Punjab Election 2022 : 'आप पाकिस्तान में सुरक्षित महसूस करते हैं, लेकिन पंजाब में नहीं', कांग्रेस का हमला- 'मोदी ड्रामा बंद करो' ट्विटर पर टॉप ट्रेंड
Punjab Election 2022 : कांग्रेस ने कहा कि पिछले चौबीस घटों में जो विवाद पैदा करने की कोशिश की जा रही है उससे देश की छवि धूमिल हो रही है, एक साजिश के तहत पंजाब की संस्कृति को कुचला जा रहा है....
Punjab Election 2022 : पंजाब में विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election 2022) से पहले सियासी ड्रामा तेज हो गया है। बुधवार को प्रधानमंत्री पंजाब के फिरोजपुर रैली (Firozpur Rally) को संबोधित करने जा रहे थे लेकिन बीच रास्ते में हुसैनीवाला में उन्हें किसानों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। हालांकि केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा में बड़ी चूक बताया है तो वहीं पंजाब सरकार का कहना है कि फिरोजपुर में उनकी कुर्सियां खाली थीं इसलिए वह वहां नहीं गए।
घटना के एक दिन बाद आज गुरुवार को जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) इस मुद्दे को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने पहुंचे। वहीं मध्यप्रदेश और असम के मुख्यमंत्रियों ने उनकी सुरक्षा के लिए पूजा-अर्चना करना शुरू कर दिया। दूसरी ओर कांग्रेस ने सरकार पर जमकर हमला बोला। कांग्रेस (Congress) ने कहा कि मोदी ने पंजाब, पंजाब के लोगों और पंजाबियत का अपमान किया है और दुनियाभर में देश की छवि को धूमिल किया है। कांग्रेस ने यह भी दावा किया कि साजिश के तहत पंजाब की संस्कृति को कुचला जा रहा है जबकि अतीत में भी कई मौकों पर प्रधानमंत्री मोदी का कापिला सड़क पर फंसा है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, 25 दिसंबर 2017 को प्रधानमंत्री का काफिला गौतम बुद्ध नगर में जाम में फंसा था तो वह उचित था, सुरक्षा में चूक नहीं थी? दिल्ली में 15 सितंबर 2018 को प्रधानमंत्री का काफिला जाम में फंसा तो भाजपा ने इसकी जानकारी ट्विटर पर साझा की और इसकी सराहना की। भाजपा को राजनीतिक नाटक करने की बजाय पंजाब के किसानों और जनता के बीच अपनी साख खत्म होने की बात स्वीकारनी चाहिए।
वहीं कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने संवाददताओं से कहा, पिछले चौबीस घटों में जो विवाद पैदा करने की कोशिश की जा रही है उससे देश की छवि धूमिल हो रही है। एक साजिश के तहत पंजाब की संस्कृति को कुचला जा रहा है। खेड़ा ने सवाल किया कि आखिर क्या कारण है कि प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी देश की छवि को नुकसान पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं? आप पंजाब में सुरक्षित महसूस करते हैं लेकिन आपको अपने ही देश के एक राज्य पंजाब से क्या नफरत है कि आप इस तरह के शब्द का इस्तेमाल करेंगे कि आप जिंदा लौट आए हैं?
खेड़ा ने आगे कहा, किसान कुछ मांग रहे हैं। वे चाहते हैं कि गृहराज्यमंत्री अजय मिश्रा को हटाया जाए, आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों के लिए मुआवजा दिया जाए और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून बने। आपने किसानों के साथ धोखा किया है। उन्होंने दावा किया कि इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी, दिल्ली के पहाड़गंज और नोएडा में भी जाम में फंसे थे लेकिन उस वक्त सुरक्षा में चूक की बात नहीं की गई। उन्होंने कहा कि सिर्फ चुनाव जीतने के लिए इस तरह की घिनौनी राजनीति नहीं करनी चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने पंजाब, पंजाब के लोगों और पंजाबियत का अपमान किया है। पंजाब को बदनाम करने का प्रयास किया है। हम सभी चाहते हैं कि प्रधानमंत्री दीर्घायु हों, स्वस्थ रहें लेकिन पंजाब के लोगों को बदनाम न करें। खेड़ा ने कहा, भाजपा के लोगों ने इतने तिरंगे नहीं देखे होंगे जितने तिरंगे पंजाब के लोगों ने अपने सपूतों से लिपटे हुए देखे होंगे। वहीं कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि इस मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए और इस पूरे मामले की जांच हाईकोर्ट के एक वर्तमान जज के जरिए होनी चाहिए ताकि सही तथ्य सामने आ सकें।
ट्विटर पर टॉप ट्रेंड 'मोदी ड्रामा बंद करो'
वहीं सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लेकर खूबर चर्चा हो रही है। आज पूरे दिनभर ट्विटर पर 'मोदी ड्रामा बंद करो' हैशटैग ट्रेंड करता रहा। सुनीता कुमारी नाम की ट्विटर यूजर ने लिखा- सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई। अन्न दाताओं के दिल में कोई जगह नहीं है। जितनी जल्दी समझ जाएं उतना अच्छा है।
एक अन्य यूजर विवेक सिंह ने लिखा- यह एक राष्ट्रीय बहस क्यों बन गई है कि पीएम को पूरे एसपीजी कवर के साथ सड़क पर इंतजार करना पड़ा, 1 साल से अधिक समय तक सड़कों पर रहने वाले किसानों और गोदी मीडिया ने उनकी उपेक्षा की! अगर भारत में सुरक्षित नहीं तो पीएम को 2 पाकिस्तान जाना चाहिए !
अनिल झा नाम के यूजर ने लिखा- बारिश, हवा और सर्दी के बीच लग्जरी कार में 15 मिनट सड़कों पर बिताए। प्रधानमंत्री जी, आपके ज़ुल्म और हमारे सब्र में इतना ही फ़र्क है।