UP Board 2022 Exams Cancelled : यूपी बोर्ड ने 24 जिलों में रद्द की 12वीं की अंग्रेजी परीक्षा, योगी की नकेल नकल पर फिर फेल

UP Board 2022 Exams Cancelled : आप को बता दें कि यूपी बोर्ड की परीक्षाओं से पूर्व ही कई जगहों पर इसके साल्व प्रश्नपत्र बिकने की खबरे आने लगी थी। सोमवार को देर रात में ही बलिया में संस्कृति के साल्व प्रश्नपत्र को बेचा रहा था। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया था। बोर्ड के अनुसार पेपर लीक होने की खबरों के बीच बोर्ड की ओर से परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया गया है। 24 जिलों में परीक्षा कैंसिल होने से यह बात प्रमाणित हो गयी है कि इस बार भी नकल माफिया प्रशासन पर हावी हो गया। परीक्षा के कैसिंल होने की खबर इस बात की पुष्टि करती है।

Update: 2022-03-30 07:58 GMT

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UP Board 2022 Exams Cancelled : यूपी बोर्ड परीक्षा (UP Board Examinations) की इंटरमीडिएट (Intermediate) की अंग्रेजी की परीक्षा आज 30 मार्च 24 जिलों में रद्द कर दिया गया है। जिन जिलों में परीक्षा रद्द करने की घोषणा की गयी है वे हैं- आगरा (Agra), मैनपुरी (Mainpuri), मथुरा (Mathura), अलीगढ़ (Aligarh), गाजियाबाद (Gaziabad), बागपत (Bagpat), बदाऊं (Badayun), शाहजहांपुर उन्नाव (Shahjahanpur Unnao), सीतापुर (Sitapur), ललितपुर (Lalitpur), महोबा (Mahoba), जालौन (Jalaun), चित्रकूट (Chitrakoot), अंबेडकरनगर (Ambedkarnagar), प्रतापगढ़ (Pratapgarh), गोंडा (Gonda), गोरखपुर (Gorakhpur), आजमगढ़ (Azamgarh), बलिया (Ballia), वाराणसी (Varanasi), कानपुर देहात (Kanpur Dehat), एटा (Eta), शामली (Shamli)। यूपी बोर्ड (UP Board) की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इन 24 जिलों के अलावा बाकी जिलों में परीक्षा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही ली जाएगी।

आप को बता दें कि यूपी बोर्ड की परीक्षाओं से पूर्व ही कई जगहों पर इसके साल्व प्रश्नपत्र (Solved Questions Papers) बिकने की खबरे आने लगी थी। सोमवार (28 March) को देर रात में ही बलिया में संस्कृति के साल्व प्रश्नपत्र को बेचा रहा था। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया था। बोर्ड के अनुसार पेपर लीक होने की खबरों के बीच बोर्ड की ओर से परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया गया है। 24 जिलों में परीक्षा कैंसिल होने से यह बात प्रमाणित हो गयी है कि इस बार भी नकल माफिया प्रशासन पर हावी हो गया। परीक्षा के कैसिंल होने की खबर इस बात की पुष्टि करती है।

परीक्षा रद्द होने के साथ ही एक बार फिर यूपी के प्रशासनिक अमले पर सवाल खड़ा हो गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ की सरकार की ओर से कई बार नकल माफियाओं पर लगाम लगाने की बातें कही गयी थी। पर इस बात भी सारी सख्ती नकल माफियाओं के आगे नाकाफी साबित हुई है और यूपी बोर्ड के कदाचारमुक्त परीक्षा का दावा सिर्फ दावा ही बनकर रह गया है। जमीनी स्तर पर इस का कोई असर नहीं दिख रहा है।

आपको बता दें कि बलिया में मंगलवार की सुबह होने वाली यूपी बोर्ड की संस्कृत की परीक्षा का हल प्रश्नपत्र सोमवार की देर रात ही बिकनी शुरू हो गई। हालांकि यह सही था या गलत इस बारे में कोई स्पष्टता नहीं थी फिर भी नकल माफिया इसे बेखौफ बेच रहा था। इस मामले में बलिया जिले के जिलाधिकारी आईबी सिंह और एसपी राजकरन नय्यर ने खुद संज्ञान लेकर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है।

ज्ञात हो कि देश की सबसे बड़ी बोर्ड परीक्षा यूपी बोर्ड को ​बिना नकल के संपन्न कराने का दावा प्रशासन की ओर से हर बार किया जाता है पर नकल माफिया हर बार अपने गलत मंसूबों में कामयाब हो जाता है। इसका खामियाजा अंतिम रूप से वहां के छात्र-छात्राओं को भुगतना पड़ता है। प्रदेश में सरकारी की ओर से तमाम सख्ती के बावजूद यहां नकल का कारोबार बंद नहीं हो पा रहा हैं। इन पर ठोस कार्रवाई नहीं होने से हर साल प्रश्नपत्र लीक होने की खबरें आती रहती हैं। प्रदेश में इस बार नई सरकार आयी है इस बार भी ऐसी खबरों के आने से अभिभावकों और छात्रों के बीच संशय का माहौल बन गया है।

क्षेत्र में परीक्षा प्रारंभ होने से पहले ही नकल माफिया बोर्ड की डुप्लीकेट कॉपी खुलेआम बेच रहे थे। नकल की तमाम खबरे मीडिया मे आने के बाद से भी प्रशासन की ओर से नकल माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं होने से उनके हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। ऐसी खबरों से ना केवल प्रदेश की बदनामी होती है बल्कि इससे छात्रों का भविष्य भी अंधकारमय होने का खतरा बढ़ता जा रहा है।

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