UP : बिन मां के 5 साल के मासूम ने बिस्तर किया गंदा तो चाची ने नृशंसता से उतार दिया मौत के घाट
जिस मासूम की बिस्तर गंदा करने पर कर दी गयी हत्या, वह पिछले 7 महीने से फरुर्खाबाद की न्यू फौजी कॉलोनी में अपनी चाची के साथ रह रहा था, क्योंकि उसके पिता चाहते थे कि वह अन्य बच्चों के साथ पढ़ाई करे, लड़के की मां का तीन साल पहले निधन हो गया था और दादी भी चल बसी थीं...
फर्रुखाबाद| उत्तर प्रदेश में 38 वर्षीय एक महिला को उसके 5 साल के भतीजे की कथित रूप से पिटाई करने और उसकी हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। बच्चे ने अपना बिस्तर गंदा कर दिया था, जिसके बाद उसकी चाची ही उसकी जान की दुश्मन बन बैठी। बच्चे को बिस्तर में पाॅटी के साथ देखकर उसकी चाची आपा खो बैठी और उसे मौत के घाट उतार दिया।
यह घटना रविवार 7 फरवरी को हुई थी। सोमवार 8 फरवरी को पुलिस को पहली शिकायत मिली कि यश प्रताप अपने चाचा शैलेंद्र सिंह के घर से लापता हो गया है। उसने पुलिस को बताया कि बच्चा एक मेले से लापता हो गया था, जहां वह अपनी चाची नीरज के साथ गया था।
मामले में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज की गई थी।पुलिस ने मेले के फुटेज को खंगालना शुरू किया, लेकिन नीरज के साथ बच्चा नहीं दिखाई दिया।
एटा जिले में रहने वाले यश के पिता बृजेन्द्र सिंह ने कहा कि उनकी भाभी नीरज ने उन्हें 7 फरवरी को बताया कि उनका बेटा मेले से गायब है। अगली सुबह, उसने अपना बयान बदल दिया और बताया कि उसने यह पाने के बाद कि यश ने बिस्तर गंदा कर दिया है, उसे घर से बाहर निकाल कर दरवाजा बंद कर लिया और जब दरवाजा खोला तो वह गायब था। सीसीटीवी फुटेज और महिला के बदलते बयान को देखकर पुलिस को शक हुआ।
आक्रामक पूछताछ के दौरान, उसने आखिरकार अपराध करना स्वीकार कर लिया और पुलिस को उस जगह ले गई जहां उसने अपने 65 वर्षीय पिता राम बहादुर की मदद से शव को दफनाया था। उसके पिता को भी मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) फरुर्खाबाद, अशोक कुमार मीणा ने कहा कि पूछताछ के दौरान, नीरज ने पुलिस को बताया कि पिटाई और भतीजे की हत्या करने के बाद, उसने अपने पिता को फोन किया और उन्हें इस घटना की जानकारी दी।
राम बहादुर, जो नीरज के घर से 60 किमी दूर रहते हैं, ने उन्हें सलाह दी कि वे शव को काम्पला में उनके स्थान पर लाएं और वह कुछ व्यवस्था करेंगे। पिता ने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी एक ऑटो से एक काले बैग में शव ले आई।
महिला ने अपने पिता की मदद से लड़के के शव को एक जंगल में गहरे गड्ढे में गाड़ दिया। मीअशोक कुमार मीणा ने कहा कि आईपीसी की धारा 302 (हत्या) 201 (अपराध के सबूतों के गायब होने) और 120 बी (आपराधिक साजिश) को एफआईआर में जोड़ा गया है। अशोक कुमार मीणा ने कहा कि शव की खोजबीन की गई और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि लड़के की हत्या कर दी गई थी। उन्होंने कहा कि बच्चे के शरीर पर कई चोट के निशान भी पाए गए।
बच्चा पिछले 7 महीने से फरुर्खाबाद की न्यू फौजी कॉलोनी में अपनी चाची के साथ रह रहा था, क्योंकि उसके पिता चाहते थे कि वह अन्य बच्चों के साथ पढ़ाई करे। लड़के की मां का तीन साल पहले निधन हो गया था और दादी भी चल बसी थीं।