EVM Controversy : काउंटिंग से पहले सरकारी गाड़ियों की तलाशी लेने के मामले में पुलिस ने सपा कार्यकर्ताओं पर दर्ज किया केस
EVM Controversy : बस्ती के एसपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि इस मामले में सरकारी काम में बाधा डालने की धारा और धारा 307 लगाई गई है, 6-7 ज्ञात और 100 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है...
EVM Controversy : यूपी विधानसभा चुनाव की मतगणना से एक दिन पहले बस्ती जिले में सपा कार्यकर्ताओं को ईवीएम (EVM) की तलाश में गाड़ियां चेक करना महंगा पड़ गया है। स्थानीय पुलिस ने इन सभी सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ 7 लोगों के खिलाफ नामजद जबकि सौ अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किए हैं। इसके साथ ही पुलिस ने अब सपा कार्यकर्ताओं (Samajwadi Party Workers) के खिलाफ कार्रवाई भी शुरू कर दी है। मामले में कुल सात केस दर्ज किए गए है।
बता दें कि सपा नेताओं को ईवीएम मशीन बदले जाने का शक था जिसके चलते 9 मार्च को बस्ती में बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता मंडी समिति पर जमे हुए। वे बिना गाड़ी चेक किए मतगणना स्थल तक किसी को जाने नहीं दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने चुनाव प्रेक्षक, एसडीएम समेत कई गाड़ियों को बिना चेक किए मंडी में प्रवेश नहीं दे रहे थे।
बस्ती के एसपी आशीष श्रीवास्तव (Ashish Srivastava) ने बताया कि इस मामले में सरकारी काम में बाधा डालने की धारा और धारा 307 लगाई गई है। 6-7 ज्ञात और 100 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। एसपी ने बताया कि 9 तारीख को मतगणना स्थल पर जो भी सरकारी गाड़ियां जा रही थी उसमें रिटर्निंग ऑफिसर थे उन गाड़ियों को अनैतिक रूप से समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता द्वारा चेक किया जा रहा था। इसे लेकर 7 शिक़ायत दर्ज की गई है
9 तारीख को मतगणना स्थल पर जो भी सरकारी गाड़ियां जा रही थी उसमें रिटर्निंग ऑफिसर थे उन गाड़ियों को अनैतिक रूप से समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता द्वारा चेक किया जा रहा था। इसे लेकर 7 शिक़ायत दर्ज की गई है: आशिष श्रीवास्तव, SP बस्ती, उत्तर प्रदेश pic.twitter.com/Yilzyhcags
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 15, 2022
सपा कार्यकर्ताओं के घर में की गयी छापेमारी
बस्ती सदर से सपा विधायक महेंद्र यादव (SP MLA Mahendra Yadav) ने कहा कि पुलिस सपा नेताओं, कार्यकर्ताओं के घर पर रात में छापे मार रही है। महिलाओं को प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की गाइडलाइन्स के अनुसार कोई भी गाड़ी स्ट्रांग रूम के 100 मीटर की परिधि के अंदर नहीं जा सकती है। इसलिए सपा के नेता और कार्यकर्ताओं ने स्ट्रांग रूम तक जाने वाली गाड़ियों को चेक करने का अनुरोध किया था, ताकि मतगणना में पारदर्शिता रहे। पर अब सरकार उस मामले में बदले की कार्रवाई कर रही है।
इस मामले की सोशल मीडिया पर भी जमकर खिंचाई होने लगी है। कई लोगों ने सपा कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज किए जाने की खबर आने के बाद सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। अमित पंजीरे नाम के यूजर ने लिखा है कि चालू हो गया चुन-चुन कर बदला लेने का खेल। गाड़ियों की चैकिंग इसलिए की जा रही थी कि पुलिस अपना काम ठीक से नही कर रही थी और कुछ अनियमितता थी। चुनाव हो गये हैं योगी सरकार बड़ा दिल दिखाये ओर ये सब बातों पर ध्यान न दे।