UP Election 2022 : नए साल के पहले दिन मायावती ने दिखाए तेवर, कहा - 'सियासी रिश्तों पर ताने मारना भाजपा की संस्कृति'

बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि भाजपा सरकार पूरी तरह से अपने घमंड में है। सियासी रिश्‍तों पर ताने मारना सरकार दंभ का प्रतीक है।

Update: 2022-01-01 05:45 GMT

UP Politic : अखिलेश से नाराज आजम खान पर मायावती भी मेहरबान, मायावती के ट्वीट से सियासी अटकलों का बाजार गरम 

लखनऊ। साल के पहले दिन शासन और प्रशासन की लापरवाही की वजह से जम्‍मू स्‍थित माता वैष्‍णो देवी मंदिर के पास हुई भगदड़ के साथ में 12 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी और 13 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। इस घटना के बाद अमूमन कम बोलने वाली बसपा सुप्रीमों ( BSP Supremo Mayawati )ने भाजपा सरकार पर हमला बोल दिया है। चुनावी मौसम की नजाकत भांपते हुए उन्होंने माता वैष्णों देवी मंदिर के पास भगदड़ की घटना में हुई मौत के लिए भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।

जांच की मांग

बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी साल 2022 की अपनी पहली मीडिया वार्ता में इस घटना के लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहराया है। उन्‍होंने मामले की जांच की मांग की हैं। बसपा सुप्रीमों ने मीडिया से साल 2022 की पहली बातचीत में कहा कि इस हादसे के लिए सरकार की लापरवाही जिम्मेवार है। ऐसे में मामले की जांच होनी चाहिए। उन्‍होंने हादसे में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं की आत्‍मा की शांति मांगते हुए घायलों के शीघ्र स्‍वस्‍थ होने की कामना की।

निजी रिश्तों पर तंज भाजपा की संस्कृति

चुनावी मौसम में उन्‍होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि इस समय प्रदेश की भाजपा सरकार पूरी तरह से अपने घमंड में चूर है। रिश्‍तों को लेकर ताने मारे जा रहे हैं। एक से बढ़कर एक कटाक्ष किए जा रहे हैं। यह सरकार अपने दंभ में मदमस्‍त है। उन्होंने कहा कि सियासी रिश्तों पर निजी टिप्पणी किसी भी नजरिए से ​उचित हीं कहा का सकता है। यह भाजपा की संस्कृति है।

भाजपा के खिलाफ सचेत रहने की जरूरत

योगी सरकार आम आदमी के धन को बर्बाद कर रही है। सरकारी धन को अपने निजी कार्यक्रमों पर खर्च कर रही है। पहले ऐसा कभी नहीं हुआ है। जल्‍द ही उनकी पार्टी अपने कार्यक्रमों का प्रचार कार्य शुरू करेगी। उन्‍होंने कहा कि हमारी पार्टी गरीबों और दलितों की पार्टी है। हमारे पास लुटाने के लिए धन नहीं है। हम चुनावों की घोषणा होने पर ही अपने कार्यक्रमों के आयोजनों की शुरुआत करेंगे। इस बीच उन्‍होंने कोरोना की तीसरी लहर की संभावनाओं को लेकर कहा कि सरकार की नाकामियों से हताश होने की आवश्‍यकता नहीं है। हमें सचेत रहने की जरूरत है।

Tags:    

Similar News