UP Election 2022 : अखिलेश से हुई संजय सिंह की मुलाकात, AAP के गठबंधन को लेकर हुई अटकलें तेज

UP Election 2022 : दोनों नेताओं के बीच विधानसभा चुनाव गठबंधन को लेकर चर्चा हुई है लेकिन अभी तक सीट तय नहीं हो पाई है। वहीं सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच हुई मुलाकात को अभी गठबंधन से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।

Update: 2021-11-24 10:02 GMT

अखिलेश से हुई संजय सिंह की मुलाकात

UP Election 2022 : आम आदमी पार्टी के नेता व सांसद संजय सिंह और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच लखनऊ के लोहिया ट्रस्ट में करीब 30 मिनट बैठक हुई। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच सियासी हालात और गठबंधन को लेकर चर्चा हुई। जबकि अभी सीटों के बंटवारे को लेकर तस्वीर साफ नहीं हो पाई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बैठक के बाद आप सांसद संजय सिंह बाहर निकले और उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से व्यक्तिगत मुलाकात थी। साथ ही संजय सिंह ने कहा कि भाजपा शासन में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चौपट है। इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। अखिलेश यादव से मिलकर भाजपा से निपटने की रणनीति पर चर्चा की गई है। अभी सपा से मिलकर चुनाव लड़ने के मुद्दे पर बात नहीं हुई है।

सीट के पत्ते नहीं खुले

मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो दोनों नेताओं के बीच विधानसभा चुनाव गठबंधन को लेकर चर्चा हुई है लेकिन अभी तक सीट तय नहीं हो पाई है। वहीं सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच हुई मुलाकात को अभी गठबंधन से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।

इधर सपा का राष्ट्रीय लोक दल के गठबंधन लगभग तय हो गया है। अखिलेश यादव और रालोद प्रमुख चौधरी जयंत सिंह की मंगलवार को घंटों बात हुई। जबकि दोनों ने सीटों के बंटवारे को लेकर कोई पत्ते तो नहीं खोले है पर राजनितिक दलों और मीडिया में चर्चा हो रही है कि 36 सीटों पर मंथन हुआ है। बतया गए कि इनमें तीस रालोद के पाले में आ रही हैं। जबकि छह सीटों पर रालोद और सपा के कार्यकर्ता सिंबल बदलकर चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि कुछ सीटों पर अभी पेंच फंसने की बात भी बताई जा रही है।

सीट के बंटवारे पर केवल चर्चाएं

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में सपा और रालोद का गठबंधन तो हो चुका है लेकिन सीटों के बंटवारे को लेकर महीनों से चर्चाएं चल रही है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रालोद अपना तगड़ा दावा पेश कर रहा है। वहीं समाजवादी पार्टी के मुखिया पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक तरफा सारी सीटें रालोद को देने के पक्ष में नहीं दिखाई दे रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर, मेरठ, बुलंदशहर, बिजनौर, मथुरा आदि जिलों में समाजवादी पार्टी अपने भी ज्यादा से ज्यादा उम्मीदवार खड़ा करना चाह रही है।

Tags:    

Similar News