Ramnagar news : हफ्तेभर बाद भी नितिन हत्याकांड का खुलासा न होने से भड़के ग्रामीणों ने कोतवाली का किया घेराव, पुलिस से हुई नोकझोंक
Ramnagar News : परिजनों का आरोप है कि नितिन की लाश जिस नाले में मिली है उसकी दूरी घटनास्थल से इतनी है कि एक व्यक्ति उतनी दूर तक लाश को अकेले नहीं ले जा सकता है, जिससे साफ है कि इस मामले में कई लोग शामिल हैं...
Ramnagar news : रामनगर के मालधन में छह दिन पहले बरामद हुई नितिन नामक युवक की लाश के मामले में हत्यारोपियों की गिरफ्तारी न होने से गुस्साए दर्जनों ग्रामीणों ने शुक्रवार 21 अक्टूबर को कोतवाली का घेराव कर पुलिस अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की। परिजनों का इल्जाम है कि नितिन की हत्या की गई है, जबकि पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बिना किसी नतीजे पर पहुंचे इसे हत्या का केस नहींं कहा जा सकता।
छह दिन पहले घर से रामलीला देखने की बात कहकर निकले नितिन की लाश एक नाले के पास से बरामद हुई थी। परिस्थितियों के लिहाज से खेत में जंगली जानवरों को रोकने के लिहाज से लगाए गए बिजली के तार की करंट की चपेट में आने से युवक की मौत की संभावना जताई गई थी, लेकिन परिजनों का कहना था कि एक लड़की को लेकर नितिन को कुछ लोगों द्वारा जान से मारने की धमकी दी जा रही थी। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने उस लड़की सहित 8 लोगों को गैर इरादतन हत्या के मुकदमे में नामजद किया था।
लेकिन पुलिस कार्यवाही से असंतुष्ट परिजन मालधन के ग्रामीणों के साथ नितिन की मौत के 6 दिनों बाद शुक्रवार 21 अक्टूबर को कोतवाली आ धमके, जहां उन्होंने रामनगर कोतवाली का घेराव कर प्रदर्शन कर आरोपियों को हत्या के मुकदमे में गिरफ्तार किए जाने की मांग की। इस दौरान पुलिस अधिकारियों व ग्रामीणों में तीखी नोकझोंक भी हुई।
नितिन के पिता सुभाष चन्द्र ने कहा कि विगत 16 अक्टूबर को नितिन की हत्या के मामले को लेकर मेरे द्वारा रामनगर कोतवाली में एफआईआर दर्ज करवाई गई थी। इस मामले में पुलिस ने अभी तक मात्र एक ही व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जबकि अन्य आरोपी अभी तक खुले घूम रहे हैं तथा समझौते का दबाव बना रहे हैं।
परिजनों का इल्जाम है कि पुलिस द्वारा मामले में धारा 304 व 506 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है, जबकि यह मामला धमकी देने के बाद हत्या किए जाने का है। नितिन की लाश जिस नाले में मिली है उसकी दूरी घटनास्थल से इतनी है कि एक व्यक्ति उतनी दूर तक लाश को अकेले नहीं ले जा सकता है, जिससे साफ है कि इस मामले में कई लोग शामिल हैं। परिजनों ने मालधन चौकी पुलिस की कार्यशैली को संदिग्ध बताते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि नितिन की हत्या की निष्पक्ष जांच को लेकर पुलिस गंभीर नहीं है।
इस दौरान कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने परिजनों को बताया कि पुलिस को अभी तक मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिली है। मुकदमे में धाराओं की बढोतरी मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अध्ययन के बाद ही संभव हो सकेगी। पीएम रिपोर्ट में जिन तथ्यों का उल्लेख होगा, उसी हिसाब से आगे की कार्यवाही की जाएगी, जिसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को 3 दिन का समय देते हुए कहा कि यदि 3 दिन के भीतर पोस्टमार्टम रिपोर्ट हासिल कर आरोपियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई नहीं की जाती है तो मालधन क्षेत्र की जनता कोतवाली पर धरना-प्रदर्शन व आंदोलन करने के लिए विवश होगी।