Jaipur Crime News : अनाथ आश्रम में सीनियर होने का रौब जमाते हुए 8 बच्चों के साथ किया कुकर्म

Jaipur Crime News : पीड़ित बच्चों के बयानों के आधार पर दो नाबालिगों को हिरासत में ले लिया गया है। अब दोनों को बाल सुधार गृह भेजा जाएगा।

Update: 2021-11-12 11:31 GMT

बाल कल्याण समिति और चाइल्ड लाइन की टीम

Jaipur Crime News : जयपुर से एक रैगिंग का मामला सामने आया है। जयपुर में श्री हिंदू अनाथ आश्रम में रहने वाले 8 से 10 साल के बच्चों से कुकर्म करने के मामले में कोतवाली थाना पुलिस ने दो नाबालिग को हिरासत में लिया है। पुलिस ने बताया कि हिरासत में लिए गए नाबालिग लड़कों की उम्र 16 से 17 वर्ष के बीच है। पुलिस की प्रारंभिक जांच पड़ताल में पता चला कि आश्रम में 2 महीने पहले से बच्चों के साथ छेड़छाड़ और गंदी हरकतें हो रही थी। साथ ही इन बच्चों के साथ रैगिंग के नाम पर गंदी हरकतें शुरू की गई थी। जिसके बाद दो नाबालिग ने मिलकर बच्चों के साथ कुकर्म करना शुरू कर दिया।

बुधवार को दर्ज किया गया था मुकदमा

इस अपराध के खिलाफ चाइल्ड लाइन की काउंसलर शांति बेरवाल ने बुधवार को कोतवाली थाने में दोनों नाबालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था। मामले की जांच थाना प्रभारी ओम प्रकाश मातवा द्वारा की जा रही है। बताया गया कि पीड़ित बच्चों के बयानों के आधार पर दो नाबालिगों को हिरासत में ले लिया गया है। अब दोनों को बाल सुधार गृह भेजा जाएगा।

मामले की कार्यवाही के बाद पुलिस ने बाल कल्याण समिति और चाइल्ड लाइन की मदद से आश्रम में मौजूद बच्चों को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया है। बता दें कि गुरुवार को भी पांच से छह बच्चों को आश्रम से शिफ्ट किया गया था। जिनकी उम्र करीब 15 से 16 साल बताई गई थी।

सीनियर होने का रौब जमाते थे

पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला कि 2 महीने पहले एक 16 साल का नाबालिक इस आश्रम में आया था। जब उसे यहां मालूम हुआ कि यहां छोटी उम्र के बच्चे हैं तो अपने साथ एक और नाबालिग को आश्रम में ले आया। बाद में दोनों ने मिलकर अपने से कम उम्र के बच्चों को धमकाना शुरू कर दिया। दोनों नाबालिग अपने से कम उम्र के बच्चों को धमकाते हुए कहते थे कि हम तुम्हारे सीनियर हैं। अपने सीनियर होने का रौब जमाते हुए रैगिंग करते थे। इसके बाद गंदी हरकत करना शुरू कर दिया था। बताया गया कि इसके बाद दोनों ने मिलकर अन्य छोटे बच्चों को भी परेशान करना शुरू कर दिया। साथ ही बच्चों को डरा-धमका कर रखते थे। जांच में सामने आया कि दोनों ने मिलकर 8 बच्चों के साथ कुकर्म किया।

आश्रम में प्रबंधन की लापरवाही

स्थानीय लोगों ने बताया कि आश्रम में प्रबंधन की लापरवाही की वजह से ऐसी घटना घटी है। इस आश्रम में कोई सिक्योरिटी गार्ड नहीं था। साथ ही बाहरी लोगों की आवाजाही में कोई रोक-टोक नहीं थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां आश्रम में शराब का भी सेवन किया जाता था। इस बात की जांच करने में पुलिस जुटी हुई है।

श्री हिंदू अनाथ आश्रम जयपुर में त्रिपोलिया बाजार में स्थित नाटाणियों के रास्ते में शुरू किया गया था। यह आश्रम 1925 में शुरू हुआ था। बता दें कि एक निजी ट्रस्ट बनाकर प्रबंध समिति के लोग इस आश्रम को संचालित कर रहे हैं।

8 बच्चों को बनाया शिकार

इस मामले के संबंध में चाइल्ड लाइन की काउंसलर शांति बेरवाल का कहना है कि आश्रम में भरतपुर, दौसा, अजमेर, जयपुर और अन्य जगहों के करीब 19 बच्चे रह रहे थे। उन्हें प्रारंभिक जानकारी में आश्रम में मौजूद 8 से 10 साल की उम्र के 8 बच्चों के साथ गलत हरकतें होने का पता चला। उन्होंने बताया कि धनतेरस पर श्री हिंदू अनाथ आश्रम में शराब पीकर डांस पार्टी भी की गई थी।

वीडियो से मिली अपराध की जानकारी

एडिशनल डीसीपी धर्मेंद्र सागर के अनुसार आश्रम में 18 साल की उम्र होने पर बाहर जा चुके कुछ बच्चे यहां आए थे। आश्रम में रह चुके कुछ बच्चे दिवाली पर वर्तमान में आश्रम में रह रहे बच्चों से मिलने आए। तब उन बच्चों ने अपनी आपबीती युवकों को बताई। जब युवकों ने आश्रम में रहने वाले छोटे बच्चों से बातचीत की तो बड़े लड़कों द्वारा गंदी हरकतें करने की बात सामने आई। उन युवकों ने बच्चों से बातचीत के दौरान एक वीडियो बना लिया। उस वीडियो को युवकों ने बाल आयोग में किसी अधिकारी को भेज दिया। जिसके बाद इस वीडियो की जानकारी बाल आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल को मिली। जानकारी मिलने के बाद बेनीवाल ने बुधवार को एक टीम का गठन किया और उसे निरीक्षण के लिए आश्रम भेजा था। जिसके बाद इस पूरे मामले का खुलासा हुआ और बाल आयोग के तरफ से पुलिस ने मुकदमा दर्ज करवाया गया।

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