UP Election 2022 : अखिलेश यादव ने पूर्व IPS असीम अरुण के BJP में शामिल होने पर उठाए सवाल, कहा चुनाव आयोग से करेंगे शिकायत

UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में BJP के टिकट पर कानपुर के पूर्व कमिश्नर असीम अरुण के चुनाव लड़ने को लेकर अखिलेश यादव का कहना है कि वह इस संबंध में चुनाव आयोग से इस बात की शिकायत करेंगे...

Update: 2022-01-16 13:03 GMT

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UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Election 2022) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के टिकट पर कानपुर (Kanpur) के पूर्व कमिश्नर असीम अरुण के चुनाव लड़ने को लेकर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रिय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) का का बड़ा बयान सामने आया है। इस मामले पर अखिलेश यादव का कहना है कि वह इस संबंध में चुनाव आयोग (Election Commission of India) से इस बात की शिकायत करेंगे कि पूर्व कमिश्नर असीम अरुण के साथ भाजपा में शामिल हुए सभी पुलिस अधिकारियों को हटाया जाए क्योंकि इससे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रभावित हो सकता है।

वर्दी में कैसे कैसे लोग छुपे है : अखिलेश यादव

बता दें कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार 16 जनवरी को लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि असीम अरुण के आज भाजपा में शामिल होने से साबित हो गया है कि वर्दी में कैसे कैसे लोग छुपे हुये हैं। बता दें कि हाल ही में असीम अरुण ने भारतीय पुलिस सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले कर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। मीडिया में खबर है कि पूर्व आईपीएस असीम अरुण को बीजेपी उनके गृह जनपद कन्नौज से विधान सभा में पार्टी का उम्मीदवार बना सकती है।

चुनाव आयोग से जांच की मांग

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा कि 'मैंने पंचायत चुनाव के समय ही कहा था कि ये चुनाव भाजपा की तरफ से पुलिस अधिकारी लड़ रहे हैं। आज मेरी वह बात सच साबित हुयी। उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की है कि अरुण के साथ पिछले पांच साल में जितने अधिकारियों ने काम किया, उनकी पहचान कर चुनाव आयोग उन अधिकारियों को चुनाव प्रक्रिया से हटाये।' साथ ही अखिलेश यादव ने कहा कि 'अगर आयोग ऐसा नहीं करता है तो निष्पक्ष चुनाव कराने के उसके दावे पर सवाल खड़ा होगा।'

दारा सिंह हुए सपा में शामिल

बता दें कि इस दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकार में वन मंत्री का पद छोड़कर आये दारा सिंह चौहान और उनके समर्थकों को सपा की सदस्यता दिलायी। साथ ही अखिलेश यादव ने सभी नेताओं का समाजवादी पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि चुनाव के बाद सपा सरकार बनने पर तीन महीनों के भीतर जाति आधारित जनगणना करायी जायेगी। इस दौरान अखिलेश यादव ने दारा सिंह चौहान की तारीफ करते हुए कहा कि वन मंत्री के रूप में दारा सिंह चौहान ने प्रदेश में वन और पर्यावरण की बेहतरी के लिये बहुत प्रयास किया लेकिन मुख्यमंत्री योगी को पेड़ पौधों, जीव जंतुओं और नदियों से लगाव नहीं है। साथ ही अखिलेश यादव ने कहा कि इटावा में लॉइन सफारी का उद्घाटन चौहान जी की बदौलत ही हो पाया, वरना योगी तो चाहते ही नहीं थे कि इस सफारी का उद्घाटन हो। मुझे उसी दिन लग गया था कि हमें दारा सिंह चौहान जी को सपा में लाना होगा।

योगी आदित्यनाथ पर साधा था निशाना

बता दें कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदत्यिनाथ को सर्वाधिक झूठ बोलने वाला मुख्यमंत्री करार देते हुये कहा कि जो मुख्यमंत्री पूरे कार्यकाल कहता रहा हो 'सबका साथ सबका विकास', वह मुख्यमंत्री अब '80 बनाम 20' की बात करने लगे। इससे पता चलता है कि योगी से ज्यादा झूठ नहीं कोई नहीं बोलता है। साथ ही अखिलेश यादव ने फिर से एक बार कहा कि योगी आदित्यनाथ बीजेपी के सदस्य ही नहीं हैं। बता दें कि इसके साथ ही अखिलेश यादव ने कहा कि जिस मुख्यमंत्री को चुनाव में खुद अपने लिये ही टिकट मांगना पड़ा हो और उसे अपनी मर्जी की सीट से पार्टी ने टिकट न दिया हो उससे मुख्यमंत्री की पार्टी में स्थिति का पता चल जाता है। साथ ही अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ के खिचड़ी खाने वाली बात पर कहा कि कल इसीलिये मुख्यमंत्री गोरखपुर में बेमन से खिचड़ी खा रहे थे। सभी जानते हैं कि वह वोट की खातिर गरीबों के साथ खिचड़ी खाने का प्रपंच मात्र कर रहे थे।

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