सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को कार्रवाई की चेतावनी, केंद्रीय मंत्री ने कहा-बोलने की स्वतंत्रता पर इसमें कुछ प्रतिबंध भी हैं
केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार को राज्यसभा में कहा कि फर्जी खबरें या भड़काऊ विषय सामग्रियों के फैलाए जाने पर उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी..
जनज्वार। केंद्र सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को कार्रवाई की चेतावनी दी है। केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्मो को यह चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि फर्जी खबरें या भड़काऊ विषय सामग्रियों के फैलाए जाने पर उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने राज्यसभा में ट्विटर और फेसबुक जैसे प्लेटफार्मो को देश में व्यापार के दौरान भारतीय नियमों का पालन करने को कहा। उन्होंने अपने बयान में कहा, 'बोलने की स्वतंत्रता बेशक है, लेकिन अनुच्छेद 19ए कहता है कि इसमें कुछ प्रतिबंध भी हैं।'
उन्होंने कहा 'हम सोशल मीडिया का बहुत सम्मान करते हैं, इसने आम लोगों को सशक्त बनाया है। डिजिटल इंडिया कार्यक्रम में सोशल मीडिया की बड़ी भूमिका है। हालांकि, अगर फर्जी समाचार और हिंसा फैलाने के लिए सोशल मीडिया का दुरुपयोग किया जाता है, तो भारत में सोशल मीडिया के दुरुपयोग पर कार्रवाई की जाएगी।'
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्मो को भारत के संविधान का पालन करना होगा। भारतीय संविधान, सरकार और प्रधानमंत्री की आलोचना करने की अनुमति देता है, लेकिन फर्जी खबर फैलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
उन्होंने कहा, 'हमने ट्विटर और सोशल मीडिया के कुछ मुद्दों को चिन्हित किया है। अगर वे देश में व्यवसाय करना चाहते हैं, तो उन्हें भारतीय कानूनों का पालन करना होगा। विभिन्न देशों के लिए अलग-अलग मापदंडों की अनुमति नहीं दी जा सकती है। कैपिटल हिल की घटना और लाल किले की घटना के लिए मापदंड भिन्न नहीं हो सकते।'
बता दें कि भारत सरकार ने बुधवार को ट्विटर पर अपनी नाराजगी व्यक्त की थी क्योंकि देश में जारी किसानों के प्रदर्शनों के बीच कुछ 'उत्तेजक' ट्वीट्स को हटाए जाने के सरकार के आदेश का अनुपालन इसने नहीं किया था।