ड्रग मामले में पकड़ी गईं भारतीय जनता युवा मोर्चा की सचिव पामेला गोस्वामी आखिर कौन हैं?
पामेला गोस्वामी पश्चिम बंगाल इकाई के प्रमुख दिलीप घोष की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुई थीं। बंगाली फिल्म और टेलीविजन अभिनेत्री रिमझिम मित्रा और अभिनेता सुरोजीत चौधरी भी उनके साथ भाजपा में शामिल हुए थे।
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेवाईएम) की सचिव पामेला गोस्वामी, जिन्हें एक अन्य के साथ कोलकाता में कोकीन रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, एक पूर्व मॉडल हैं, जो जुलाई 2019 में भगवा ब्रिगेड में शामिल हुई थी।
पामेला गोस्वामी पश्चिम बंगाल इकाई के प्रमुख दिलीप घोष की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुई थीं। बंगाली फिल्म और टेलीविजन अभिनेत्री रिमझिम मित्रा और अभिनेता सुरोजीत चौधरी भी उनके साथ भाजपा में शामिल हुए थे।
आगे चलकर, पामेला को बीजेवाईएम की पश्चिम बंगाल इकाई का सचिव नियुक्त किया और माना जाता है कि यह पार्टी गतिविधियों में बहुत सक्रिय थीं।
1 फरवरी को, उन्होंने फेसबुक पर पोस्ट किया, "एक दोपहर एक आदिवासी परिवार के साथ बिताया। उनके साथ बातचीत की, उन्होंने अपनी समस्याओं को साझा किया, हमने इसमें से एक संभावित समाधान प्रदान किया।"
उनके सोशल मीडिया पोस्ट सभी महत्वपूर्ण घटनाओं या कार्यक्रमों में उनकी उपस्थिति को दर्शाते हैं। उनके पोस्ट से यह भी पता चलता है कि वह कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के अवसर पर आयोजित 'पराक्रम दिवस समारोह' में शामिल हुई थीं।
पामेला गोस्वामी ने सोशल मीडिया पर अपनी राजनीतिक राय व्यक्त करने में संकोच नहीं किया।
कोलकाता के पॉश इलाके न्यू अलीपुर से 10 लाख रुपये कीमत की 100 ग्राम कोकीन के साथ पामेला की गिरफ्तारी के बाद बंगाल बीजेपी अब बैकफुट पर आ गई है और विपक्ष पार्टी पर ताबड़तोड़ अटैक कर रही है।
कोकीन के साथ गिरफ्तारी के बाद पामेला को शनिवार को कोलकाता की एक अदालत में पेशी हुई। कोर्ट में पेशी से पहले पामेला ने दावा किया कि उसे इस मामले में फंसाया गया है। उसे फंसाने के पीछे बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय के सहयोगी राकेश सिंह का हाथ है। इस पूरी साजिश का असली मास्टरमाइंड राकेश सिंह ही है।
वहीं राकेश सिंह ने कहा कि इस मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है। यदि वह इस केस में दोषी साबित होते हैं तो वह राजनीति छोड़ देंगे। उनका तो पिछले दो साल से पामेला के साथ कोई संपर्क नहीं है। यह तो टीएमसी की साजिश बीजेपी को बदनाम करने की है। पुलिस को इस मामले की गहराई से जांच करनी चाहिए।