Rakesh Tikait ने 'पंजाब कांड' को बताया 'स्टंट', कहा- सहानुभूति हासिल करने का सस्ता तरीका है 'सुरक्षा चूक' का दावा
Rakesh Tikait : राकेश टिकैत ने कहा, केंद्र सरकार का कहना है कि सुरक्षा में चूक हुई और पंजाब सरकार का कहना है कि प्रधानमंत्री वहां नहीं गए क्योंकि उनकी कुर्सियां खाली थीं, दोनों केवल अपना बचाव करने की कोशिश कर रहे हैं....
Rakesh Tikait : किसानों के भारी विरोध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को बुधवार को फिरोजपुर में आयोजित रैली से उल्टे पांव वापस लौटना पड़ा। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहुंचने से पहले रैली में सभी कुर्सियां खाली थीं। हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक से लगभग तीस किलोमीटर दूर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला फ्लाईओवर पर पहुंचा तो वहां कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क को अवरुद्ध कर दिया। प्रधानमंत्री 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहे। केंद्र सरकार का कहना है कि उनकी सुरक्षा में चूक हुई है वहीं पंजाब सरकार कहना है कि उनकी रैली में कुर्सियां खाली थीं इसलिए वहां नहीं गए।
इस बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा, केंद्र सरकार का कहना है कि सुरक्षा में चूक हुई और पंजाब सरकार का कहना है कि प्रधानमंत्री वहां नहीं गए क्योंकि उनकी कुर्सियां खाली थीं। दोनों केवल अपना बचाव करने की कोशिश कर रहे हैं। प्रधानमंत्री वहां नहीं जाना चाहिए था।
टिकैत ने कहा कि प्रधानमंत्री पंजाब आ रहे थे तो उन्होंने सुरक्षा को लेकर क्या इंतजाम किए थे? उनके बारे में खबर कह रही थी कि वह बच गए हैं, यह स्पष्ट करता है कि यह एक स्टंट था। यह जनता की सहानुभूति हासिल करने का एक सस्ता तरीका खोजने की कोशिश थी।
भारतीय किसान यूनियन (क्रांतिकारी) के प्रमुख सुरजीत सिंह फूल ने तंज कसते हुए कहा, एसएसपी फिरोजपुर ने हमसे यह कहकर सड़क खाली करने को कहा कि प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से रैली स्थल पर जा रहे हैं। हमें लगा कि वह झांसा दे रहे हैं।
वहीं कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, किसान एक साल से अधिक समय तक दिल्ली की सीमाओं पर धरने पर बैठे रहे, लेकिन कल जब पीएम को लगभग 15 मिनट तक इंतजार करना पड़ा तो वे इससे परेशान हो गए। ये दोहरा मापदंड क्यों? मोदी जी, आपने कहा था कि आप किसानों की आय दोगुनी कर देंगे, लेकिन उनके पास जो कुछ भी था, वह भी आपने ले लिया।