UP Election 2022: इस चुनाव किसी को जिताने नहीं बल्कि हराने के लिए वोट कर रही जनता, अब तक 231 का रूझान...

UP Election 2022: खुद भारतीय जनता पार्टी का आलाकमान मानकर चल रहा कि इस बार कुछ गड़बड़ है। भाजपा के तमाम दिग्गजों से लगाकर खुद प्रधानमंत्री सपा व अखिलेश पर हावी है, जो अखिलेश के पक्ष में ही जाता दिख रहा...

Update: 2022-02-24 04:55 GMT

(अब तक 231 विधानसभा में हो चुकी है वोटिंग)

UP Election 2022: साल 2017 में अब तक के चरण में भाजपा (BJP) को बहुमत हासिल हो चुका था, लेकिन इस बार के विधानसभा चुनाव 2022 की तस्वीरें बिल्कुल अलग हैं। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि इस चुनाव जनता किसी को जिताने नहीं बल्कि किसी को हराने के लिए वोट कर रही है। 

इसकी तस्वीर बननी शुरू हुई पहले तरण में। पहले चरण की वोटिंग के बाद भाजपा के कद्दावर गन्ना मंत्री ने चुनाव आयोग को दोबारा वोटिंग कराने के लिए पत्र लिखा था। खुद भारतीय जनता पार्टी का आलाकमान मानकर चल रहा कि इस बार कुछ गड़बड़ है। भाजपा के तमाम दिग्गजों से लगाकर खुद प्रधानमंत्री सपा व अखिलेश पर हावी है, जो अखिलेश के पक्ष में ही जाता दिख रहा।

पहले चरण में एक तरफा वोटिंग हुई है। दूसरे चरण में मिलाजुला रूक्षान देखने को मिलेगा। यही हाल तीसरे चरण का भी रहा। सबसे बड़ी बात ये है कि पिछले यानी 2017 के चुनाव की अपेक्षा इस दफा 2022 में वोटिंग का प्रतिशत का कुछ कम रहा है। यह बात यदि किसी के खिलाफ नहीं जा रही तो भाजपा के पक्ष में नहीं जा रही। 

अब बात करें दूसरे चरण की तो दूसरे चरण की जो वोटिंग हुई वह अधिकतर मुस्लिम बहुल इलाकों में हुआ। यह चरण भी भाजपा के पक्ष में ठीकठाक नहीं माना जा रहा। क्योंकि भाजपा के कई नेता लगातार मुस्लिमों के खिलाफ नफरत फैलाते रहे हैं। इसलिए मुस्लिम बहुल इलाकों में भाजपा को ज्यादा वोट नहीं मिला है। 

तीसरे चरण में सपा और भाजपा की जबर्दस्त टक्कर है। बसपा व कांग्रेस ने भी कहीं-कहीं मौजूदगी दर्ज कराई है। कई जगहों पर वोटिंग में गड़बड़ियों की सूचना भी मिलती रही। फिरोजाबाद में वोटर लिस्ट से कई लोगों के नाम हटने की सूचना आई। 

चौथे चरण की 59 विधानसभा सीटों पर तमाम तरह के आंकड़े रखे जा रहे। लखीमपुर खीरी कांड के बाद इस चरण ने कई समीकरण बदले हैं। अजय मिश्रा टेनी खुद अपनी विधानसभा में वोट डालने भारी सुरक्षाबल के साथ जाना पड़ा था। आशीष मिश्रा की जमानत को लेकर लोगों में भारी रोष है।

पांचवें चरण में पूर्वांचल में माना जा रहा कि भाजपा को ठीकठाक वोट प्रतिशत मिलने की संभावना बन रही है। लेकिन इसके बाद के दोनों चरणों में फिर से भाजपा को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। छठे और सातवें चरणों में मौर्या, राजभर, कुशवाहा समेत तमाम जातियां हैं जो भाजपा का गणित बिगाड़ सकती हैं। 

अब तक के चार चरणों की वोटिंग में 231 विधानसभा सीटों की वोटिंग हो चुकी है। जिसमें भाजपा की स्थिती ठीक नहीं कही जा सकती है। खासकर पिछले चुनाव यानी 2017 विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इस विधानसभा 2022 में हालात को लेकर काफी अधिक गिरावट दर्ज की गई है। राजनीतिक जानकार इस चुनाव भाजपा स्थिति पिछली बार के मुकाबिल खराब देख रहे हैं।

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