Janjwar Exclusive: मिनिस्टर पत्नी पर भारी पड़ा दयाशंकर का रसूख, स्वाति सिंह का टिकट कटने की चर्चा

Janjwar Exclusive: वह जिस विभाग में मंत्री थी वहां भी अपने स्टाफ से उनकी खटपट रहती थी। इसे लेकर खुद मुख्यमंत्री ने उन्हें तीन बार तलब किया था..

Update: 2022-01-24 11:14 GMT
(मिनिस्टर पत्नी स्वाति सिंह पर भारी पड़े दयाशंकर)

UP Elections 2022: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सरोजिनी नगर विधानसभा (Sarojini Nagar Assembly) सीट लगातार चर्चा में है। इस सीट से पिछली बार चुनाव लड़कर विधायक और फिर योगी सरकार में मंत्री बनी स्वाति सिंह को उनके पति दयाशंकर से ही सीधी टक्कर मिल रही है। अब कहा जा रहा है कि स्वाति सिंह का टिकट काट दिया गया है। हालांकि इस पर अभी तक आधिकारिक तौर पर कुछ भी स्पष्ट नहीं किया गया है।

सूत्रों की माने तो भाजपा ने चर्चित मंत्री स्वाति सिंह (Swati Singh) का टिकट काटकर उनके पति दयाशंकर सिंह (Dayashankar Singh) को सरोजनी नगर से प्रत्याशी बनाया है। अब लखनऊ की लगभग लगभग सभी सीटें फाइनल हो गई हैं। लखनऊ के तीन मंत्रियों में से दो को पार्टी दोबारा मौका देने का मूड बना रही है। आपको बता दें कि भाजपा की जारी हुई 172 नामों वाली दूसरी लिस्ट के समय ही यह तय कर लिया गया था।

पति पत्नी के एक ही सीट पर दावेदारी की खबर सबसे पहले जनज्वार ने ब्रेक की थी। हमने सिलसिलेवार ढंग से बताया था कि कैसे पति पत्नी की लड़ाई सड़क पर आ चुकी है। लखनऊ की सरोजनी नगर विधानसभा सीट पर मंत्री स्वाति सिंह और उनके पति दयाशंकर सिंह दोनों ही दावेदार थे। लेकिन अब यह साफ हो गया है कि पार्टी हाईकमान दयाशंकर सिंह पर सरोजनी नगर सीट के लिए भरोसा जता सकती है। हमारे सूत्र ने बताया की शाम तक इसपर तस्वीर साफ हो सकती है। जिसमें दयाशंकर को टिकट मिलना तय है। 

विवादों से चोली दामन का रिश्ता

स्वाति सिंह और विवाद साथ ही साथ चलते रहे हैं। लखनऊ में बीयर बार का उद्घाटन करने के चलते विवादों में आईं स्वाति एक सीओ को धमकाने को लेकर भी चर्चा में रहीं थीं। एक कंपनी को फर्जीवाड़ा कर टेंडर दिलवाया था। बताया यह भी जाता है कि खुद वह जिस विभाग में मंत्री थी वहां भी अपने स्टाफ से उनकी खटपट रहती थी। इसे लेकर खुद मुख्यमंत्री ने उन्हें तीन बार तलब किया था।

पहली बार जीतकर बनी थीं मंत्री

भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर की पत्नी स्वाति सिंह सरोजनी नगर से विधायक हैं। साल 2017 मे ही योगी सरकार में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाया गया था। 2017 के चुनावों में मायावती पर अपमानजनक टिप्पणी करने की वजह से दयाशंकर को पार्टी से निकाला गया था। इसके बाद उनकी पत्नी को सरोजनीनगर से उम्मीदवार बनाया गया था। तब से ही पार्टी में इन्हें महिला अध्यक्ष की भी ज़िम्मेदारी मिली थी। लेकिन मंत्री पद के बाद महिला अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। जबकि मंत्री बनने के कुछ दिन बाद से ही स्वाति सिंह और उनके पति दयशंकर सिंह के बीच अनबन की खबरे आती रही हैं। इस बार सरोजनी नगर से पति और पत्नी दोनों ही प्रत्याशी के तौर पर खुद के लिए प्रचार कर रहे थे। अब जारी हुई लिस्ट में दयशंकर सिंह को फ़ाइनल सीट दी जाने की चर्चा है।

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