आखिर कौन सा वाशिंग पाउडर यूज करती है BJP जो उसकी पार्टी में आते ही नेता पवित्र और जाते ही बन जाते हैं माफिया-भ्रष्टाचारी!

UP Election 2022: सवाल ये है कि यही विधायक अभी तक जब भाजपा में थे तो क्या योगी सरकार के किसी जिम्मेदार को यह पता नहीं रहा होगा की ये भृष्टाचारी व माफिया हैं...

Update: 2022-01-13 08:49 GMT

(भाजपा है या वाशिंग मशीन जहां सबके गुनाह घुल जाते हैं)

UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का बिगुल बजते ही दलबदल का सिलसिला शुरू हो गया है। मंगलवार 11 जनवरी के दिन से भारतीय जनता पार्टी में भगदड़ का माहौल है। दो मौजूदा मंत्रियों सहित कई विधायकों ने भाजपा (BJP) का दामन छोड़ दिया है। इसके चलते भाजपा को भारी नुकसान होने का आकलन लगाया जा रहा। 

इसी बीच भाजपा के यूपी ट्वीटर हैंडल पर एक ट्वीट किया गया है। जिसमें अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के साथ खड़े भाजपा छोड़कर गये विधायकों को भ्रष्टाचारी और गुंडा बताया जा रहा। लेकिन यहां अहम सवाल ये है कि यही विधायक अभी तक जब भाजपा में थे तो क्या योगी सरकार के किसी जिम्मेदार को यह पता नहीं रहा होगा की ये भ्रष्टाचारी व माफिया हैं। 

बताते चलें कि भारतीय जनता पार्टी से स्तीफा देते ही प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ एमपी-एमएलए कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। सुल्तानपुर के कोर्ट ने उनको आगामी 24 जनवरी तक पेश होने का आदेश दिया है। स्वामी अभी तक भाजपा में थे तो सारे गुनाह माफ रहे। भाजपा छोड़ते ही उनपर गिरफ्तारी की तलवार लटकनी बताई जाने लगी।

क्या था मामला?

स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ यह वारंट साल 2014 में देवी-देवताओं पर अशोभनीय टिप्पणी करने के मामले में जारी हुआ है। आज इस मामले में पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य को अदालत में हाजिर होना था। अदालत में पेश न होने पर अपर मुख्य दंडाधिकारी एमपी-एमएलए ने आरोपित पूर्व श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने का आदेश दिया है। अब इस मामले में 24 जनवरी को सुनवाई की तारीख अदालत ने मुकर्रर की है।

2016 से लगा था स्टे

इस मामले में यह बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ यह नया गिरफ्तारी वारंट नहीं है। वारंट पहले से जारी था, लेकिन इन्होंने हाईकोर्ट से 2016 से इस पर स्टे ले रखा था। इसी 6 जनवरी को MP-MLA कोर्ट ने मौर्य को 12 जनवरी को हाजिर होने को कहा था। जब वह हाजिर नहीं हुए तो वारंट पूर्ववत जारी कर दिया गया है।

क्या जनता को करते हैं गुमराह?

राजनीति में सिर्फ और सिर्फ जनता को मुर्ख बनाने का काम किया जाता है। सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ मुकदमें वापस लिए गये। उपमुख्यमंत्री केसव प्रसाद के गंभीर मुकदमें वापस लिए गये। ये सभी अब पाक-साफ हो चुके हैं। इसके अलावा जो भाजपा में बचेगा वह गंगा की तरह पवित्र और जोे पार्टी छोड़ेगा वह आतंकवादी देशद्रोही बन जाएगा और पाकिस्तान की टिकट कटाने का प्रबल दावेदार होगा।

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