UP Election 2022 : दूसरे चरण में 55 सीटों पर होगा मतदान, इन कद्दावर नेताओं की होगी परीक्षा

UP Election 2022 : दूसरे चरण में प्रदेश के नौ जिलों की 55 सीटों पर मतदान होगा, इसमें कई कद्दावर नेताओं की साख दांव पर लगी है....

Update: 2022-02-12 09:56 GMT

(महोबा सीट पर सपा-बसपा के दांव ने बढ़ाई भाजपा उम्मीदवार की मुश्किलें)

UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश में पहले चरण का मतदान संपन्न हो चुका है। अब सभी सियासी दलों की निगाहें दूसरे चरण (UP Second Phase Election Voting) की ओर हैं। सभी की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। दूसरे चरण में प्रदेश नौ जिले की 55 सीटों पर मतदान होना है। दूसरे चरण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath), सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi)  समेत कई विपक्षी कद्दावर नेताओ की परीक्षा होगी।

दूसरे चतरण में सहारनपुर, अमरोहा, बिजनौर, संभल, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, बदायूं और शाहजहांपुर की 55 सीटों पर मतदान होगा। इस चरण में जहां योगी सरकार के मंत्री सुरेश खन्ना (UP Minister Suresh Khanna) और गुलाव देवी अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। वहीं रामपुर से आजम खान (Azam Khan) और स्वार सीट से उनके बेटे अब्दुल्ला आजम के सामने अपना गढ़ बचाने की परीक्षा है। भाजपा छोड़कर सपा में शामिल होने वाले धर्म सिंह सैनी (Dharm Singh Saini) पर भी जीत सुनिश्चित करने का काफी दबाव है। वहीं सपा के कद्दावर नेता महबूब अली भी विरोधियों को मात देने के लिए मैदान में हैं।

इस चरण में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के आजम खान ने फिर रामपुर सीट से दावेदारी पेश की है। आजम खान का समाजवादी पार्टी की सरकार में अपना जलवा बरकार था, वह मुलायम सिंह से लेकर अखिलेश यादव तक की सरकार में मंत्री रहे हैं। इस सीट पर आजम खान ने 1980 के बाद से हार का सामना नहीं किया है। समजवादी पार्टी को बनाने में आजम खान की अहम भूमिका रही है। वह नौ बार इस सीट पर विधायक रह चुके हैं। 

वहीं उनके बेटे सपा के टिकट पर स्वार सीट चुनाव लड़ रहे हैं। आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम हाल ही में चुनाव से पहले जेल से बाहर आए हैं। साल 2017 में वह विधायक बने लेकिन गलत उम्र बताने के चलते एमपी एमएलए कोर्ट ने उनकी विधायकी रद्द कर दी थी। उनका मुकाबला भाजपा गठबंधन के उम्मीदवार हैदर अली खान, बसपा के शंकरपाल और कांग्रेस के राम रक्षपाल सिंह से होगा। 

समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री महबूब अली अमरोहा सीट से चुनावी मैदान में हैं लेकिन वह यहां चुनावी समीकरण बनाने में कामयाब होते दिख रहे हैं। दरअसल चर्चा है कि महबूब अली ने ही कांग्रेस उम्मीदवार सलीम खान को अखिलेश यादव से मिलवाकर सपा में शामिल कराया। दूसरी तरफ उनका मुकाबला भाजपा की ओर से खड़े राम सिंह सैनी और बसपा के नवीद अयाज से होगा।

वहीं शाहजहांपुर की सदर सीट पर दूसरे चरण में मतदान होना है। इस सीट पर योगी सरकरा के मंत्री सुरेश खन्ना भाजपा के उम्मीदवार हैं। 2017 के चुनाव में उन्होंने सपा के उम्मीदवार को 16000 मतों से हराया था। वह 1989 से लगातार इस सीट पर जीतते आ रहे हैं। इस बार उनका मुकाबला सपा के तनवीर खान, कांग्रेस की पूनम पांडे और बसपा के सर्वेश चंद्र से है।

इसके अलावा योगी सरकार में मंत्री पद छोड़ने के बाद सपा में शामिल होने वाले धर्म सिंह सैनी पर भी सभी निगाहें टिकी हैं। धर्म सिंह सैनी सहारनपुर की नकुड़ सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला भाजपा के उम्मीदवार मुकेश चौधरी से होगा। 2012 में धर्म सिंह सैनी ने बसपा और 2017 के चुनाव में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था और दोनों में जीत हासिल कर विधायक बने थे।

वहीं योगी सरकार में राज्य मंत्री गुलाब देवी चंदौसी सीट से मैदान में हैं। इस बार उनकी हार जीत को लेकर काफी चर्चा हो रही है। उनका मुकाबला सपा की विमलेश कुमारी, बसपा के रणविजय सिंह और कांग्रेस की मिथिलेश कुमारी से होगा।

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