जेडीयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में क्या नीतीश के उत्तराधिकारी पर भी होगा फैसला?
पहले दिन न तो अरुणाचल प्रदेश में पार्टी विधायकों के पाला बदलने को लेकर कोई बयान सामने आया, न ही बिहार विधानसभा चुनावों में पार्टी के खराब प्रदर्शन को लेकर कोई बात सामने आई...
जनज्वार ब्यूरो, पटना। अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू विधायकों के पाला बदल कर बीजेपी में शामिल होने और बिहार चुनावों में तीसरे नम्बर पर चले जाने जैसी घटनाओं के बीच राज्य में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक शनिवार से पटना में शुरू हो गयी है।
बिहार विधानसभा चुनावों के बाद पहली बार हो रही इस बड़ी बैठक पर लोगों की नजरें टिकी हुईं हैं। 26 और 27 दिसंबर को जेडीयू कार्यालय के कर्पूरी सभागार में हो रही इस बैठक को राजनीतिक और जेडीयू के भविष्य की रणनीति को लेकर काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
हालांकि शनिवार को शुरू हुई इस बैठक के पहले दिन वैसा कुछ भी नहीं हुआ, जिसके कयास लगाए जा रहे थे। न तो अरुणाचल प्रदेश में पार्टी विधायकों के पाला बदलने को लेकर कोई बयान सामने आया, न ही बिहार विधानसभा चुनावों में पार्टी के अपेक्षाकृत खराब प्रदर्शन को लेकर कोई बात सामने आई।
अब जानकारी सामने आ रही है कि रविवार को बैठक में जेडीयू के संगठन के विस्तार पर चर्चा होगी। साथ ही बिहार चुनाव में पार्टी को कम सीटें मिलने को लेकर भी समीक्षा की जाएगी।
पिछले दिनों जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इशारों-इशारों में पार्टी के दूसरे नम्बर के चेहरे के रूप में सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह की ओर संकेत किए थे। ब्यूरोक्रेट से राजनेता बने आरसीपी सिंह ही फिलहाल मुख्य रूप से पार्टी संगठन का काम देख रहे हैं।
सूत्र बताते हैं कि बैठक में संगठन को मज़बूत करने के लिए कई नये चेहरे को भी आगे बढ़ाने की कवायद की जा सकती है। हालांकि महत्वपूर्ण प्रश्न यह है कि क्या ऐसे कोई आधिकारिक प्रस्ताव भी पारित किए जाएंगे, जिसमें नीतीश कुमार के उत्तराधिकारी का चेहरा सामने आए।
बिहार विधानसभा चुनावों के बीच मुख्य विपक्षी दल राजद के तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लगातार थका हुआ बता रहे थे। और तो और एनडीए के घटक दल, पर बिहार में अकेले चुनाव लड़ रहे लोजपा के अध्यक्ष चिराग पासवान भी उनके सुर में सुर मिलाकर यही बात कह रहे थे। चुनाव प्रचारों के अंतिम समय की एक चुनावी सभा में खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह कहकर सबको चौंका दिया था कि 'यह मेरा अंतिम चुनाव है।' हालांकि बाद में उन्होंने सफाई दी थी कि उनके कहने का आशय राजनीतिक सन्यास का नहीं था। उस वक्त से ही जेडीयू में नीतीश कुमार के उत्तराधिकारी की बात चर्चाओं में बनी हुई है।
वहीं संगठन में बड़े फेरबदल को लेकर भी कुछ फैसले लिए जा सकते हैं। दो दिन तक चलने वाली बैठक में तीन महत्वपूर्ण बैठकें होंगी।इसी क्रम में शनिवार शाम राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक हुई।
रविवार, 27 दिसम्बर को सुबह 11 बजे राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी, वहीं दोपहर 2.30 बजे से राष्ट्रीय परिषद की बैठक होगी। जेडीयू की बैठक में राष्ट्रीय महासचिव, राष्ट्रीय सचिव, कोषाध्यक्ष, राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष शामिल होंगे। जदयू की राष्ट्रीय कार्यसमिति में 225 सदस्य हैं। बैठक में देश के दूसरे राज्यों के भी जदयू के प्रदेश अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष शामिल हो रहे हैं।
बैठक के बारे में जदयू के राष्ट्रीय महासचिव अफाक अहमद ने बताया कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी संगठन कैसे मजबूत हो और पार्टी को देश के दूसरे राज्यों में कैसे विस्तार किया जाये, इस पर चर्चा होगी।
हालांकि पार्टी के कई नेताओं ने कहा कि बैठक में बिहार चुनाव में जेडीयू को कम सीटें मिलने पर भी चर्चा हो सकती है। सूत्र ये भी बताते हैं कि पार्टी को किन वजहों से उम्मीद के मुताबिक सीटें नहीं मिली, किन लोगों ने जि़म्मेवारी नहीं निभाई और किन्होंने पार्टी विरोधी कार्य किया, इस पर भी चर्चा होने की सम्भावना है।
इसके अलावा चिराग पासवान से लेकर भाजपा के रुख पर चर्चा हो सकती है। वहीं अरुणाचल प्रदेश के जदयू विधायकों के भाजपा में शामिल होने का प्रकरण भी गर्माया रहेगा।