TMC vs Congress : ममता को अधीर का करारा जवाब, तंजिया लहजे में कहा - बीरभूम में फंसी तो याद आई विपक्षी एकता

TMC vs Congress : अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि बीरभूम हिंसा की सीबीआई से जांच की मांग हाईकोर्ट से मैंने की थी। जांच का आदेश मिलने के बाद से 'दीदी' डरी हुई हैं।

Update: 2022-03-29 10:32 GMT

ममता बनर्जी और अधीर रंजन चौधरी।

TMC vs Congress : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस से दूरी बनाने वाली टीएमसी प्रमुख और बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ( mamata Banerjee ) को एक बार फिर विपक्षी एकता की याद आई है। देश का लोकतंत्र खतरे में होने का हवाला देते हुए ममता बनर्जी ने सभी विपक्षी दलों को पत्र भेजकर मोदी सरकार के खिलाफ एकजुट होने की अपील की है। मंगलवार यानि 29 मार्च को ममता के इस अपील का जवाब लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ( Adhir Ranjan Chaudhary ) ने बिना समय गवाए दिया है।

CBI से डर गई दीदी

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ( Adhir Ranjan ) ने सीएम ममता बनर्जी को करारा जवाब देते हुए कहा कि बीरभूम हिंसा ( Birbhum Violence ) के बाद हमने कोलकाता उच्च न्यायालय ( Calcutta High Court ) से सीबीआई जांच ( CBI Investigation ) की मांग की थी। उन्होंने तंजिया लहजे में कहा कि सीबीआई जांच का आदेश मिलने के बाद से 'दीदी' डर गई हैं। सच यह है कि वह बीरभूम हिंसा में फंस गई हैं। इससे बाहर निकलने का उनके पास विकल्प नहीं है।

अधीर रंजन का कहना है कि यही वजह है कि वह सभी को बुला रही हैं। लेटर जारी विपक्षी एकता की अपील करती है। मैं, पूछता हूं वह बीरभूम हिंसा के दोषियों को क्यों नहीं पकड़ पाई। उसे अपने घर में काम करना चाहिए।

पश्चिम बंगाल में लागू हो अनुच्छेद 355

इससे पहले पश्चिम बंगाल कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ( Adhir Ranjan Chowdhury ) ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के शासन में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति चरमरा जाने का आरोप लगाते हुए अनुच्छेद 355 ( Article 355 ) लागू करने की मांग की थी। चौधरी ने फरवरी में छात्र नेता अनीस खान की रहस्यमय स्थिति में मौत का मुद्दा भी उठाया हे। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में एक के बाद एक घटना हो रही है। छात्र नेता अनीस खान को उसके घर की तीसरी मंजिल से धक्का दिया गया और जांच में असली दोषियों को बचाया जा रहा है।

बीरभूम जिले के रामपुरहाट बर्बर घटना में महिलाओं और बच्चों समेत आठ लोगों को जिंदा जलाकर मार डाला गया। झालदा नगरपालिका से हमारे पार्षद तपन कंडू को नजदीक से गोली मारी गई। ये सभी घटनाएं राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति ध्वस्त होने और सत्तारूढ़ टीएमसी की मिलीभगत के सबूत हैं। अधीर रंजन के इस रुख से साफ है कि कांग्रेस इस बार ममता बनर्जी को सियासी भाव नहीं देगी।

ममता बोलीं - खतरे में है लोकतंत्र

दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ( mamata banerjee ) ने केंद्र की भाजपा सरकार ( BJP Government ) पर केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर विरोधियों को धमकाने का आरोप लगाया है। तृणमूल प्रमुख ने गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र भेजकर भाजपा से मुकाबले के लिए एकजुट होने की अपील की है। ममता बनर्जी ने अपने पत्र में लिखा है कि ईडी, सीबीआई और सेंट्रल विजिलेंस कमीशन और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का इस्तेमाल कर विरोधियों को निशाना बनाया जा रहा है। संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान केंद्र सरकार ने चालाकी से विपक्ष के वॉकआउट के बीच दिल्ली स्पेशल पुलिस (संशोधन) विधेयक 2021 और सीवीसी संशोधन विधेयक पारित करा लिया। यह देश के लिए ठीक नहीं है। इन हथकंडों से सरकार ईडी और सीबीआई के निदेशकों का कार्यकाल अब 5 साल तक बढ़ा सकती है।

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