Comedians In Punjab Election 2022 : संघर्षों और आंदोलनों की धरती रही पंजाब लेकिन लोगों को पसंद आ रहे कॉमेडियन
Comedians In Punjab Election 2022 : पंजाब को संघर्षों और आंदोलनों की धरती माना जाता है लेकिन अब यहां की राजनीति में कॉमेडियन (Comedian) जगह ले रहे हैं, आप ने भगवंत मान को उम्मीदवार बनाया है...
Comedians In Punjab Election 2022 : पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Election) के लिए आगामी 20 फरवरी को मतदान की तारीख का ऐलान हो चुका है। 117 सीटों पर मतदान होना है। इस बीच आम आदमी पार्टी (AAP) ने कॉमेडियन और संगरूर से सांसद भगवंत मान (Bhagwant Mann) को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया है। आप ने लोगों की रायशुमारी के बाद मान को सीएम का उम्मीदवार घोषित किया। आप की ओर जारी नंबर पर 22 लाख लोगों ने राय दी जिसमें से 15 लाख लोगों ने मान के पक्ष में वोट दिया। आइए पंजाब की राजनीति में आए कॉमेडियनों (Comedians In Punjab Election) के बारे में जानते हैं।
भगवंत मान
पंजाब को संघर्षों और आंदोलनों की धरती माना जाता है लेकिन अब यहां की राजनीति में कॉमेडियन (Comedian In Punjab Election) जगह ले रहे हैं। पेशे से कॉमेडियन भगवंत मान (Bhagwant Mann) का जन्म साल 1973 में संगरूर जिले में हुआ था। उन्होंने 2011 में राजनीति में एंट्री ली थी। इसके बाद वह दो बार लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) भी जीत चुके हैं। वह लोगों में काफी लोकप्रिय हैं। पिछले विधानसभा चुनाव (Punjab Election) में तो उन्होंने शिरोमणि अकाली दल (SAD) पर गानों के रूप में हमला बोला था।
गुरप्रीत घुग्गी
इससे पहले कॉमेडियन गुरप्रीत घुग्गी (Gurpreet Ghuggi) भी राजनीति में आए थे। वहि आम आदमी पार्टी (AAP) में प्रांतीय संयोजक रहे और आम आदमी पार्टी (AAP) की टिकट पर उन्होंने चुनाव लड़ा था। गुरप्रीत घुग्गी और भगवंत मान (Bhagwant Mann) शुरू से पक्के दोस्त रहे। भगवंत मान जब राजनीति में आए थे उस समय से कयास लगाए जा रहे थे कि गुरप्रीत घुग्गी भी आएंगे लेकिन उस समय उन्होंने किसी भी राजनीतिक दल में शामिल होने से इनकार कर दिया था लेकिन ये भी कहा था कि यदि जनता जाएगी तो वह राजनीति में आएंगे। फरवरी 2016 को गुरप्रीत आम आदमी पार्टी में शामिल हुए और 4 सितंबर को उन्हें पंजाब का संयोजक बना दिया गया था। हालांकि बात में उन्होंने आम आदमी पार्टी को छोड़ दिया।
नवजोत सिंह सिद्धू
कपिल शर्मा लाफ्टर शो का हिस्सा बने रहे नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) अभी पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमिटी (PPCC) के मुखिया हैं और आज भी स्टेजों पर लोगों को खूब हंसाते हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के उलट सिद्धू सीएम की कुर्सी के लिए लगातार दावेदारी ठोकर रहे हैं। वह कई बार कह चुके हैं कि पंजाब का भला वहीं कर सकता है जिसके पास रोडमैप हो। खाली घोषणाों के लॉलीपॉप से बात नहीं बनेगी। सिद्धू पंजाब मॉडल के नाम पर अपना रोडमैप भी बता रह हैं। वह कई बार हाईकमान को तेवर दिखाते हुए कह चुके हैं कि कांग्रेस को सीएम चेहरा घोषित करना चाहिए।
पंजाब की राजनीति में कॉमेडियन ही नहीं बल्कि गायक भी खूब आगे आ रहे हैं। भाजपा की नजर अब पंजाब के कई गायकों पर है। भाजपा की एक कोर टीम मंथन कर रही है जिसमें गुरदास मान, हरभजन मान के अलावा कई गायकों का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है।
बता दें कि पंजाब को आमतौर पर तीन क्षेत्रों दोआबा, मालवा और माझा में बांटा जाता है। मालवा बाकी दोनों क्षेत्रों से बड़ा है और 117 सीटों में से 69 सीटें इसी क्षेत्र में आती हैं। इसके बाद दूसरे पर माझा क्षेत्र है जहां कुल 25 विधानभा सीटें हैं जबकि दोआबा में 23 विधानसभा सीटें हैं। पंजाब की सत्ता पर मालवा का दबदबा हमेशा से रहा है। हरियाणा से अलग होने के बाद से यहां पर 18 मुख्यमंत्री बन चुके हैं जिनमें 17 मुख्यमंत्रियों का नाता मालवा क्षेत्र से रहा है।