विजिलेंस हल्द्वानी ने UKSSSC दरोगा भर्ती घोटाले में दर्ज किया मुकदमा, जालसाज दारोगाओं की जल्द होगी गिरफ्तारी
UKSSSC Bharti SCAM : उत्तराखंड राज्य में हुई इस दरोगा भर्ती में हुई गड़बड़ी से जुड़े इस मामले में विजिलेंस ने गोविंदबल्लभ पंत विश्वविद्यालय के दो अधिकारियों और कर्मचारियों के अलावा नकल माफिया गैंग के हाकम सिंह रावत, चंदन मनराल समेत 12 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है...
UKSSSC Bharti SCAM : सात साल पहले उत्तराखंड में हुई दरोगाओं की भर्ती परीक्षा में नकल करके पुलिस विभाग में नौकरी कर रहे दर्जनों दरोगा अब खुद ही जेल के मुहाने पर खड़े हैं। जिस तरह के आसार बन रहे हैं, उस लिहाज से इनकी हैप्पी दीपावली जेल में होने की संभावना है। नकलची दरोगाओं की जेल यात्रा के मुहूर्त के तौर पर विजिलेंस द्वारा उस मुकदमे को देखा जा रहा है, जो मामले की जांच के बाद दर्ज किया गया है।
उत्तराखंड राज्य में हुई इस दरोगा भर्ती में हुई गड़बड़ी से जुड़े इस मामले में विजिलेंस ने गोविंदबल्लभ पंत विश्वविद्यालय के दो अधिकारियों और कर्मचारियों के अलावा नकल माफिया गैंग के हाकाम सिंह रावत, चंदन मनराल समेत 12 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। उम्मीद है कि जांच के दौरान या तो इसी मुकदमें को विस्तार देकर आरोपी दरोगाओं को मुलजिम के तौर पर शामिल किया जायेगा या फिर उनके खिलाफ अलग अलग मुकदमे भी दर्ज हो सकते हैं।
मामले के संदर्भ के तौर पर बता दें कि उत्तराखंड राज्य में 2015 में 339 पदों पर दरोगा भर्ती हुई। उत्तराखंड में कायम दस्तूर के मुताबिक यह परीक्षा भी पाक साफ होनी ही क्यों थी। परीक्षा का परिणाम आने के बाद से ही परीक्षा की धांधलियों की खबरें पब्लिक डोमेन में आने लगीं। हालांकि सरकार की तरफ से कोई त्वरित कार्यवाही तो नहीं हुई, लेकिन इस परीक्षा में धांधली की खबरें इतनी पुख्ता थीं कि इस बैच के पास हुए सभी दरोगाओं को विशेष नजरों से देखा जाने लगा।
कुछ अभ्यर्थियों की वजह से 2015 के दरोगाओं का पूरा बैच ही एक अघोषित उपहास के रूप में प्रयुक्त होने लगा। नकल कर दरोगा बनने वालों के खिलाफ पहले से जांच की मांग उठ रही थी। लेकिन भर्ती परीक्षाओं में उजागर हुई हालिया घोटालों की फेहरिस्त के बाद इस दरोगा भर्ती परीक्षा पर भी नजरें टेढ़ी होनी शुरू हुई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जांच के आदेश दिए तो जांच के बाद घपले के दोषियों के खिलाफ मुकदमे की इजाजत शासन से मांगी गई, जिसके बाद शुक्रवार को ही सरकार ने पूरे मामले में विजिलेंस को मुकदमा दर्ज करने आदेश दिए थे।
शनिवार देर रात विजिलेंस हल्द्वानी सेक्टर को आरोपियों की सूची मिल गई। शनिवार 8 अक्टूबर को अवकाश के बावजूद विजिलेंस के अधिकारी आरोपियों पर मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई में जुटे रहे। दोपहर बाद जारी सूची में एसपी विजिलेंस के हल्द्वानी सेक्टर कार्यालय में 12 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। विजिलेंस को नकल से दरोगा बनने वालों की सूची मिल गई हैं।
बताया जा रहा है कि नकल करके पास हुए दरोगाओं की संख्या तीन दर्जन से ज्यादा है, जो वर्तमान में उत्तराखंड राज्य के विभिन्न थानों/कोतवालियों में तैनात हैं। दरोगा भर्ती परीक्षा में घपले के मामले में इस मुकदमें में ही जांच के बाद इनके नाम जोड़े जाने की उम्मीद है। लेकिन अलग से भी नया मुकदमा दर्ज होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। कुल मिलाकर जल्द ही इन आरोपी दरोगाओं की भी गिरफ्तारी हो सकती है। विजिलेंस जांच की तेजी यही रही तो नकलची दरोगाओं की दीपावली जेल में भी हो सकती है।
अभी इनके खिलाफ हुआ है मुकदमा दर्ज
दरोगा भर्ती परीक्षा प्रकरण में शुरुआती तौर पर विजिलेंस की ओर से जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है, उनमें गोविंदबल्लभ पंत विश्वविद्यालय के नरेंद्र सिंह जादौन, दिनेश चंद्र जोशी के अलावा जेल में बंद नकल माफिया हाकम सिंह, चंदन मनराल, केंद्रपाल, सादिक मूसा, रूपेश जायसवाल, राजेश कुमार चौहान, संजीव कुमार चौहान, राजेश पाल, विपिन बिहारी, नीतीश गुप्ता के नाम शामिल हैं।