Asaduddin Owaisi : 'यूक्रेन का हवाला देकर 10 मार्च को बढ़ा देंगे पेट्रोल के दाम', ओवैसी ने भाजपा के भक्तों से पूछा - गाड़ी में क्या मोदी डला रहे तेल?
Asaduddin Owaisi : ओवैसी ने कहा कि ट्रोल और डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं, एक बात याद रखना कि 7 तारीख की रात या फिर 10 मार्च की सुबह आप देखेंगे कि पेट्रोल और डीजल के दाम में वृद्धि हो....
Asaduddin Owaisi : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के अंतिम और सातवें चरण के मतदान के लिए चौबीस घंटे से भी कम का समय बचा है। ऐसे में चुनाव के नतीजों से पहले एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owasi) ने दावा किया है कि पेट्रोल और डीजल के दाम 7 मार्च या 10 मार्च के बाद बढ़ा दिए जाएंगे। सरकार इसके पीछे यूक्रेन विवाद का हवाला दे देगी क्योंकि उनके लोग तो लंबी-लंबी बातें छोड़ते हैं। ओवैसी ने भाजपा के भक्तों से सवाल किया कि क्या उनकी गाड़ी में पेट्रोल मोदी डला रहे हैं?
ओवैसी ने कहा, पेट्रोल और डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं। एक बात याद रखना कि 7 तारीख की रात या फिर 10 मार्च की सुबह आप देखेंगे कि पेट्रोल और डीजल (Petrol-Diesel Price) के दाम में वृद्धि होगी। ये कीमतों में इजाफा कर देंगे और बोलेंगे कि यूक्रेन में ऐसा हुआ...कुछ भी लंबी-लंबी छोड़ देते हैं। बहाना बना देते हैं कि ऐसा हुआ। पर बेचारे भाजपा भक्त कहेंगे कि नहीं, मोदी जी ने सही किया। अबे तेरी गाड़ी में पेट्रोल क्या मोदी डला रहा है या गरीब अपने पैसे से डला रहा है?
इससे पहले पेट्रोल डीजल के दामों को लेकर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा था कि लोगों को अपनी गाड़ी का टैंक फुल करवा लेना चाहिए क्योंकि मोदी सरकार चुनावी ऑफर खत्म होने जा रहा है।
दूसरी ओर आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने एक रिपोर्ट में कहा है कि बीते दो महीनों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम बढ़ने से सरकारी स्वामित्व वाले खुदरा तेल विक्रेताओं को लागत वसूली के लिए 16 मार्च 2022 या उससे पहले ईंधन की कीमतों में 12.1 प्रति लीटर की वृद्धि करनी होगी। वहीं तेल कंपनियों के मार्जिन को भी जोड़ लें तो 15.1 रुपये प्रति लीटर की मूल्य वृद्धि की आवश्यकता होगी।
पेट्रोलियम मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले पेट्रोलियम योजना और विश्लेषण प्रकोष्ठ (पीपीएसी) के मुताबिक, भारत जो कच्चा तेल खरीदता है उसके दाम एक मार्च को 102 डॉलर प्रति बैरल से अधिक हो गए। पेट्रोल-डीजल का यह मूल्य अगस्त 2014 के बाद सबसे ज्यादा हैं। पिछले साल नवंबर की शुरुआत में जब पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि पर लगाम लगी थी, तब कच्चे तेल की औसत कीमत 81.5 डॉलर प्रति बैरल थी।