UP Election 2022: सबका साथ सबका विकास वाली BJP ने यूपी में नहीं दिया एक भी मुस्लिम को टिकट
किसी मुस्लिम उम्मीदवार (Muslim Candidate) को टिकट न दिए जाने पर भाजपा नेता जमाल सिद्दीकी ने कहा है कि पार्टी चुनाव जीतने की योग्यता के आधार पर उम्मीदवारों को टिकट देती है...
UP Election 2022: 'सबका साथ सबका विकास' का नारा देने वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने यूपी चुनाव को लेकर अब तक 294 उम्मीदवारों के टिकट फाइनल कर दिया है। खास बात ये है कि इनमें एक भी मुस्लिम उम्मीदवार शामिल नहीं है। मुस्लिम बहुल आबादी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी किसी मुस्लिम उम्मीदवार को भाजपा ने उम्मीदवार नहीं बनाया है।
अब तक किसी मुस्लिम उम्मीदवार (Muslim Candidate) को टिकट न दिए जाने पर भाजपा नेता जमाल सिद्दीकी ने कहा है कि पार्टी चुनाव जीतने की योग्यता के आधार पर उम्मीदवारों को टिकट देती है। चुनाव के बाद सरकार और पार्टी समाज के सभी वर्गों के विकास के लिए काम करती है। इस बार भी ऐसा ही किया जाएगा। एनडीए खेमे के अपना दल (एस) पार्टी से हैदर अली खान को पहली बार मुस्लिम उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा गया है। वे 2014 से अब तक यूपी में एनडीए खेमे से पहले मुस्लिम प्रत्याशी हैं।
BJP को मुस्लिम वोट दिलाने की रणनीति
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटते हुए भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने कार्यकर्ताओं को भरोसा दिलाया था कि जीतने की आधार पर वे कार्यकर्ताओं को टिकट दिलाने का प्रयास करेंगे। अल्पसंख्यक मोर्चे ने सभी मुस्लिम बहुल सीटों पर कम से कम 5000 मुस्लिम वोट भाजपा के पक्ष में दिलवाने की रणनीति बनाई थी। इसके लिए हर विधानसभा में 100 विशेष कार्यकर्ताओं को तैयार किए जाने का दावा किया गया था। मोर्चा ने दावा किया है कि वह चुनाव में पूरी तत्परता के साथ अपनी भूमिका निभा रहा है।
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने बताया कि चुनाव के समय जीत हासिल करना पार्टी की सबसे बड़ी प्राथमिकता होती है। जीत के आधार पर ही उम्मीदवारों को टिकट दिया जाता है। लेकिन चुनाव जीतने के बाद पार्टी समाज के सभी वर्गों को सरकार में भागीदारी देना सुनिश्चित करती है। पिछली बार भी 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने किसी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं थमाया था, लेकिन सरकार बनने के बाद मोहसिन रजा को पार्टी में लाकर उत्तर प्रदेश सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बनाया गया था।
लाभ सभी को मिल रहा
जमाल सिद्दीकी ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की सभी योजनाएं समाज के सभी वर्गों के लिए होती हैं। योजनाओं का लाभ पहुंचाने में धर्म, संप्रदाय, जाति, वर्ग या लिंग के आधार पर किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना, राशन योजना औऱ प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि जैसी सभी योजनाओं का लाभ अल्पसंख्यक समुदाय को भी पूरी तरह से पहुंचाया जा रहा है। भाजपा सरकारों पर कोई भेदभाव का आरोप नहीं लगा सकता।
भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए खेमे से अपना दल (एस) ने रामपुर जिले की स्वार सीट से हैदर अली खान को मैदान में उतारा है। कांग्रेस का प्रत्याशी घोषित होने के बाद हैदर अली खान पार्टी छोड़कर अपना दल (एस) की नेता अनुप्रिया पटेल के साथ आ गए हैं। भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव, 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव में किसी मुस्लिम उम्मीदवार को मैदान में नहीं उतारा था।
सपा ने 56 में 10 पर उतारे मुस्लिम प्रत्याशी
56 में से 10 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे गए हैं। इनमें डुमरियागंज से सईदा खातून, रामपुर कारखाना से गजाला लारी, गोपालपुर से नफीस अहमद, निजामाबाद से आलम बदी, सिकंदरपुर से जियाउद्दीन रिजवी, मोहम्मदी से दाऊद अहमद, तिलोई से नईम गुर्जर, फूलपुर से मुर्तज़ा सिद्दीकी, रामनगर से फरीद महफूज किदवई और भदोही से जाहिद बेग शामिल है।