UP Election 2022: स्वाति सिंह का पत्ता कटवाकर पति दयाशंकर सिंह ने बलिया नगर से झटकी टिकट

UP Election 2022: कहा जा रहा था कि आलाकमान दयाशंकर सिंह को उनके गृहनगर बलिया से विधानसभा चुनाव में उतार सकता है। कल देर शाम इस खबर पर भी आखिरकार मुहर लग ही गई...

Update: 2022-02-05 04:12 GMT

(दयाशंकर सिंह को बलिया की नगर सीट से मिला टिकट)

UP Election 2022: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सरोजिनी नगर विधानसभा (Sarojini Nagar Assembly) सीट लगातार चर्चा में बनी थी। इस सीट से पिछली बार चुनाव लड़कर विधायक और फिर योगी सरकार में मंत्री बनी स्वाति सिंह को उनके पति दयाशंकर से ही सीधी टक्कर थी। जिसके चलते स्वाति सिंह का टिकट काट दिया गया है। स्वाति सिंह का टिकट काटकर इस सीट पर राज राजेश्वर सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है।

पति पत्नी के विवाद के बाद स्वाति का पत्ता तो कटा ही दयाशंकर सिंह (Dayashankar Singh) भी यहां से टिकट नहीं ले पाए। लेकिन हमने जैसा अंदेशा जताया था और इनपुट भी इसी तरह के मिल रहे थे जिसमें कहा जा रहा था कि आलाकमान दयाशंकर सिंह को उनके गृहनगर बलिया से विधानसभा चुनाव में उतार सकता है। कल देर शाम इस खबर पर भी आखिरकार मुहर लग ही गई। और दया को बलिया नगर से टिकट मिल गया।

बताते चलें कि, पति पत्नी के एक ही सीट पर दावेदारी की खबर सबसे पहले जनज्वार ने ब्रेक की थी। हमने सिलसिलेवार ढंग से बताया था कि कैसे पति पत्नी की लड़ाई सड़क पर आ चुकी है। लखनऊ की सरोजनी नगर विधानसभा सीट पर मंत्री स्वाति सिंह और उनके पति दयाशंकर सिंह दोनों ही दावेदार थे। लेकिन अब यह साफ हो गया है कि पार्टी हाईकमान ने भरोसा किसपर जताया है।  

पति-पत्नी की लड़ाई में गंवाई सीट

सरोजनी नगर सीट पर राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार स्वाति सिंह और उनके पति भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह के बीच टिकट को लेकर खींचतान थी। स्वाति और दया शंकर दोनों बीते तीन चार महीने से सरोजनी नगर से दावेदारी करते हुए प्रचार भी कर रहे थे। स्वाति सिंह का एक व्यक्ति से बातचीत का वीडियो गत दिनों मीडिया और सोशल मीडिया में वारयल भी हुआ था। ऐसा माना जा रहा है कि पति पत्नी की लड़ाई में स्वाति सिंह का टिकट कटा है। दयाशंकर सिंह को बलिया जिले की किसी सीट से उम्मीदवार घोषित किया जा सकता है।

स्वाति सिंह और विवाद

स्वाति सिंह और विवाद साथ ही साथ चलते रहे हैं। लखनऊ में बीयर बार का उद्घाटन करने के चलते विवादों में आईं स्वाति एक सीओ को धमकाने को लेकर भी चर्चा में रहीं थीं। एक कंपनी को फर्जीवाड़ा कर टेंडर दिलवाया था। बताया यह भी जाता है कि खुद वह जिस विभाग में मंत्री थी वहां भी अपने स्टाफ से उनकी खटपट रहती थी। इसे लेकर खुद मुख्यमंत्री ने उन्हें तीन बार तलब किया था।

पहली बार जीतकर बनी थीं मंत्री

भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर की पत्नी स्वाति सिंह सरोजनी नगर से विधायक हैं। साल 2017 मे ही योगी सरकार में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाया गया था। 2017 के चुनावों में मायावती पर अपमानजनक टिप्पणी करने की वजह से दयाशंकर को पार्टी से निकाला गया था। इसके बाद उनकी पत्नी को सरोजनीनगर से उम्मीदवार बनाया गया था। तब से ही पार्टी में इन्हें महिला अध्यक्ष की भी ज़िम्मेदारी मिली थी। लेकिन मंत्री पद के बाद महिला अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। जबकि मंत्री बनने के कुछ दिन बाद से ही स्वाति सिंह और उनके पति दयशंकर सिंह के बीच अनबन की खबरे आती रही हैं। इस बार सरोजनी नगर से पति और पत्नी दोनों ही प्रत्याशी के तौर पर खुद के लिए प्रचार कर रहे थे। 

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