अमरोहा की चौपाल में जाटों ने BJP प्रत्याशी देवेंद्र नागपाल की लगा दी बाइज्जत क्लास, कहा- 'साबित करो जाट गीदड़ हैं'

UP Election 2022: पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने विवादित बयान दे डाला और अमरोहा के विधायक महबूब अली और पूर्व कैबिनेट मंत्री कमाल अख्तर की आतंकवादी से तुलना कर दी...

Update: 2022-01-29 07:17 GMT

UP Election 2022: उत्तर प्रदेश के अमरोहा (Amroha) में चौपाल के दौरान जाटों ने भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र नागपाल (BJP Candidate Devendra Nagpal) को घेर लिया। यहां लोगों ने देवेंद्र नागपाल को बाइज्जत बिठाकर सवालों की झड़ी लगा दी। चौपाल में मौजूद लोगों ने भाजपा प्रत्याशी से पूछा- 'जाट गीदड़ हैं ये साबित करो, उन्होने ये भी कहा- '2016 तक आप सपा जैसी गुंडों की पार्टी में क्या कर रहे थे।'

दरअसल बीते दिनों देवेंद्र नागपाल की जुबान फिसल गई थी। जिसमें उन्होंने पूर्व कैबिनेट मंत्री कमाल अख्तर और अमरोहा के विधायक व पूर्व कैबिनेट मंत्री महबूब अली की तुलना आतंकवादियों और गुंडे बदमाश से कर दी। साथ ही उन्होने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को गुंडों और बदमाशों की पार्टी भी कहा था। जिसके बाद आज जनता ने उन्हें कुर्सी देकर सवाल पूछे।

पर्चा दाखिल करने के बाद फिसली थी जुबान

पर्चा दाखिल कर विजयी मुद्रा में देवेंद्र नागपाल

बीते दिनों जिला अमरोहा के कलेक्ट्रेट भवन (DM Office Amroha) पहुंचे भारतीय जनता पार्टी के तीन बीजेपी प्रत्याशियों ने किया नामांकन पत्र दाखिल किया था। इसी कड़ी में नौगांवा सादात विधानसभा सीट से बीजेपी के प्रत्याशी पूर्व सांसद देवेंद्र नागपाल ने अपना नामांकन दाखिल किया। इसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने विवादित बयान दे डाला और अमरोहा के विधायक महबूब अली और पूर्व कैबिनेट मंत्री कमाल अख्तर की आतंकवादी से तुलना कर दी।

नौगांव सादात से दाखिल किया है नामांकन

चुनावी माहौल में एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। कोई नेता किसी के बारे में कुछ कह रहा है तो कोई नेता किसी के बारे में अंट शंट कह रहा है। अमरोहा के नौगांवा सादात विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी देवेंद्र नागपाल ने आज कलेक्ट्रेट में अपना नामांकन दाखिल किया। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उनका किसी से कोई मुकाबला नहीं है। वे भारी मतों से जीत रहे हैं।

आतंकियों से की थी दो नेताओं की तुलना

नागपाल ने समाजवादी पार्टी के द्वारा लगातार टिकट बदलने पर कहा कि उनके सामने चाहे तो आजम खान या उसके परिवार के किसी व्यक्ति को भेज दो वे डरने वाले नहीं हैं। बात करते-करते उनकी जुबान फिसल गई और उन्होंने पूर्व कैबिनेट मंत्री कमाल अख्तर अमरोहा के विधायक व पूर्व कैबिनेट मंत्री महबूब अली की तुलना आतंकवादियों और गुंडों बदमाशों से कर दी थी। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी गुंडे बदमाशों को टिकट नहीं देती है।

2016 से पहले नागपाल सपा के सिपाही थे

लोकसभा चुनाव से पहले रालोद छोड़ कर सपा में शामिल हुए पूर्व सांसद देवेंद्र नागपाल ने दो साल के भीतर ही बुधवार 6 जुलाई 2016 को समाजवादी पार्टी से किनारा कर लिया था। पार्टी छोड़ने की वजह जिले के कैबिनेट मंत्री महबूब अली व कमाल अख्तर, दर्जा राज्यमंत्री जावेद आब्दी व पार्टी के दोनों विधायक अशफाक अली व एम चंद्रा थे। नागपाल ने इन सभी पर वसूली करने का आरोप लगाया था। कहा था कि, लाखों रुपए रोजाना अवैध खनन से कमाए जा रहे हैं।

इतना ही नहीं उन्होने गोकशी व अपराधियों को बचाने के नाम पर थानों तक से वसूली किए जाने का आरोप लगाया था। उस वक्त नागपाल के मुताबिक जनता के सस्ते खाद्यान्न की कालाबाजारी करने वाले राशन डीलरों तक से वसूली बढ़ी है।

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