UP Election 2022: बुलंदशहर में आमने-सामने आया अखिलेश, जयंत और प्रियंका का काफिला, तीनों नेताओं का ये रहा रिएक्ट
UP Election 2022: प्रियंका सहित दोनो ही नेताओं ने एक दूसरे को हाथ जोड़ नमस्कार किया। इस तस्वीरों के सोशल मीडिया में आने के बाद लोगों ने बेहद खूबसूरत रिएक्ट किए हैं...
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान कैंपेनिंग करते हुए बुलंदशहर में अखिलेश यादव, जयंत चौधरी और प्रियंका गांधी वाड्रा का काफिला आमने सामने आ गया। प्रियंका सहित दोनो ही नेताओं ने एक दूसरे को हाथ जोड़ नमस्कार किया। इस तस्वीरों के सोशल मीडिया में आने के बाद लोगों ने बेहद खूबसूरत रिएक्ट किए हैं।
सबसे पहले कांग्रेस महासचिव व यूपी चुनाव की प्रभारी प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने एक छोटी सी वीडियो क्लिप अपने ट्वीटर हैंडल पर पोस्ट कर दोनो नेताओं अखिलेश यादव व जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) को टैग करते हुए लिखा है कि, 'हमारी भी आपके राम-राम।'
इस दौरान समाजवादी पार्टी के मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भी मौके की एक तस्वीर अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर शेयर करते हुए लिखा, 'एक दुआ सलाम तहजीब के नाम।'
इन तस्वीरों पर दूसरे नेताओं सहित तमाम सोशल मीडिया यूजर्स ने भी शेयर करते हुए बहुत कुछ लिखा है। कई लोगों ने आज की नफरत भरी राजनीति में इस तरह की तस्वीरों को बेहद खूबसूरत और गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल भी करार दिया है। इस तस्वीर को बिहार जेएपीएल अध्यक्ष पप्पू यादव ने भी शेयर किया है। उन्होने निर्मला सीतारमन को टैग कर लिखा है, 'ये है यूपी टाइप तहजीब..बिहार यूपी में हैं यह संस्कार।'
बताते चलें कि उत्तर प्रदेश की राजनीति में इतनी खूबसूरत तस्वीर दशकों बाद देखने को मिली है। इसे 24 घंटा नफरत फैलाने वाला गैंग नहीं समझ सकता है। खासकर हमारे संत मुख्यमंत्री जिन्हें जिन्नावादी, तमंचावादी, परिवारवादी गर्मी और बुलडोजर के अलावा कुछ दिखता ही नहीं। योगी ने अपनी रैलियों में बुलडोजर शब्द का प्रयोग 30 बार से अधिक किया है। बुलडोजर यानी सख्ती वाला सीएम। और तो उनके कार्यकर्ताओं की सोशल मीडिया पर 50 प्रतिशत पोस्ट इन्हीं शब्दों के इर्द-गिर्द घूमती है।
यूपी में 2017 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले योगी आदित्यनाथ ने पश्चिमी UP की रैलियों में मुजफ्फरनगर, कैराना और सहारनपुर के पलायन को राष्ट्रीय मुद्दा बना दिया था। उन्होंने लोगों के भीतर ये डर बिठा दिया कि 'अगर भाजपा सत्ता में नहीं आई तो यहां की स्थिति 1990 के कश्मीर जैसी हो जाएगी, जहां सिर्फ हिंसा होगी और लोगों को खदेड़ा जाएगा।'