उत्तराखंड : विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के 'जय श्रीराम' के जवाब में कांग्रेस ने दिया 'जय श्रीणेश' का नारा
हरीश रावत ने कहा जय श्री गणेश का नारा राज्य में पार्टी के चुनाव अभियान को गति देगा, किसी भी शुभ कार्य को शुरू करने से पहले भगवान गणेस को याद किया जाता है....
जनज्वार। उत्तराखंड में आगामी वर्ष 2022 में विधानसभा होने हैं। ऐसे में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और एआईसीसी के महासचिव हरीश राव ने भाजपा पर हमला बोला है। उनका कहना है कि कांग्रेस भाजपा को राजनीतिक लाभ के लिए हिंदू शब्द को हाइजेक नहीं करने देगी। पार्टी ने भाजपा के खिलाफ अब 'जय श्री गणेश' का नारा दिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री का कहना है कि भाजपा ने हिंदुओं को केवल वोट बैंक में बदल दिया है। मैं यह नहीं होने दूंगा। हम सनातन धर्म के अनुयायी हैं जो लोगों और धर्मों के बीच सद्भाव और शांति का उपदेश देते हैं। भाजपा का झुकाव धर्म औ जाति के नाम पर लोगों के बीच मतभेद पैदा करने की ओर ज्यादा है।
हरीश रावत ने कहा जय श्री गणेश का नारा राज्य में पार्टी के चुनाव अभियान को गति देगा। किसी भी शुभ कार्य को शुरू करने से पहले भगवान गणेस को याद किया जाता है और उनकी पूजाकी जाती है, इसलिए हमने इस नारे को चुना है। श्री गणेश एक नई शुरूआत का संदर्भ है और भगवान गणेश को विघ्नहर्ता के रूप में जाना जाता है।
इससे पहले रावत ने कहा था कि सत्ता में आने पर कांग्रेस उनके पिछले कार्यकाल के दौरान शुरू की गई कल्याणकारी नीतियों को फिर से शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि हमने महिलाओं को एलपीजी सिलेंडर पर दो सौ रुपये की सब्सिडी राशि और विधवाओं केलिए पेंशन को दोगुना करने का फैसला किया है। हमारा ध्यान रोजगार के अवसर पैदा करने और राज्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर होगा।
परिवर्तन यात्रा को लेकर रावत ने कहा कि इसका उद्देश्य उत्तराखंड के सम्मान को लौटाना है। उत्तराखंडियत की रक्षा करना है। जब हम राज्य को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने की बात करते हैं तो पहले शिक्षा की बात होती है, फिर चिकित्सा की बात होती है। पिछले साढ़े चार सालों में शिक्षा और चिकित्सा में कोई सुधार नहीं हुआ है।
उन्होंने आगे कहा कि " इस क्षेत्र में जो कदम हमने बढ़ाए थे, वह भाजपा सरकार ने पीछे कर दिए। आज नौजवानों के पास काम नहीं है। उनमें असंतोष घर कर रहा है। कांग्रेस रोजगारपरक नीति लेकर आएगी। रोजगार पर हमारा क्या स्टैंड है, इसे शीघ्र ही जनता के बीच रखा जाएगा।"
कांग्रेस ने तीन सितंबर से परिवर्तन यात्रा शुरू करने की घोषणा की है। यात्रा चार चरणों में आयोजित की जाएगी। यह यात्रा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के गृह क्षेत्र खटीमा से शुरू होगी। दूसरे चरण में यात्रा कुमाऊं मंडल से होकर जाएगी जबकि तीसरे चरण में गणवाल के छह जिले शामिल होंगे। परिवर्तन यात्रा का अंतिम चरण हरिद्वार में होगा।
हरीश रावत ने यह भी कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए कांग्रेस राष्ट्रीय नीति का अनुसरण करेगी। उत्तराखंड में धर्म, जाति के आधार पर जनसंख्या दर समान है।केरल की तरह उत्तराखंड शिक्षित है। उन्होंने कहा कि हमारा तो भाजपा से जन्मजात बैर है। हम लोकतांत्रिक संस्कृति की बात करते हैं, वह एक वर्ग की बात करते हैं।