UP News : अखिलेश यादव ने लखीमपुरी खीरी के किसानों की याद में दिया जलाकर मनाया 'लखीमपुर किसान स्मृति दिवस'

लखीमपुर हिंसा मामले में विपक्ष खासकर कांग्रेस और सपा योगी सरकार पर हमलावर मुद्रा में हैं। प्रियंका के तेवरों से योगी सरकार बैक फुट पर आ गयी थी।

Update: 2021-11-03 14:48 GMT

लखनऊ। यूपी के लखीमपुरी खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) को आज एक महीना हो गया है। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने किसानों की याद में छोटी दीपावली के दिन ​दिया जलाकर उन्हें अपनी श्रद्धाजंलि अर्पित की है। बुधवार सुबह अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने इस बाबत एक ट्विट किया था।

अलिखेश यादव (Akhilesh Yadav) ने​ ट्विट में लिखा कि, ''उप्र के समस्त निवासियों, किसानों के शुभचिंतकों और सपा व अन्य सहयोगी पार्टियों से अपील है कि आज 'लखीमपुर किसान स्मृति दिवस'  (Lakhimpur Kisan samriti diwas) मनाएं। आज 'किसान स्मृति दीप' जलाएं और अन्नदाताओं का मान बढ़ाएं!''

बता दें उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी ज़िला मुख्यालय से क़रीब 75 किलोमीटर दूर नेपाल की सीमा से सटा तिकुनिया गांव में तीन अक्तूबर को हुई हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई। इनमें चार किसान थे।

बुधवार शाम को जब देशभर में छोटी दिवाली के दीपक जलाये जा रहे हैं, तब अखिलेश यादव ने किसानों की याद में दिया जलाया। ​अखिलेश ने तस्वीर के साथ ट्विट किया कि, आइये जलाएं एक 'किसान स्मृति दीप' लखीमपुर के किसानों की शहादत के एक महीने पूरे होने की नम याद में… और अन्नदाता के मान और सम्मान में! #लखीमपुर_किसान_स्मृति_दिवस

लखीमपुर हिंसा मामले में विपक्ष खासकर कांग्रेस और सपा योगी सरकार पर हमलावर मुद्रा में हैं। प्रियंका के तेवरों से योगी सरकार बैक फुट पर आ गयी थी।

यूपी कांग्रेस के ​ट्विटर हैंडिल से आज ट्विट किया गया कि, उत्तर प्रदेश के बागपत में कर्ज़ में डूबे किसान द्वारा आत्महत्या की घटना अत्यंत हृदय विदारक! भाजपा के राज में किसानों के ऐसे हालात सरकार के सभी झूठों का पर्दाफाश कर रहे हैं। आखिर कब तक यह सब सहेगा प्रदेश का किसान? #नहीं_चाहिए_भाजपा

वहीं यूपी कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी अभिषेक सिंह पटेल ने ट्विट किया कि,लखीमपुर में मितौली के संडिलवा गाँव में फसल खराब हो जाने व कर्ज से परेशान होकर किसान अनिल सिंह ने आत्महत्या कर ली थी। @INCIndia महासचिव श्रीमती @priyankagandhi जी के निर्देश पर आज एक प्रतिनिधि मंडल मृतक किसान के परिजनों से मिलने पहुंचा व उनके इस दुःख में हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।

गौरतलब है कि मितौली (लखीमपुर खीरी) के गांव संडिलवा के किसान अनिल कुमार सिंह पर बैंकों का करीब तीन लाख का कर्ज था। बीती 29 अक्टूबर को अनिल कुमार सिंह का शव उन्हीं के खेत में पीपल के पेड़ से फंदे से लटका मिला था। इस संबंध में आज कांग्रेस को प्रतिनिधिमंडल पीड़ित किसान के परिजनों से मिलने गया था।

यूपी कांग्रेस के ट्विटर हैंडिल से लिखा गया, बैंक और सोसाइटी से लिया हुआ कर्ज़, बेटी की शादी न कर पाने का दर्द और बढ़ती महंगाई के बीच जूझते किसान ने लगा लिया मौत को गले।यूपी में बढ़ती महंगाई और कर्ज के बोझ तले दबे हुए किसान आत्महत्या कर रहे हैं। लेकिन अहंकारी भाजपा को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।

पत्रकार राघवेन्द्र मिश्र के अनुसार, लखीमपुर हिंसा से योगी सरकार की ​छवि को नुकसान पहुंचा है। विपक्ष इस मुद्दे को किसी न किसी वजह से चर्चा में बनाये रखना चाहता है। ​विधानसभा चुनाव में लखीमपुर हिंसा की गूंज जोर-शोर से सुनाई देगी।

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