BJP MLA UP Election 2022 : सभा में फूट-फूट कर रोने लगीं भाजपा विधायक, बोलीं अपने मुझे पराया करें तो बर्दाश्त नहीं होता

BJP MLA UP Election 2022 : भाजपा विधायक ने कहा, मैं अपने परिवार के लोगों से कहना चाहती हूं कि आज मुझे माफ करिए, आएंदा से मैं कुछ गलती करूं तो आप मुझे बख्शिएगा नहीं....

Update: 2022-02-03 14:34 GMT

सभा में फूट-फूट कर रोने लगीं भाजपा विधायक

BJP MLA UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों (UP Election 2022) के बीच भाजपा नेताओं (BJP Leaders) के वीडियो रोज सामने आ रहे हैं। कहीं वह कोई मतदाता को धमकते हुए नजर आ रहे हैं तो कहीं उन्हें जनता के आक्रोश के चलते उल्टे पांव वापस भागना पड़ रहा है। कुछ उम्मीदवारों को अपने ही लोगों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच भाजपा विधायक (BJP MLA) का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वह एक जनसभा को संबोधित करते हुए फूट-फूटकर रोतीं हुई नजर आ रही हैं।

हरदोई के शाहाबाद विधानसभा सीट से भाजपा की विधायक और उम्मीदवार रजनी तिवारी (BJP MLA Rajni Tiwari) अपनी ही पार्टी लोगों के विरोध से परेशान हैं। इसका खुलासा उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान किया। रजनी तिवारी एक कार्यक्रम में बोलते-बोलते अचानक फूट-फूटकर रोने लगीं। उनका कहना था कि सोशल मीडिया पर उनकी ही पार्टी के ही लोग उनका विरोध कर रहे हैं इससे वो बहुत आहत हैं।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए तिवारी ने कहा- यहां कोई बाहरी नहीं बैठा है। आप सभी हमारे परिवार के सदस्य हैं। यहां कोई सभा नहीं है। मैं अपने परिवार के लोगों से कहना चाहती हूं कि आज मुझे माफ करिए। आएंदा से मैं कुछ गलती करूं तो आप मुझे बख्शिएगा नहीं। कुछ लोग सोशल मीडिया पर हमारे खिलाफ लिखते हैं। सपा वाले लिखें तो बर्दाश्त करेंगे, बसपा वाले लिखें तो बर्दाश्त करें लेकिन हमारे अपने मुझे पराया करें तो बर्दाश्त नहीं होता है।

Full View

भाजपा उम्मीदवार ने कहा कि बिलग्राम में मेरा मायका हरदोई में मेरी ससुराल मैं बाहरी कैसे हो गई। भाजपा का मैं परिवार हूं और जब तक मेरा जीवन रहेगा भाजपा में ही रहूंगी। पिछली बार तो हमें समय ही नहीं मिला कि मैं किसी को बता पाती, किसी को समझा पाती। मैं अपे आप में ही रह जाती थी लेकिन आज मुझे समय मिला है। जो गलतियां हुईं हैं उसके लिए आप माफ करें।

तिवारी आगे बोलीं, मैं बाहरी नहीं हूं। भाजपा मेरा परिवार है। जब तक जीवन रहेगा, इस पार्टी में रहूंगी। महिला के आंसू कमजोरी नहीं होते, उसकी ताकत बन जाते हैं। महिला जिस काम को करने की ठान लेती है उसे पूरा करती है। पूरे कार्यकाल में विकास के कई कार्य कराए जो कुछ कमी रह गई हो उसके लिए माफी मांगती हूं।

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