Krishna Patel UP Election 2022 : वाराणसी की इस सीट पर मां-बेटी का हो सकता है मुकाबला, कृष्णा पटेल ने भाजपा पर लगाया परिवार कमजोर करने का आरोप
Krishna Patel UP Election 2022 : अनुप्रिया पटेल की मां कृष्णा पटेल ने कहा कि भाजपा हमारे परिवार को कमजोर करना चाहती है लेकिन इस बार लड़ाई संविधान बचाने की है, भाजपा मनुस्मृति लाना चाहती है......
Krishna Patel UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में वाराणसी की रोहनिया सीट पर एक ही परिवार से निकले दो धड़ों के बीच चुनावी जंग तेज हो गई है। इस सीट पर जहां भारतीय जनता पार्टी (BJP) अपनी सहयोगी अपना दल (एस) को टिकट दे सकती है वहीं इस बात की भी संभावना जताई जा रही है कि इस सीट पर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) अपनी सहयोगी अपना दल (के) को इस सीट पर टिकट दे सकती है। इस सीट पर मां कृष्णा पटेल और बेटी अनुप्रिया पटेल (Anupriya Patel) का मुकाबला देखने को मिल सकता है। इस बीच कृष्णा पटेल (Krishna Patel) ने एक बार फिर भाजपा पर करारा हमला बोला है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में सात चरणों में मतदान होना है। 10 फरवरी को पहले चरण का मतदान होगा। वाराणसी में आखिरी चरण का मतदान होना है। समय जैसे - जैसे बढ़ रहा है राजनीतिक तापमान भी बढ़ रहा है। अपना दल (कमेरावादी) की अध्यक्ष कृष्णा पटेल (Krishna Patel UP Election 2022) ने रोहनिया विधानसभा में एक जनसभा को संबोधित किया। इसके बाद कृष्णा पटेल भाजपा गठबंधन की ओर से अपना दल (एस) की अनुप्रिया पटेल से संभावित लड़ाई के सवालों पर भड़क गईं। कृष्णा पटेल ने कहा कि भाजपा उनके परिवार को कमजोर कर रही है। आप लोग भी रजवाड़े परिवार से आने वाले सोनिया गांधी और मेनका गांधी के ऊपर सवाल नहीं उठाते।
रोहनिया और पिंडरा सीट पर इस बार अपना दल कमेरावादी सपा गठबंधन के तहत चुनाव लड़ सकती है। मीडिया से बात करते हुए कृष्णा पटेल ने कहा कि जहां कहीं भी उनका परिवार लड़ता है, भाजपा उन्हें कमजोर करती है। भाजपा हमारे परिवार को कमजोर करना चाहती है लेकिन इस बार लड़ाई संविधान बचाने की है, भाजपा मनुस्मृति लाना चाहती है।
बता दें कि साल 2012 के परिसीमन के बाद रोहनिया एक नया विधानसभा क्षेत्र बना। इस विधानसभा में 3 लाख 91 हजार मतदाता हैं। ये विधानसभा गंगापुर की 65 और कैंट की 47 ग्राम पंचायतों को मिलकर बनायी गई है। 2012 में अपना दल (सोनेलाल पटेल) से अनुप्रिया पटेल ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा गठबंधन होने पर वह मिर्जापुर से सांसद बनीं।