UP Election 2022: हत्या, ठगी, गुंडा एक्ट जैसे 11 मुकदमों के आरोपी केशव प्रसाद मौर्या का संदेश- यूपी छोड़कर भाग गये गुंडे

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य पर 11 आपराधिक मामले दर्ज हैं। 2014 लोकसभा चुनाव में चुनाव आयोग को दिए हलफनामे के मुाबिक जानकारी ली गई है...

Update: 2021-12-09 05:14 GMT

केशव प्रसाद मौर्या उपमुख्यमंत्री-उत्तर प्रदेश (image/twitter)

UP Election 2022: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या (Keshav Prasad Maurya) ने बिजनौर के नूरपुर की एक सभा में कहा है कि भाजपा सरकार में या तो गुंडे जेल में हैं या प्रदेश छोड़कर भाग गए। लेकिन खुद उनके खिलाफ कौशाम्बी में चल रहे चार मुकदमे राज्य सरकार ने वापस लिए थे। इसमें कई मुकदमे गंभीर धाराओं में दर्ज थे। यह खुलासा आरटीआई एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर द्वारा लगाई गई एक आरटीआई में हुआ था। जिसे लेकर तत्कालीन एसपी कौशाम्बी कार्यालय द्वारा जानकारी दी गई थी।

इस सूचना के मुताबिक मौर्य पर जिले में कुल आठ आपराधिक मुकदमे (Criminal Cases) दर्ज हैं। इनमें गुंडा एक्ट का एक मुक़दमा ख़ारिज हो चुका है, जबकि हत्या के एक मुकदमे में केशव दोषमुक्त हो चुके हैं। इसके अतिरिक्त एक मार्च 2017 से अब तक उनके विरुद्ध चार मुकदमे सरकार वापस ले चुकी है, इनमें एक मुक़दमा धार्मिक विद्वेष फैलाने, एक ठगी एवं कूटरचित अभिलेख बनाने, एक दंगा, बलवा व सरकारी काम में बाधा डालने व एक मुक़दमा हत्या के आरोपों से संबंधित है।

RTI से मिली सूचना के अनुसार बलवा से संबंधित दो मुकदमों की स्थिति ज्ञात नहीं हो सकी है। एसपी कौशाम्बी कार्यालय ने पूर्व में नूतन को सूचना दी थी कि केशव के खिलाफ कौशाम्बी जिले में पांच मुकदमे न्यायालय में विचाराधीन हैं, जिसके बाद यह संशोधित सूचना प्रदान की गयी है। नूतन ने कहा कि सरकार द्वारा इतने गंभीर मामलों में मुकदमे वापस लिया जाना अत्यंत चिंताजनक है।

हलफनामें में इतने मुकदमें

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य पर 11 आपराधिक मामले दर्ज हैं। (2014 लोकसभा चुनाव में चुनाव आयोग को दिए हलफनामे के मुाबिक जानकारी ली गई है।)

बिजनौर में क्या दिया था बयान?

बिजनौर के नूरपुर खालसा इंटर कॉलेज में आयोजित जनसभा में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने लोगों से कहा कि मुजफ्फरनगर दंगा याद है या भूल गए। उन्होंने कहा कि दंगे में सपा ने दंगाइयों को संरक्षण देने का काम किया था। अब प्रदेश में दंगे नहीं, विकास होता है। उन्होंने आगे कहा कि राममंदिर का विरोध करने वाले अब राममंदिर में माथा टेक रहे हैं। सरयु में डुबकी लगा रहे हैं। खुद को जनेऊधारी कह रहे हैं। यह भाजपा के विचारों की विजय है।

मौर्या बुधवार 08 दिसंबर को नूरपुर के खालासा इंटर कॉलेज में पीडब्ल्यूडी की 233 परियोजनाओं के शिलान्यास के बाद जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि मुजफ्फरनगर में दंगा हुआ। वह भी इसलिए कि एक भाई अपनी बहन को बचा रहा था। उसकी हत्या कर दी गई और सपा नेताओं ने उन हत्यारों को छुड़ाने का काम किया। आप भूल गए या याद है। लेकिन अब दंगे नहीं, विकास होता है। एक समय था, जब गुंडे, माफिया सर उठाकर चलते थे, अब आम आदमी सर उठाकर चलता है। भाजपा सरकार में या तो गुंडे जेल में हैं या प्रदेश छोड़कर भाग गए। उन्होंने कहा कि 2017 से पहले घर छोड़ने की धमकी दी जाती थी, लेकिन अब तस्वीर बदल चुकी है।

कावड़ यात्रा को लेकर कितना विरोध था, प्रतिबंध लग जाते थे, लेकिन अब कांवड़ियों पर फूल बरसते हैं और बिना डरे लोग खुलकर त्योहार मनाते हैं। आगे सवाल उठाते हुए कहा कि राममंदिर को लेकर लंबा इंतजार और लड़ाई लड़ी गई। पांच अगस्त का दिन था, जब रामंदिर का निर्माण शुरू हो गया। अब राममंदिर बन रहा है तो अखिलेश, आवैसी की छाती क्यों फटती है। राम हम सबके पुरखे हैं। सपा, बसपा, रालोद व कांग्रेस लोगों को लड़ाकर सत्ता में आना चाहती हैं। विरोधी पार्टियां तुष्टीकरण की राजनीति करती हैं, जबकि भाजपा विकास की राजनीति करती है। सपा और बसपा शासन में केवल पांच जिलों में ही विकास होता था, जबकि भाजपा सरकार में सभी 75 जिलों में समान रूप से विकास कार्य हुए हैं।

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