ABP CVoter Survey में AAP की पंजाब में बन रही सरकार, क्या कांग्रेस को कमजोर करने की है रणनीति

ABP CVoter Survey : 66 फीसदी जनता ने कहा कि वो पंजाब सरकार से नाराज हैं और उसे बदलना चाहते हैं....

Update: 2022-01-10 14:49 GMT

ABP CVoter Survey : चुनाव आयोग की ओर से पांच राज्यों में तारीखों का ऐलान हो चुका है। इसके साथ ही तमाम सर्वे भी सामने आने लगे हैं। एबीपी न्यूज सी वोटर सर्व में पंजाब में आम आदमी पार्टी  (AAP) की सरकार बन सकती है। बता दें कि पंजाब में 14 फरवरी को एक चरण में ही चुनाव होने हैं।

एबीपी न्यूज सी वोटर सर्वे के मुताबिक 32 फीसद लोग आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार चाहते हैं। 27 फीसदी लोग फिर से कांग्रेस के पक्ष में है जबकि अकाली दल (SAD) और बसपा (BSP) गठबंधन के पक्ष में केवल 11 फीसदी लोग हैं। सर्वे के मुताबिक जब लोगों से पूछा गया कि क्या वो पंजाब सरकार से नाराज हैं और बदलना चाहते हैं तो उनमें से 66 फीसदी जनता ने कहा कि वो पंजाब सरकार से नाराज हैं और उसे बदलना चाहते हैं। वहीं 34 फीसदी वोटर्स ने माना कि वो पंजाब सरकार से न तो नाराज हैं और न ही उसे बदलना चाहते हैं। 

सर्वे के मुताबिक पंजाब में सीएम की पसंद के सवाल पर कैप्टन अमरिंदर सिंह 6 फीसदी लोगों की पसंद हैं। वहीं सुखबीर बादल 15 फीसदी, अरविंद केजरीवाल 17 फीसदी, चरणीत सिंह चन्नी 29 फीसदी, नवजोत सिद्धू 6 फीसदी, भगवंत मान 23 फीसदी और अन्य 4 फीसदी लोगों की पसंद हैं। 

सर्वे के मुताबिक पंजाब के मालवा क्षेत्र में कांग्रेस को 13 से 17 सीटें मिल सकती हैं। आम आदमी पार्टी को 39 से 43 सीटें मिल सकती हैं। जबकि अकाली दल को 10 से 14 सीटें, भाजपा को 2 सीटें और अन्य 1 सीट हासिल कर सकते हैं। मालवा क्षेत्र सीटों के लिहाज से सबसे बड़ा है। 

सर्वे के मुताबिक वहीं मांझा क्षेत्र कांग्रेस (Congress) को 14 से 18 सीटें मिल सकती हैं जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) को 3 से 7 सीटें, अकाली दल को 2 से 6 सीटें तो भाजपा (BJP) को मात्र 1 सीट मिल सकती है। मांझा क्षेत्र में विधानसभा की 25 सीटें हैं।

पंजाब के दोआब क्षेत्र में कुल 23 विधानसभा सीटें हैं। सर्वे के मुताबिक इस क्षेत्र में कांग्रेस को 7 से 11 सीटें मिल सकती हैं। वहीं आम आदमी पार्टी को भी 7 से 11 सीटें मिल सकती हैं। अकाली दल को 2 से 6 सीटें औऱ भाजपा को 1 सीट मिल सकती है। 

बता दें कि पिछले 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 117 सीटों में से 77 सीटों पर जीत मिली थी। इसके साथ ही कांग्रेस ने अपनी सरकार बनाई थी। इसके बाद 20 सीटों के साथ आम आदमी पार्टी दूसरे नंबर पर थी। अकाली दल ने 15 विधानसभा सीटें जीती थीं जबकि भाजपा मात्र 3 सीटों पर सिमट गई थी। जबकि अन्य के खाते में 2 सीटें आईं थीं।

सर्वे के मुताबिक यह सर्वे 12 दिसंबर से 8 जनवरी के बीच किया गया। सर्वे से खुश आम आदमी पार्टी एक तरफ किसी तरह कांग्रेस को कमजोर करने की रणनीति में जुटी हुई है। वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा ने पूरे गणित को उलट कर रख दिया है। भाजपा को उम्मीद थी कि फ्लाईओवर पर पीएम के काफिले के फंसने से जो विवाद हुआ उससे कांग्रेस को नुकसान होगा लेकिन यह मामला अब उल्टा पड़ता हुआ दिख रहा है।

फिरोजपुर में रैली स्थल पर खाली कुर्सियों पर विवाद औऱ बठिंडा में प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी कि वे जिंदा बच जाने के लिए मुख्यमंत्री चन्नी को धन्यवाद देना चाहते हैं ने सिखों और किसान समुदायों में कड़वाहट और गुस्सा पैदा कर दिया है। मोदी के इस बयान को इस तरह से देखा जा रहा है कि किसानों ने उनकी जान लेने की कोशिश की। इसे सालभर से ज्यादा चले आंदोलन में किसानों की मौत से जोड़कर भी देखा जा रहा है। 

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