UP Election 2022: अमित शाह सलेमपुर में कल करेंगे रैली, पूर्वांचल की सीटों पर भाजपा की विशेष नजर

UP Election 2022: उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव की घोषणा के पूर्व ही भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। पार्टी पूर्वांचल की एक एक सीटों को सहेजने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है।

Update: 2021-12-23 06:48 GMT

जितेंद्र उपाध्याय की रिपोर्ट

UP Election 2022: उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव की घोषणा के पूर्व ही भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। पार्टी पूर्वांचल की एक एक सीटों को सहेजने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। ऐसे में यूपी के पूर्वोतर हिस्से के अंतिम विधानसभा सीट सलेमपुर में 24 दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रैली को संबोधित करेंगे। उधर गोरखपुर व बस्ती मंडल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह,भाजपा के राष्टीय अध्यक्ष जेपी नडडा,नितिन गडकरी माह के अंत तक व जनवरी के पहले सप्ताह में विभिन्न सभाओं को संबोधित करेंगे।

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पूर्व भाजपा के कई दिग्गज गोरखपुर-बस्ती मंडल में हुंकार भरेंगे। रैली, जनसभा और रोड शो करके चुनावी माहौल को अपने पक्ष में करने की पार्टी की रणनीति है। इसको लेकर यह सिलसिला लगातार जारी है। जिसके अगले साल तीन जनवरी तक चलने की उम्मीद है। इसके बाद ही राज्य में चुनावी अधिसूचना जारी होने के आसार हैं। इसी क्रम में भाजपा अपने चुनावी रणनीति के तहत अलग अलग इलाकों में जन विश्वास यात्रा निकाल रही है।

बलिया से मध्य प्रदेश के सीएम ने शुरू की जन विश्वास यात्रा

भाजपा के चुनावी रणनीति के तहत बलिया से 19 दिसंबर को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जन विश्वास यात्रा की शुरूआत की। यूपी के चुनाव प्रभारी व केंद्रीय शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने जन विश्वास यात्रा के तहत मऊ में 21 दिसंबर को जनसभा को संबोधित किया था। इसी क्रम में यह यात्रा 24 दिसंबर को देवरिया जिले के सलेमपुर में पहुंच रही है। इस दौरान केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह संेटपाल पब्लिक स्कूल के मैदान में रैली को संबोधित करेंगे। इसको लेकर पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष डा धर्मेंन्द्र सिंह व जिलाध्यक्ष अंतर्यामी ंिसह ने सभा स्थल का दौरा कर तैयारी का एक दिन पूर्व जायजा लिया। उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष डा. त्रिपुणायक विश्वकर्मा ने कहा कि सरकार की उपलब्धियों के बल पर एक बार फिर हम यूपी में सरकार बनाएंगे। समाज का पिछड़ा वर्ग विपक्ष के किसी भी क्षलावे में आनेवाला नहीं है। पूर्वांचल की अधिकांश सीटों पर एक बार फिर हम जीत हासिल करंेगे।

पूर्वांचल के 62 विधानसभा क्षेत्रों से गुजर रही यात्रा

पूर्वांचल के सीटों का आकलन करें तो गोरखपुर, बस्ती और आजमगढ मंडल के 62 विधानसभा क्षेत्रों से होकर भाजपा की जन विश्वास यात्रा निकाली जा रही है। यात्रा के साथ ही अलग-अलग जिलों में रैली, जनसभा और रोड शो भी हो रहा है। इस यात्रा के लिए तय किए गए सीटों के साथ यह भी कोशिश की गई है कि आसापास के अन्य विधान सभा क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं व लोगों की भागीदारी सुनिश्चित की जा सके। इसके पीछे मुख्य मकसद कार्यकर्ताओं में उत्साह पैदा करने के साथ ही सरकार की उपलब्धियों को जनता के बीच गिनाना है। इसके तहत 24 दिसंबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह देवरिया के सलेमपुर में गरजेंगे। पार्टी के अनुसार यहां बड़ी रैली होगी। जिसमें देवरिया,बलिया,मउ जिले के कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे। इसकी तैयारियों में भाजपा के क्षेत्रीय पदाधिकारी जुटे हैं। 26 दिसंबर को गोरखपुर में रोड शो किया जाएगा। इसमें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह या केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के आने की संभावना है। 30 दिसंबर को महराजगंज के फरेंदा में जनसभा होगी। इसमें 50 हजार से ज्यादा लोगों को शामिल होने की उम्मीद है। क्षेत्रीय उपाध्यक्ष विश्वजितांशु सिंह आशु को प्रभारी बनाकर रैली सफल बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। जनसभा को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संबोधित करेंगे। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा एक जनवरी को संतकबीरनगर आ सकते हैं। संतकबीरनगर के खलीलाबाद में जनसभा होनी है। जन विश्वास यात्रा का समापन तीन जनवरी को बस्ती में होगा। समापन के साथ ही बड़ी रैली होगी। इसमें केंद्रीय मंत्री व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शिरकत कर सकते हैं।

पूर्वांचल की 164 विधानसभा सीटों पर बीजेपी की नजर

यूपी की सियासत से वाकिफ लोगों का मानना है कि पूर्वांचल की सीटों पर जिसकी भी बड़ी जीत मिलती है,उसे ही राज्य की सत्ता हासिल होती है। पिछले तीन विधान सभा चुनावों की तस्वीरों का आकलन करेें तो यह कयास सही साबित होते दिख रही है। 2017 और उससे पहले राममंदिर लहर में 1991 में पूर्वांचल बीजेपी के साथ खड़ा दिखाई दिया था। अब बीजेपी उन्ही समीकरणों को वापस बहाल करना चाहती है। गौरतलब हो कि 2017 विधानसभा चुनाव में पूर्वांचल और आसपास के जिलों की कुल 164 सीटों में से बीजेपी को 115 पर फतह मिली थी। सपा को 17, बीएसपी को 14 और कांग्रेस को मात्र 2 सीटें मिली थीं। इसी तरह 2012 चुनाव में सपा को इस क्षेत्र में 102 सीटें, बीजेपी को 17, बीएसपी को 22 और कांग्रेस को 15 सीटें मिली थीं। 2007 में जब मायावती यूपी में पूर्ण बहुमत के साथ आईं तो पूर्वांचल में उनकी पार्टी 85 सीटें जीतने में कामयाब रही। सपा को 48, बीजेपी को 13, कांग्रेस को 9 और अन्य को 4 सीटें मिली थीं।पूर्वांचल एक्सप्रेस वे और कुशीनगर एयरपोर्ट और अब सरयू नहर परियोजना के जरिए बीजेपी पूर्वांचल की 164 विधानसभा सीटों पर अपना सिक्का जमाने की तैयारी में है। पूर्वांचल में यूपी की 33 फीसदी विधानसभा सीटें आती हैं।

पूर्वांचल के इन जिलों पर है सभी की नजर

वाराणसी, जौनपुर, भदोही, मिजार्पुर, सोनभद्र, प्रयागराज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, महाराजगंज, संतकबीरनगर, बस्ती, आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर, बलिया, सिद्धार्थनगर, चंदौली, अयोध्या, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच सुल्तानपुर, अमेठी, प्रतापगढ़, कौशांबी और अंबेडकरनगर पर सभी दलों की नजर है।

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