Modi-Yogi पर बरसे स्वामी प्रसाद मौर्य, कहा - शर्म की बात है, BJP सरकार में आतंकी अब तक जिंदा हैं
UP Election 2022 : भाजपा झूठों और मक्कारों की पार्टी है। जो इनका साथ देते हैं उनको ही यह किनारे लगा देते हैं।
UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रचार अब पांचवें चरण में प्रवेश कर चुका है। इस बीच हाल ही में भाजपा में शामिल हुए पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ( Swami Prasad Maurya ) ने पीएम नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) और सीएम योगी ( CM Yogi Aditynath ) के खिलाफ विवादित बयान दिया है। भूमऊ में एक चुनावी जनसभा वो मोदी—योगी से सख्त नाराज दिखे। अहमदाबाद ब्लास्ट ( Ahmedabad Bomb Blast Case ) पर पीएम मोदी के बयान को लेकर उन्होंने कहा कि अगर अभी तक आतंकवादी जिंदा हैं तो मोदी-योगी को चुल्लू भर पानी में डूब कर मर जाना चाहिए।। यह शर्म की बात है।
उन्होंने कहा कि आतंकवादी, आतंकवादी ही होता है। आतंकियों को कोई वर्ग, जाति, धर्म नहीं होता है। समाज व राष्ट्र हित में इनका खात्मा होना चाहिए। किन्तु शर्म की बात है कि प्रदेश और देश में भाजपा की ही सरकार है। फिर भी इनका खात्मा नहीं हो पा रहा है। आखिर क्यों? इसका जवाब पीएम मोदी और योगी को देना होगा।
उन्होंने सपा प्रत्यासी आरपी यादव को जिताने की अपील करते हुए कहा कि भाजपा झूठों और मक्कारों की पार्टी है। जो इनका साथ देते हैं उनको ही यह किनारे लगा देते हैं। जो भी नौकरी निकली वह इन्होंने अपनों को दी। यूपी में योगी ने तो केंद्र में मोदी ने ये काम किया।
योगी के पाप का घड़ा भर चुका है
भाजपा ( BJP ) की नीतियों से व्यापारी वर्ग भी त्रस्त हैं। मोदी जी को सिर्फ गुजरात के ही व्यापारी दिखाई देते हैं। भाजपा की सरकार से विदाई होने जा रही है। अब शेखचिल्ली बघारना बंद करो। योगी सरकार नौजवान किसान विरोधी आरक्षण विरोधी है। यह सरकार संविधान की भी विरोधी है। योगी सरकार का पाप का घड़ा भर चुका है।
अनाज देकर एहसान जताना भाजपा की फितरत
UP Election 2022 : स्वामी प्रसाद मौर्य ( Swami Prasad Maurya ) ने एक ट्विट में आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार की नीति है कि लोगों को गरीब और लाचार बनाने की है। वह 5 किलोग्राम चावल व शौचालय देकर गरीबों और दलितों पर अहसान जता रहे हैं। सरकार अगर सरकारी क्षेत्रों में हर घर में एक नौकरी दी होती तो उसे सरकार के दया की आवश्यकता नहीं होती। नौकरी तो दिया नहीं गरीबी का मजाक अलग से उड़ा रही है।