लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन करने पर मंत्री के बेटे को रोकने वाली महिला कांस्टेबल का तबादला
गुजरात के स्वास्थ्य राज्यमंत्री कुमार कानाणी के बेटे प्रकाश अपने दोस्तों के साथ बिना मास्क के रात में घूम रहा था, इस दौरान महिला कांस्टेबल ने रोका जिसके बाद मंत्री के बेटे ने वर्दी उतरवाने और ट्रांसफर करने की धमकी दे डाली थी....
सूरत। गुजरात के सूरत में कोरोना प्रसार को रोकने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन और कर्फ्यू नियमों का उल्लंघन करने पर एक महिला कांस्टेबल ने रोक दिया था। अब उस महिला कांस्टेबल का तबादला कर दिया गया है।
अहमदाबाद मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, वराछा पुलिस थाने में तैनात महिला कॉन्स्टेबल सुनीता यादव ने नौ जुलाई की रात राज्य के स्वास्थ्य मंत्री कुमार कानाणी के बेटे और उसके दोस्तों को कर्फ्यू नियमों का उल्लंघन करने पर रोक लिया था।
इसके बाद सुनीता को घटना के संबंध में रविवार 12 जुलाई को सूरत पुलिस मुख्यालय में तलब किया गया, जिसके बाद से वह छुट्टी पर चली गई हैं। सूरत पुलिस ने सुनीता यादव का तबादला वराछा पुलिस थाने से पुलिस मुख्यालय कर दिया है और मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
#SunitaYadav is not a pushover.
— Kumar Manish #StayAtHome 🏡 (@kumarmanish9) July 12, 2020
i am amazed to see her confidence in dealing with BJP minister's son who was clearly at fault by driving a car with MLA signboard in curfew. She is much better than many IPS officers.
Sad part, she will pay a heavy price👇pic.twitter.com/Qw5DAoSScF
दरअसल गुजरात के स्वास्थ्य राज्यमंत्री कुमार कानाणी के बेटे प्रकाश अपने दोस्तों के साथ बिना मास्क के रात में घूम रहा था। इस दौरान लेडी कांस्टेबल ने रोका जिसके बाद मंत्री के बेटे ने महिला कांस्टेबल सुनीता यादव के साथ बहस करने लगा और वर्दी उतरवाने और ट्रांसफर करने की धमकी दे डाली थी। इसके बाद गुस्से में आई सुनीता ने कहा कि यह तेरे बाप की वर्दी नहीं है। जाओ हिम्मत है तो मेरा ट्रांसफर करा दो।
वही सोशल मीडिया सुनीता यादव की जमकर तारीफ हो रही है। आदित्य रंजन नाम के ट्विटर यूजर ने एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, कुमार कानाणी के बेटे शर्म करो, मुझे लगता है कि इस प्रकार की मानसिकता वाले लोग सोचते हैं कि वे (वीवीआईपी) बहुत महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं। हम भारत में हैं, हम लोकतांत्रिक और गणतंत्र देश में रहते हैं इसलिए कोई भी वीवीआईपी नहीं है सभी समान हैं।
Same on you Mr. Kumar kanani's son, I think this type of mentality people thinks that they are (Vvip) means Very Very Important Persons. We are in India, we lives in democratic and republic country so nobody is Vvip all are equal#SunitaYadav#Sunita_Yadav#i_support_sunita_yadav pic.twitter.com/xBk0VyWy3Z
— Aditya Ranjan (@AdityaR108) July 13, 2020
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने लिखा, ईमानदारी से काम कर रहे अफसर को ड्यूटी मत सिखाओ, अपनी बिगड़ी औलादों को तमीज़ सिखाओ! ऐसे ढीठों को सुधारने के लिए सुनीता यादव जैसे और अफसरों को आगे आने की ज़रूरत है।
ईमानदारी से काम कर रहे अफसर को ड्यूटी मत सिखाओ, अपनी बिगड़ी औलादों को तमीज़ सिखाओ!
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) July 12, 2020
ऐसे ढीठों को सुधारने के लिए #SunitaYadav जैसे और अफसरों को आगे आने की ज़रूरत है। pic.twitter.com/8eZyqVsQzp