हरियाणा सरकार में मंत्री अनिल विज ने जीतन राम मांझी को क्यों कहा - धरती पर बोझ?

जीतन राम मांझी ने दो दिन पहले कहा था कि राम कोई भगवान नहीं हैं, वह रामायण लिखने वाले वाल्मीकि और तुलसीदास को मानते हैं, पर राम को नहीं जानते....

Update: 2022-04-16 09:16 GMT

हरियाणा सरकार में मंत्री अनिल विज ने जीतन राम मांणी को क्यों कहा बताया धरती पर बोझ?

नई दिल्ली। बिहार के पूर्व सीएम और नीतीश मंत्रिमंडल में मंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) द्वारा भगवान राम को लेकर दिए गए विवादित बयान पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच हरियाणा सरकार में मंत्री और भाजपा बयानवीर नेता अनिल विज ( Anil Vij ) ने जीतन राम पर हमला बोल दिया है। उन्होंने कहा कि जीतन राम धरती पर बोझ हैं।

जीतन राम मांझी के भगवान राम वाले बयान पर हरियाणा के मंत्री अनिल विज ( Anil Vij ) ने कहा कि भगवान राम लोगों के रोम-रोम में समाए हुए हैं। देश में हिंदुओं की बहुमत है, उनकी राम में आस्था है और ऐसे में इस तरह की बातें करना बहुत गैर-जिम्मेदाराना है।

भगवान राम को बताया था काल्पनिक पात्र

दरअसल, दो दिन पहले बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती पर जमुई में आयोजित एक कार्यक्रम में मांझी ने लोगों को संबोधित करते हुए भगवान राम ( Bhagwan Ram ) पर ही सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा कि राम कोई भगवान नहीं हैं। वह रामायण लिखने वाले वाल्मीकि और तुलसीदास को मानते हैं, पर राम को नहीं जानते। वे यहीं नहीं रुके। मांझी ने कहा कि राम भगवान थोड़े ही थे, वे तो तुलसीदास और बाल्मीकि रामायण के पात्र थे। पूजा पाठ करने से कोई बड़ा नहीं होता। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के लोगों को पूजा पाठ करना बंद कर देना चाहिए। 

जीतन राम ने ब्राह्मणों पर निशाना साधते हुए कहा था कि जो ब्राह्मण मांस और शराब पीते हैं, झूठ बोलते हैं. ऐसे ब्राह्मणों से दूर रहना चाहिए। उनसे पूजा पाठ नहीं कराना चाहिए। आप लोग पूजा पाठ करना बंद कर दीजिए। शबरी के झूठे बेर को राम ने खाया था।

खुद को मजाक बना रहे हैं मांझी

भारतीय जनता पार्टी ने मांझी के विवादित बयान पर निशाना साधते हुए कहा कि खुद को सबरी के वंशज बताने वाले उन्हीं के आराध्य के अस्तित्व पर सवाल उठा रहे हैं। यह देख कर हंसी आती है। सूबे के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ( Sushil Kumar modi ) ने कहा कि यह तो हंसने की बात है कि स्वयं को सबरी के वंशज कहने वाले, उन्हीं के आराध्य के अस्तित्व पर सवाल उठा रहे हैं।।

Tags:    

Similar News