UP Election Result News : सिर्फ 5 लाख और वोट मिलने से यूपी में बन जाती अखिलेश की सरकार, जानें कैसे

UP Election Result News : सपा 77 सीटों पर 200 से 13000 के अंतर से हारी है। इन सीटों को जीतने के लिए उसे सिर्फ 4,96,408 वोट की जरूरत थी।

Update: 2022-03-13 04:27 GMT

UP MLC Election Results 2022 : क्या चाचा शिवपाल और आजम ने अखिलेश की रणनीति को कर दिया बेदम जिससे सपा खाता भी नहीं खोल पायी?

UP Election Result News : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अंतिम समय में अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) की समाजवादी पार्टी ( Samajwadi party  ) सियासी गच्चा खा गई। इसका सीधा असर यह हुआ कि सपा सत्ता में वापसी नहीं कर पाई और योगी आदित्यनाथ ( Yogi Adityanath ) यानि भाजपा की सरकार यूपी में दोबारा बन गई। इसी के साथ भाजपा ( BJP )  ने 37 साल दोबारा सत्ताधारी पार्टी का सरकार न बना पाने का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। अब सपा में इस बात पर मंथन जारी है कि पार्टी चुनाव उतार-चढ़ाव के बीच कहां चूक गई और उसे जादुई आंकड़ा नहीं मिल पाया।

सबसे ज्यादा सीटें जीतकर भाजपा नंबर वन और सपा दूसरे नंबर पर अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) की पार्टी रही। वोटों की गणित को समझने के क्रम में इस बात का खुलासा हुआ कि सपा 77 सीटों पर 200 से 13000 के अंतर से हारी है। इन सीटों को जीतने के लिए उसे सिर्फ 4,96,408 वोट की जरूरत थी। मतलब ये कि अगर सपा को पांच लाख वोट और मिल जाते तो गठबंधन के सहारे वह 202 के आंकड़े तक पहुंच जाती और सरकार बना लेती।

ये है वोटों का गणित

उत्तर प्रदेश में कुल 403 विधानसभा सीटें हैं। विधायकों की कुल संख्या के लिहाज से सरकार बनाने के लिए यूपी में किसी भी पार्टी को 202 सीटों की जरूरत होती है। भाजपा को 41.03 फीसदी यानि 3,80,51,721 वोट मिला। इन वोटों के सहारे वह 255 सीट पाने में कामयाब रही। सपा को कुल वोट 32.06 फीसदी यानी 2,95,43,934 मत मिले। इससे सपा गठबंधन को 125 सीटें मिली। सत्ता तक पहुंचने के लिए उसे 77 सीटों की और जरूरत थी, लेकिन वहां तक नहीं पहुंच सकी।

इन सीटों पर सपा 200 से एक हजार वोटों के अंतर से हारी

धामपुर में 203, कुर्सी में 217, बीसलपुर में 307, नकुड़ में 315, कटरा में 357, शाहगंज में 719, मुरादाबाद नगर में 728, सुल्तानपुर 1009, मानिकपुर में 1048 और छिबरामऊ में 1111 वोटों के अंतर से सपा हार गई।

1000 से 5000 के फासले से हारने वाली सीटें

मड़ियाहूं, सीतापुर, बदलापुर, श्रावस्ती, औराई, सलोन, फूलपुर, बिंदकी, अलीगंज, इटावा, बहराइच, जलेसर, मधुबन, जलालाबाद, तिर्वा, भोगांव, मोहम्मदी हैं।

5 से 10 हजार के बीच वाली सीटें

कोल, महमूदाबाद, मेंहदावल, खागा, बीकापुर, राबर्टसगंज, मिलक, कन्नौज, ज्ञानपुर, दुद्धी, शाहाबाद, गोंडा, नरैनी, मैनपुरी, पीलीभीत, देवबंद, रायबरेली, हस्तिनापुर, सहारनपुर नगर, मलिहाबाद, मेरठ दक्षिण, गोपामऊ, जौनपुर, सिकंदरराव, सांडी, नवाबगंज, चकिया, शाहजहांपुर, करछना, दातागंज, लंभुआ, ददरौला व सिधौली है।

10 से 13 हजार वाली सीटें

बिसवां, वाराणसी दक्षिण, बरेली कैंट, सैयदराजा, बलरामपुर, बदायूं, धनौरा, भोगनीपुर, पयागपुर, महोली, नानपारा, बारा, खलीलाबाद, धौलाना, अलीगढ़ व आयाशाह है।

Tags:    

Similar News