Uttarakhand Election 2022 : चारों धाम पर तीर्थ पुरोहितों ने ठोका राजनीतिक दावा, दो पर टिकट की इच्छा, भाजपा को फिर डाला सांसत में
Uttarakhand Election 2022 : केदारनाथ के पुरोहित संतोष त्रिवेदी ने बदरी केदार समिति में तीर्थ पुरोहितों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि लगातार उपेक्षित होने के कारण ही तीर्थ-पुरोहित पिछले कुछ सालों से अपनी राजनैतिक हिस्सेदारी की मांग कर रहे हैं....
Uttarakhand Election 2022 : विधानसभा चुनाव के लिए उत्तराखंड में टिकट वितरण की जद्दोजहद से गुजर रही भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लिए एक बार फिर उत्तराखण्ड (Uttarakhand) के तीर्थ-पुरोहितों ने मुश्किल खड़ी कर दी। पुरोहितों ने राज्य के चारो धामों को सांस्कृतिक रूप से अपने से जुड़े होने का दावा करते हुए इन विधानसभाओं पर अपने लिए टिकट की मांग की है। तीर्थ पुरोहितों ने भाजपा को टिकट नहीं तो वोट नहीं की धमकी दी है।
तीर्थ पुरोहितों ने चुनाव से पहले राज्य के चारों धाम केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री, यमनोत्री की विधानसभा सीटों पर अपनी दावेदारी ठोक दी है। तीर्थ पुरोहितों ने इनमें से कम से कम दो सीटों पर अपने कैंडिडेटों को टिकट देने की मांग की है।
केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) के तीर्थ पुरोहितों ने भाजपा से चारों धाम की विधानसभाओं में से 2 सीटों पर तीर्थ पुरोहितों को टिकट देने की मांग करते हुए चेतावनी दी है कि दो सीटों पर अगर उनका प्रत्याशी न हुआ तो भारतीय जनता पार्टी को पुरोहितों का एक भी वोट नही मिलेगा।
तीर्थ पुरोहितों ने कहा है कि पुरोहित हमेशा भाजपा के साथ रहे हैं। लेकिन इस बार वह लंबे समय के बाद राज्य में सीधी राजनैतिक हिस्सेदारी की मांग उठा रहे हैं।
केदारनाथ के पुरोहित संतोष त्रिवेदी ने बदरी केदार समिति में तीर्थ पुरोहितों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि लगातार उपेक्षित होने के कारण ही तीर्थ-पुरोहित पिछले कुछ सालों से अपनी राजनैतिक हिस्सेदारी की मांग कर रहे हैं। चुनाव नज़दीक आने पर अब वह भाजपा से स्पष्ट होकर अपनी इस मांग को दोहरा रहे हैं।
पुरोहितों का कहना है कि भाजपा ने देवस्थानम बोर्ड भंग कर बदरी-केदार मंदिर समिति में अपने कार्यकर्ता को अध्यक्ष के तौर पर बिठा दिया। ऐसे में तीर्थ पुरोहितों की विधानसभा चुनाव में टिकट की मांग वाजिब है। उन्हें भी उनका हक मिलना चाहिए।