मलिहाबाद में युवती के कथित रेप के बाद हत्या से उठे योगीराज में महिला सुरक्षा पर सवाल, अपराधियों को सत्ता संरक्षण के लग रहे आरोप
योगी सरकार की कानून व्यवस्था की प्रशंसा कर भाजपा के आला नेता कहते नहीं थकते कि यूपी में देर रात महिलाएं निडर होकर सड़क पर निकल सकती हैं, लेकिन वास्तव में ऐसा करने पर महिला का क्या हश्र होगा, यह मलिहाबाद की घटना से पता चलता है....;

लखनऊ। लखनऊ के आलमबाग बस अड्डे पर आधी रात बाद बस से बनारस से पहुंची महिला के साथ मलिहाबाद में बलात्कार और हत्या की घटना ने कानून व्यवस्था को लेकर योगी सरकार के दावों की पोल खोल दी है। भाकपा (माले) ने कहा है कि यूपी महिलाओं के लिए असुरक्षित हो गया है। जब प्रदेश की राजधानी में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, तो अन्य जिलों में क्या होंगी।
राज्य सचिव सुधाकर यादव ने गुरुवार 20 मार्च को जारी बयान में कहा कि योगी सरकार की कानून व्यवस्था की प्रशंसा कर भाजपा के आला नेता कहते नहीं थकते कि यूपी में देर रात महिलाएं निडर होकर सड़क पर निकल सकती हैं, लेकिन वास्तव में ऐसा करने पर महिला का क्या हश्र होगा, उक्त घटना गवाह है।
घटनाक्रम के मुताबिक मंगलवार 18 मार्च को बनारस में नौकरी के लिए साक्षात्कार देकर अयोध्या की रहने वाली 34 वर्षीय महिला अयोध्या की बस न मिलने पर लखनऊ की बस पकड़ती है और चिनहट स्थित अपने भाई के घर जाने के लिए आधी रात बाद आलमबाग बस स्टेशन उतरती है। चिनहट पहुंचने के लिए टेम्पो पर सवार होती है, मगर उसकी लाश बुधवार तड़के मलिहाबाद के आम के एक बाग में मिलती है। शरीर पर के गहने गायब थे, कपड़े अस्त-व्यस्त थे और नोच खसोट के निशान थे। परेशान व शोकाकुल परिजन लूटपाट, रेप व हत्या की रिपोर्ट लिखाते हैं।
राज्य सचिव ने कहा कि घटना में बिना नंबर प्लेट वाले टेम्पो का इस्तेमाल हुआ था। यह पुलिस के अतिरिक्त परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े करता है। अकेली महिला को लेकर रात डेढ़ से ढाई बजे के बीच बिना नम्बर प्लेट का टेम्पो पांच थाना क्षेत्रों से गुजर कर चिनहट के बजाय मलिहाबाद पहुंच गया, मगर पुलिस की पेट्रोलिंग कहीं नहीं थी। क्या राजधानी पुलिस इतनी आश्वस्त है कि देर रात सड़क पर अकेली महिला के साथ कोई घटना नहीं हो सकती। आत्मसंतुष्ट होने के बजाय कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को अपनी गिरेबान में झांकने की जरुरत है।
माले नेता ने कहा कि प्रदेश में न तो महिलाएं सुरक्षित हैं, न ही दलित, गरीब व अल्पसंख्यक। अपराधियों को सत्ता का संरक्षण है। इसीलिए महिलाओं और कमजोर वर्गों पर हमले की घटनाएं उबाल पर हैं। उन्होंने लखनऊ की उक्त घटना में दोषियों को अविलंब गिरफ्तार कर सख्त से सख्त सजा देने की मांग की।