहा कि अगर पीएम मोदी को इतना ही डर था तो वह पंजाब आए ही क्यों थे, पिछले पांच दिनों से ये सब जानते हैं कि बारिश का मौसम है...

Update: 2022-01-07 08:46 GMT

Sukhjinder Singh Randhawa : पंजाब में चुनाव (Punjab Election 2022) से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में कथित चूक का मामला लगातार गर्माता जा रहा है। इस मामले पर पंजाब (Punjab) के डिप्टी सीएम और गृहमंत्री सुखविंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhawa) ने कहा कि टीवी पर दिखाया जा रहा है कि पीएम कह रहे हैं कि वह पंजाब से बचकर आ गए। अगर पीएम (Prime Minister Narendra Modi) को इतना ही डर है तो वह पंजाब क्यों आ रहे हैं। रंधावा ने साफ किया कि यहां के लोग आतंकवादी नहीं बल्कि देशभक्त हैं। पीएम मोदी सड़क के रास्ते से आने वाले हैं, ये बात हमें सिर्फ आधे घंटे पहले बताई गई थी।

रंधावा ने एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए कहा कि पीएम का काफिला बीच सड़क पर रुक गया है, ये बात उन्हें टीवी से पता चली। सीएम चन्नी और उनके पास कोई भी फोन नहीं आया था। किसी ने भी उन्हें फोन नहीं किया। पंजाब के गृहमंत्री ने कहा कि उन्हें मीडिया से फोन आया कि टीवी देखिए। टीवी देखने के बाद उन्हें इस बात की जानकारी मिली पीएम मोदी का काफिला रुका हुआ है। उन्होंने टीवी बंद करके तुरंत पंजाब के डीजीपी को कॉल किया।

उन्होंने इस बात पर भी नाराजगी जाहिर की कि टीवी पर दिखाया जा रहा है कि पीएम मोदी ने कहा कि अपने सीएम को बोल देना वह पंजाब से बचकर जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब भारत का दिल है, यहां के लोग आतंकवादी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि देश में सबसे ज्यादा कुर्बानियां पंजाब के लोगों ने दी हैं। 65 और 71 (1965 And 1971 Indo-Pak War) में सबसे ज्यादा कुर्बानियां पंजाबियों ने दीं। सबसे ज्यादा पंजाबी अपने सीने पर गोली खाते हैं। जबकि पीएम ने कहा कि वह पंजाब से बचकर जा रहे हैं। रंधावा ने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या पंजाब के लोग आतंकवादी हैं, जो पीएम मोदी ने इस तरह की बात कही।

पंजाब के गृहमंत्री ने आगे कहा कि पंजाब के लोग देशभक्त हैं। ये देशभक्ति पंजाबियों को अपने गुरुओं से मिली है। साल 2009 में जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे उस समय पीएम रहते डॉ. मनमोहन सिंह (Dr Manmohan Singh) के काफिले पर अहमदाबाद में जूता फेंका गया था। जबकि पंजाब सरकार ने तो पीएम मोदी के पास किसी को जाने तक नहीं दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि पीएम के उद्घाटन वाली जगह लोग नहीं इकट्ठा हुए, इसमें सीएम चन्नी की क्या गलती है। अपनी गलती छिपाने के लिए पंजाब सरकार पर आरोप लगा रहे हैं।

रंधावा ने कहा कि अगर पीएम मोदी को इतना ही डर था तो वह पंजाब आए ही क्यों थे। पिछले पांच दिनों से ये सब जानते हैं कि बारिश का मौसम है। विजिबिलिटी नहीं है, चौपर में नहीं जाया जा सकता। मौसम की जानकारी होने के बाद भी पीएम सड़ के रास्ते फिरोजपुर (Firozpur) क्यों जा रहे थे। उन्होंने सवाल किया कि आखिर पंजाब सरकार को सिर्फ आधे घंटे पहले ही क्यों बताया गया कि पीएम मोदी सड़क के रास्ते पंजाब आ रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा कि ये बात सभी को पता थी कि दिल्ली के बॉर्डर पर सात सौ किसानों के शहीद होने की वजह से किसानों में गुस्सा है। गुस्साए किसान नारेबाजी कर सकते हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि इस बात की जांच होनी चाहिए पीएम के काफिले को बीस मिनट तक सड़क पर किसने खड़ा किया। एनएसजी को पीएम को सीधे पंजाल में लेकर जाना चाहिए था। जब पंजाब पचास किलोमीटर तक बीएसएफ के कंट्रोल में है तो फिर हर खतरे को रोकने की जिम्मेदारी किसकी है।

रंधावा ने कहा कि पंजाब हमेशा से सुरक्षिता है। पंजाबियों की देशभक्ति में बिल्कुल भी कमी नहीं है। मोदी सरकार की तरह अंग्रेजों ने भी पंजाब के सामने अपने घुटने टेक दिए थे। उन्होंने कहा कि पंजाब ने आतंक को पूरी तरह से खत्म करने का काम किया है। ऐसा पंजाब हमेशा सुरक्षित था और रहेगा। जो काम आतंक को खत्म करने के लिए पंजाब पुलिस ने किया था वो और कोई नहीं कर सकता।

सोशल मीडिया पर भी चर्चा

पत्रकार पुनीत कुमार सिंह ने भी डॉक्टर मनमोहन सिंह का वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा- 2009 में अहमदाबाद में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के ऊपर जूता फेंका गया तब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। लेकिन मनमोहन सिंह ने ये नहीं कहा था कि अपने सीएम नरेन्द्र मोदी को शुक्रिया बोलना कि मैं जिंदा लौट पाया।

पत्रकार गुरप्रीत वालिया ने भी इसको लेकर ट्वीट करते हुए लिखा- साल 2009 में अहमदाबाद में मनमोहन सिंह पर जुता फेंका गया था वो भी सुरक्षा में चूक थी गोदी मीडिया वालों CM कौन था ..इस्तीफ़ा दिया ? HM कौन था ..इस्तीफ़ा दिया ? DGP ने इस्तीफ़ा दिया ?

बिहार कांग्रेस ने ट्वीट करते हुए लिखा- 26 अप्रैल 2009 की है जब देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह गुजरात के अहमदाबाद में थे जहां उन पर जूता फेंक दिया गया था, ये PM की सुरक्षा में चूक थी ; कहने के लिए हम कह सकते हैं कि जूता के जगह बम भी हो सकता था क्योंकि 6 माह पूर्व ही भारत पर एक बड़ा आतंकी हमला हुआ था।

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने एक टीवी डिबेट के दौरान कहा- इंदिरा जी और राजीव जी ने विरोधियों को बुलाया, भेंट की। मनमोहन सिंह जी पर गुजरात में जूता चला उन्होंने तो नहीं कहा जान को खतरा है या मोदी जी की साज़िश है।


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