UP Election 2022 : कांग्रेस का गिरा एक और विकेट, पूर्व सांसद राकेश सचान ने थामा BJP का दामन
UP Election 2022 : कानपुर की घाटमपुर (Ghatampur) सीट से 1993 और 2002 में विधायक रहे राकेश सचान ने कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है....
मनीष दुबे की रिपोर्ट
UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश चुनाव में दल बदल की राजनीतिक की बयार कुछ अधिक ही तेजी से बह रही है। कानपुर ग्रामीण की राजनीति में कद्दावर नेताओं में गिने जाने वाले राकेश सचान (Rakesh Sachan) ने कांग्रेस का हाथ छोड़कर अब भाजपा (BJP) का दामन थाम लिया है। इससे पहले वह सपा (Samajwadi Party) छोड़कर कांग्रेस (Congress) में शामिल हुए थे। माना जा रहा है कांग्रेस में टिकट दावेदारी को दरकिनार किए जाने से नाराजगी के बाद उन्होंने यह फैसला लिया है।
कानपुर की घाटमपुर (Ghatampur) सीट से 1993 और 2002 में विधायक रहे राकेश सचान ने कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। राकेश सचान ने वर्ष 2009 में फतेहपुर सीट से समाजवादी पार्टी से लोकसभा का चुनाव जीता था। इसके बाद 2019 में टिकट ना मिलने पर नाराज होकर वह सपा की साइकिल से उतर गए थे और समाजवादी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। अब जब उन्होंने कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया है तब उनकी पत्नी सीमा सचान (Seema Sachan) को भोगनीपुर से भाजपा का उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चाएं तेज हो गई हैं।
पहले से थी चर्चा
यूपी कांग्रेस कमेटी (UPCC) के महासचिव और फतेहपुर के पूर्व सांसद राकेश सचान कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वॉइन करने की चर्चा राजनीतिक गलियारों में पहले से चल रही है। पूर्व सांसद ने 2019 लोकसभा चुनाव में सपा छोड़ कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी। कांग्रेस की टिकट पर फतेहपुर से लोकसभा चुनाव लड़े थे, लेकिन उन्हें बीजेपी की साध्वी निरंजन ज्योति के सामने हार का सामना करना पड़ा था। इससे पहले पूर्व सांसद मुलायम सिंह के भी करीबी रह चुके हैं।
पत्नी की टिकट के लिए छोड़ी कांग्रेस
कानपुर और कानपुर-बुंदेलखंड में चर्चा है कि पूर्व सांसद अपनी पत्नी सीमा सचान के लिए कानपुर देहात की भोगनीपुर सीट से टिकट मांग रहे हैं। सूत्रों की मानें तो यदि बीजेपी से टिकट फाइनल हो जाता है तो पूर्व सांसद कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लेंगे। कानपुर देहात की भोगनीपुर विधानसभा सीट से 2017 में विनोद कटियार विधायक बने थे। दरअसल, भोगनीपुर सीट कटियार बाहुल क्षेत्र है और बीजेपी का गढ़ है।
राकेश सचान का राजनीतिक कॅरियर
राकेश सचान 1993 और 2002 में घाटमपुर विधानसभा से विधायक रह चुके हैं। शिवपाल सिंह यादव के कहने पर मुलायम सिंह ने राकेश सचान को 2009 में फतेहपुर लोकसभा सीट से कैंडिडेट बनाया गया था। राकेश सचान ने बसपा के महेंद्र प्रसाद निषाद को लगभग एक लाख वोटों से हराया था। इस जीत के बाद राकेश सचान मुलायम सिंह और शिवपाल सिंह के बेहद करीबी बन गए थे।
इसलिए छोड़ी समाजवादी पार्टी
लोकसभा चुनाव 2019 से पहले सपा-बसपा के बीच गठबंधन हुआ था, जिसमें फतेहपुर लोकसभा सीट बसपा के खाते में चली गई थी। जिसकी वजह से पूर्व सांसद नाराज थे। पूर्व सांसद ने एसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी बात की थी, लेकिन उन्हें किसी प्रकार को ठोस अश्वासन नहीं मिला था। जिसकी वहज से उन्होंने एसपी छोड़ दी थी।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Election 2022) का ऐलान चुनाव आयोग ने 8 जनवरी को किया था। 403 सीटों वाली 18वीं विधानसभा के लिए 10 फरवरी से 7 मार्च तक सात चरणों में वोट पड़ेंगे। 10 मार्च को चुनाव के नतीजे आएंगे। यूपी में सात चरणों (Seven Phase) के तहत 10 फरवरी, 14 फरवरी, 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च और 7 मार्च को मतदान (Voting) होगा।
10 फरवरी को पहले चरण में पश्चिम यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर, दूसरा चरण 14 फरवरी को 9 जिलों की 55 सीटों पर, 20 फरवरी को तीसरे चरण में 16 जिलों की 59 सीटों पर मतदान होगा। चौथे चरण में मतदान 23 फरवरी को लखनऊ सहित 9 जिलों की 60 सीटों पर होगा। पांचवे चरण में 27 फरवरी को 11 जिलों की 60 सीटों पर, छठे चरण में 3 मार्च को 10 जिलों की 57 सीटों पर और सातवें और अंतिम चरण का मतदान 7 मार्च को 9 जिलों की 54 सीटों पर किया जाएगा। बता दें कि 17वीं विधानसभा का कार्यकाल 15 मई तक है।