UP Election 2022 : सपा-रालोद गठबंधन को समर्थन देने पर नरेश टिकैत ने लिया यूटर्न, कहा कुछ ज्यादा ही बोल पड़े

UP Election 2022 : भारतीय किसान यूनियन ने सपा-रालोद को समर्थन देने के 24 घंटे के भीतर ही यूटर्न ले लिया है। नरेश टिकैत अपने पिछले बयान से पलट गए है| नरेश टिकैत ने यूटर्न लेते हुए कहा है कि हम चुनाव में किसी का भी समर्थन नहीं कर रहे हैं...

Update: 2022-01-17 06:00 GMT

सपा-रालोद गठबंधन को समर्थन देने पर नरेश टिकैत ने लिया यूटर्न

UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रिय लोक दल गठबंधन उम्मीदवारों को किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने खुला समर्थन दिया था| भारतीय किसान यूनियन ने सपा-रालोद को समर्थन देने के 24 घंटे के भीतर ही यूटर्न ले लिया है। बता दें कि भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत अपने पिछले बयान से पलट गए है| नरेश टिकैत ने यूटर्न लेते हुए कहा है कि हम चुनाव में किसी का भी समर्थन नहीं कर रहे हैं। इसके साथ ही अपने पिछले बयान को नरेश टिकैत ने गलती बताते हुए रविवार 16 जनवरी की शाम को कहा कि हम कुछ ज्यादा ही बोल पड़े थे, जो गलत था। साथ ही किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ही सर्वोपरि है और यदि हम उससे अलग जाते हैं तो फिर वे हमें बाहर भी कर सकते हैं।

किसी राजनीतिक पार्टी को नहीं समर्थन

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत से सवाल किया गया था कि 'कल गठबंधन प्रत्याशी आपके पास आए थे, उन्हें आपने किस तरह का आशीर्वाद और समर्थन दिया।' इस सवाल पर नरेश टिकैत ने जवाब देते हुए कहा कि 'हमारे पास तो कोई आ नहीं रहा लेकिन कल महागठबंधन वाले आए थे। किसान भवन में लोग जुटे थे, लेकिन कल हम ज्यादा बोल पड़े। संयुक्त किसान मोर्चा सर्वोपरि है, हमारी ओर से किसी को भी समर्थन नहीं है। किसी भी दल का कोई भी नेता आएगा तो हम उसे आशीर्वाद देंगे। यहां आकर कोई भी वोट मांगने की बात न करे। वोट मांगने की बजाय लोग आशीर्वाद लेने के लिए आएं। यहां आएं लोग आशीर्वाद लें और चुनाव लड़ें। हम किसी भी अनदेखी नहीं करेंगे।'

संयुक्त किसान मोर्चा से नहीं जा सकते अलग

बता दें कि इससे पहले साल 2014 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को भारतीय किसान यूनियन की तरफ से समर्थन दिया गया था| मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 2014 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को समर्थन दिए जाने को लेकर नरेश टिकैत का कहना ही कि उस वक्त तो लहर चल रही थी लेकिन अब दूसरा मामला है। साथ ही नरेश टिकैत ने कहा कि 13 महीने तक हमारा आंदोलन चला है और अब संयुक्त मोर्चा सर्वोपरि है। यदि हम अलग जाएंगे तो वे हमें भी निकाल देंगे।

भाजपाइयों का करेंगे स्वागत

मीडिया द्वारा जब नरेश टिकैत से यह सवाल किया गया कि भाजपा के प्रत्याशियों के आने पर क्या करेंगे। तब इस सवाल के जवाब ने नरेश टिकैत ने कहा कि यदि वे आते हैं तो उनका भी हम स्वागत करेंगे। चाय-पानी की व्यवस्था करेंगे। भाजपा के कैंडिडेट हमारे दुश्मन थोड़ी हैं। पहले भी आते ही रहे हैं।

संयुक्त किसान मोर्चा चुनाव से बनाए हुए है दुरी

बता दें कि किसान आंदोलन का प्रमुख चेहरा रहे राकेश टिकैत समेत संयुक्त किसान मोर्चा के तमाम नेता खुद को 5 राज्यों के चुनाव से अलग बताते रहे हैं। हालांकि किसान नेताओं ने कई बार भाजपा को हराने की बात कही है, लेकिन किसी खास पार्टी के समर्थन की बात नहीं कही थी। ऐसे में अब मीडिया और राजनीतिक खेमे में नरेश टिकैत के बयान के अलग मायने निकाले जा रहे थे और उन्हें महागठबंधन से जोड़कर देखा जा रहा था।  

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