BJP MP मीनाक्षी लेखी ने क्यों कहा - सुनील जाखड़ न करें कांग्रेस से इसकी उम्मीद, पटेल को भी नहीं मिला था सम्मान
जब नेहरू जी कांग्रेस अध्यक्ष बने थे तो सभी ने सरदार वल्ल्भभाई पटेल जी का समर्थन किया था। कांग्रेस ने जब पटेल जी का ही सम्मान नहीं किया तो सुनील जाखड़ जी इस बात की उम्मीद अपनी पार्टी से कैसे कर सकते हैं।
Punjab Election 2022 : उत्तर प्रदेश में की तरह अब पंजाब में चुनावी संग्राम चरम पर है। खासकर कांग्रेस ( Congress ) जब से यह फैसला लिया कि सीएम फेस ( CM Face ) का चुनाव ओपिनियन पोल के आधार पर होगा। उसके बाद से सीएम फेस को लेकर पार्टी के अंदर आपाधापी पहले से ज्यादा तेज हो गया है। अब सीएम फेस के लिए सुनील जाखड़ ( Sunil Jakhar ) भी मैदान में खुलकर सामने आ गए हैं।
कांग्रेस आलाकमान के इस फैसले के बाद उन्होंने अपने ताजा बयान में कहा है कि पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह ( Amrinder Singh ) के पद छोड़ने के बाद 42 विधायकों ने उनका साथ दिया था। इसलिए उन्हें ही सीएम चेहरा घोषित किया जाए।
जाखड़ न करें इस बात की उम्मीद
उनके इस बयान के बाद नई दिल्ली से भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ( BJP MP Meenakshi Lekhia ) ने कांग्रेस पर तंज कसा है। उन्होंने अपने ताजा बयान में कहा कि पंजाब कांग्रेस के नेता सुनील जाखड़ ( Sunil Jakhar ) ने जो कुछ कहा है कि उसमें नया कुछ नहीं है। जब नेहरू जी कांग्रेस अध्यक्ष बने थे तो सभी ने सरदार वल्ल्भभाई पटेल ( Sardar VallabhBhai Patel ) जी का समर्थन किया था। कांग्रेस ने जब पटेल जी का ही सम्मान नहीं किया तो सुनील जाखड़ जी इस बात की उम्मीद अपनी पार्टी से कैसे कर सकते हैं।
ये है सुनील जाखड़ का बयान
पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ( Sunil Jakhar ) ने बुधवार को कहा है कि पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद मुझे 42 विधायकों का समर्थन मिला था। पंजाब के मौजूदा सीएम चन्नी को 2 विधायकों का समर्थन मिला था। सुखजिंदर रंधावा को 16 विधायकों का समर्थन हासिल था। नवजोत सिंह सिद्धू को 6 विधायकों का समर्थन मिला था। इसलिए पार्टी मुझे चुनाव में सीएम का चेहरा बनाए।
Punjab Election 2022 :बता दें कि पंजाब विधानसभा की कुल 117 सीटों पर विधानसभा चुनाव 20 फरवरी को होना है। कांग्रेस ने चुनाव में सीएम फेस घोषित करने के लिए चन्नी और सिद्धू में से कौन पर, ओपिनियन पोल करा रही हैं। उसके बाद से सुनील जाखड़ ने भी सीएम फेस पर अपना दावा ठोक दिया है। उनके दावे के बाद से सीएम चेहरा तय करना कांग्रेस आलाकमान के लिए पहले से ज्यादा मुश्किल हो गया है।