UP Election 2022 : मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना से BJP प्रत्याशी पर भड़के ग्रामीण, भाजपा के खिलाफ की नारेबाजी

UP Election 2022 : मुजफ्फरनगर के बुधाना से भारतीय जनता पार्टी के निवर्तमान विधायक और आगामी चुनाव में इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार उमेश मलिक अपने विधानसभा क्षेत्र की एक गली से गुजरे तो लोगों का उन्हें गुस्सा झेलना पड़ा...

Update: 2022-01-26 09:00 GMT

मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना से BJP प्रत्याशी पर भड़के ग्रामीण

UP Election 2022 : केंद्र की भाजपा सरकार ने हाल ही में कृषि कानूनों को वापिस लेने की घोषणा कर दी थी लेकिन उसका कोई खास असर ग्रामीणों के ऊपर नजर नहीं आ रहा है| बता दें कि किसानों के एक साल तक चले विरोध-प्रदर्शन के बाद तीन कृषि कानूनों काे वापस लिया गया था। गौरतलब है कि कृषि कानूनों का विरोध करने वालों में ज्यादातर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान शामिल थे। ऐसा प्रतीत होता है कि तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के बाद भी यहां के किसानों में अब भी सरकार और भाजपा के प्रति गुस्सा कम नहीं हुआ है, जिसका असर रोजाना देखने को मिल रहा है|

बीजेपी प्रत्याशी के खिलाफ नारेबाजी

बता दें कि बीते मंगलवार 25 जनवरी को मुजफ्फरनगर के बुधाना से भारतीय जनता पार्टी के निवर्तमान विधायक और आगामी चुनाव में इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार उमेश मलिक अपने विधानसभा क्षेत्र की एक गली से गुजरे तो लोगों का उन्हें गुस्सा झेलना पड़ा| निवर्तमान विधायक उमेश मालिक आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से जुड़े किसी काम से अपने समर्थकों के साथ रसूलपुर जतन गांव पहुंचे थे। जब वह गली से अपने समर्थकों के साथ गुजरे तो गली में दोनों ओर ग्रामीण खड़े थे| गली में खड़े ग्रामीणों ने उमेश मलिक और भाजपा के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपनी मंशा साफ कर दी थी।

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

ग्रामीणों ने समाजवादी पार्टी और सीट से खड़े राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन के प्रत्याशी राजपाल बलियान के पक्ष में भी नारे लगाए। बता दें कि ग्रामीणों ने मलिक का विरोध किए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार केन्द्र द्वारा वापस लिए गए तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का नेतृत्व करने वाले भारतीय किसान यूनियन का मुख्यालय बुधाना विधानसभा क्षेत्र के सिसौली में ही स्थित है। बता दें कि भजपा प्रत्याशी उमेश मलिक को बीते रविवार को मंसूरपुर के गांव में पिछले चुनावी वादों को लेकर तमाम सवालों का सामना करना पड़ा था।

हिन्दू-मुश्लिम की राजनीति

बता दें कि भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने किसानों को हिंदू मुस्लिम की राजनीति के जरिए ध्रुवीकरण करने की कोशिशों से होशियार किया है| राकेश टिकैत ने कहा है कि किसान मतदान जैसे महत्वपूर्ण विषय को लेकर पूरी तरह सतर्क हैं। बता दें कि राकेश टिकैत ने बीते रविवार की रात को इगलास इलाके में एक निजी समारोह से इतर संवाददाताओं से बातचीत की| संवाददाताओं से बात करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि 'आने वाले कुछ हफ्तों में हिंदू मुस्लिम और जिन्ना के मुद्दे खूब सुनाई देंगे, मगर किसानों को ऐसे भ्रमित करने वाले मुद्दों से होशियार रहना होगा।'

इसके साथ ही राकेश टिकैत ने किसानों को सतर्क करते हुए कहा कि 'मतों का ध्रुवीकरण करने और निहित स्वार्थों के जरिए ध्यान भटकाने के लिए हिंदू मुस्लिम के मुद्दे उठाए जाएंगे। अगले 15 मार्च तक हिंदू मुस्लिम और जिन्ना उत्तर प्रदेश के अतिथि बन जाएंगे।'

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