Amit Shah के ऑफर पर Jayant Chaudhary ने दिया टका सा जवाब, छोटे चौधरी नहीं भूले हाथरस में मिली टीस
UP Election 2022: अमित शाह ने अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही जयंत चौधरी की आरएलडी (RLD Leader Jayant Chaudhary) को इशारों में ही बीजेपी गठबंधन में शामिल होने का ऑफर दिया लेकिन....
Amit Shah v/s Jayant Chaudhry: उत्तर प्रदेश चुनाव में जाट वोटों को साधने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने बुधवार को देश की राजधानी दिल्ली में बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा के घर पर ढाई सौ से ज्यादा जाट नेताओं के साथ बैठक की। अमित शाह ने अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही जयंत चौधरी की आरएलडी (RLD Leader Jayant Chaudhary) को इशारों में ही बीजेपी गठबंधन में शामिल होने का ऑफर दिया लेकिन शाह के ऑफर को जयंत ने ठुकरा दिया।
दिल्ली में साहिब सिंह वर्मा के सांसद पुत्र प्रवेश वर्मा के घर यह बैठक हुई थी। इस बैठक में एक तरफ तो जाट नेताओं ने अमित शाह के सामने दो प्रमुख मांगे रखीं। बताया जा रहा कि जाट नेताओं ने अमित शाह के सामने जो दो प्रमुख मांगे रखीं, उनमें पहली मांग ये थी कि गन्ने का पेमेंट 14 दिन में किया जाए और दूसरी ये कि जाटों को आरक्षण दिया जाए। इस पर अमित शाह ने कहा कि जाटों से उनका विशेष जुड़ाव है और उनकी मांगे उनके दिल में है। जिनपर वो चुनाव बाद काम करेंगे।
इस बैठक में खास ये रहा कि अमित शाह ने आरएलडी के जयंत चौधरी को गठबंधन का ऑफर दे दिया। गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक में कहा कि चौधरी चरण सिंह की हम इज्जत करते हैं। उनकी विरासत (जयंत चौधरी) के लिए हमने पहले भी दरवाजे खोल रखे थे और यदि आगे भी वो चाहेंगे तो उनसे बातचीत के लिए दरवाजे खुले रहेंगे। लेकिन इस ऑफर के थेड़ी ही देर बाद जयंत चौधरी का एक ट्वीट सामने आया।
शाह के ऑफर पर जयंत चौधरी का टका सा जवाब?
बीजेपी के ऑफर पर जयंत चौधरी की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'न्योता मुझे नहीं, उन +700 किसान परिवारों को दो जिनके घर आपने उजाड़ दिए।' बता दें अपने इस ट्वीट से पहले जयंत चौधरी ने छात्रों पर पुलिसिया बर्बरता और लाठीचार्ज को लेकर भी एक ट्वीट किया है।
नहीं भूले हाथरस वाली टीस
आपको बता दें कि पश्चिमी यूपी में जाट राजनीति का बड़ा चेहरा जयंत चौधरी हाथरस कांड कोे लेकर अपनी टीस नहीं भुला सके हैं। याद कीजिए जब वो हाथरस कांड के बाद पीड़िता के परिवार से मिलने पहुँचे थे, जिसपर योगी आदित्यनाथ की पुलिस ने उनपर लाठियां चलाई थीं। जानकारों का कहना है कि जयंत एक बार केंद्र से नाराज नहीं भी हैं लेकिन योगी आदित्यनाथ से वो बेहद खफा हैं और किसी भी सूरत में भाजपा से हाथ नहीं मिलाएंगे।
अखिलेश भी करेंगे दिल्ली में मीटिंग
इस मसले को लेकर ताजा इनपुट ये है कि अमित शाह की तर्ज पर अखिलेश यादव जयंत चौधरी के साथ दिल्ली में जाटों के साथ एक मुलाकात कर सकते हैं। इस मुलाकात को अमित शाह के ढ़ाई सौ नेताओं से मुलाकात के बाद काउंटर के तौर पर देखा जा रहा है। जिसमें काफी मात्रा में स्थानीय नेताओं के शामिल होने की भी चर्चा है।
संजीव बाल्यान ने क्या कहा?
अमित शाह की बैठक को लेकर बीजेपी नेता संजीव बाल्यान ने कहा, 'कोई गिले-शिकवे वाली बात नहीं है। सब से बैठकर बातचीत हुई और हमेशा ऐसी बात होती है। 2017, 2019 में भी बात हुई थी और 2014 में भी बात हुई। आज भी बात हुई है। मैं भी मानता हूं कि जयंत चौधरी गलत रास्ते पर हैं, लेकिन उनका क्या रूप होगा यह वह खुद तय करेंगे। अब वह हमारे साथ आएंगे या नहीं, यह तो वह अपनी पार्टी के अध्यक्ष हैं, उन्हें ही तय करना है।