Uttarakhand Election 2022 : उत्तराखण्ड कांग्रेस के इन प्रत्याशियों की सोमवार शाम तक होगी घोषणा

Uttarakhand Election 2022 : कांग्रेस में भी टिकट बंटवारे को लेकर कई अहम बैठकों के बाद आधे से अधिक नामों पर सहमति बन चुकी है। कुछ सीटें ऐसी हैं जिनमें हरीश रावत व प्रीतम सिंह कैम्प में गतिरोध बना हुआ है...

Update: 2021-12-31 14:22 GMT

(कांग्रेस कल उम्मीदवारों के नामों की करेगी घोषणा

सलीम मलिक की रिपोर्ट

Uttarakhand Election 2022 : उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव के लिए राज्य में हालांकि अभी चुनाव आचार संहिता लागू नहीं हुई है। लेकिन दोनों मुख्य पार्टियों ने अपने चुनावी प्रत्याशियों की सूची को फिल्टर करना शुरू कर दिया है। सत्ताधारी दल भाजपा (BJP) ने टिकट बंटवारे के लिए तीन स्लैब बनाये हैं। पहले स्लैब में पार्टी के मौजूदा कद्दावर विधायक जो अपनी सीट निकाल सकते हैं, उन सहित कई अन्य प्रमुख प्रदेशस्तरीय नेताओं को रखा है।

आंतरिक सर्वे में खराब पोजिशन वाले विधायकों को प्रत्याशी बदलने के लिहाज से दूसरे स्लैब व कांग्रेस (Congress) विधायकों के कब्जे वाली सीटों को तीसरे स्लैब में रखा गया है। भाजपा में पहले स्लैब की सीटों पर होने वाला मंथन करीब-करीब पूरा हो चुका है। चुनाव आचार संहिता लगते ही यह सूची जारी हो जाएगी।

कांग्रेस में भी टिकट बंटवारे को लेकर कई अहम बैठकों के बाद आधे से अधिक नामों पर सहमति बन चुकी है। कुछ सीटें ऐसी हैं जिनमें हरीश रावत (Harish Rawat) व प्रीतम सिंह (Pritam Singh) कैम्प में गतिरोध बना हुआ है। लेकिन ज्यादातर सीटों पर सहमति होने के कारण कांग्रेस इस सूची को सोमवार की शाम तक जारी कर सकती है।

पहले इस सूची को रविवार के दिन जारी करने की बात हो रही थी। लेकिन सोमवार को उत्तराखण्ड हाईकोर्ट (Uttarakhand High Court) से विधानसभा चुनाव की बाबत आने वाले एक संभावित अहम फैसले की वजह से पार्टी में इस सूची को एक दिन बाद सोमवार को जारी करने पर सहमति बनी है।

बता दे कि नैनीताल हाईकोर्ट में राज्य में विधानसभा चुनाव स्थगित किए जाने को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई चल रही है। कोर्ट ने केंद्रीय चुनाव आयोग को नोटिस जारी करते हुए मामले में जवाब पेश करने को कहा है। यह सुनवाई कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजय कुमार मिश्रा और न्यायमूर्ति एनएस धानिक की खंडपीठ में चल रही है।

संक्षेप में इस केस का विवरण यह है कि अधिवक्ता शिव भट्ट ने पूर्व से विचाराधीन याचिका में अपना प्रार्थना पत्र पेश कर राजनीतिक दलों द्वारा कोविड नियमों को धता बताते हुए की जा रही रैलियों से कोरोना संक्रमण फैलने की पूरी आशंका बताते हुए चुनाव स्थगित किये जाने की मांग की है।

अधिवक्ता भट्ट ने कहा है कि विधानसभा चुनाव स्थगित करने के लिए केंद्रीय चुनाव आयोग को निर्देश दिए जाएं। इस मामले में कोर्ट ने केंद्रीय चुनाव आयोग को नोटिस जारी करते हुए जवाब पेश करने के निर्देश देते हुए अगली सुनवाई के लिए तीन जनवरी की तिथि तय की है।

न्यायालय में चल रहे मामले के कारण ही कांग्रेस ने पूर्व में रविवार को जारी होने वाली सूची को और अगले चौबीस घण्टे के लिए रोक लिया है। सोमवार को न्यायालय का चुनाव अनुकूल निर्णय आते ही इस सूची को जारी कर दिया जाएगा।

मोटा-मोटी जिन लोगों को टिकट दिए जाने पर सहमति बन चुकी है उनमें कांग्रेस के सभी पूर्व व वर्तमान बड़े चेहरे, सभी कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष व मौजूदा विधायकों के नाम हैं। नेतापुत्र व नेतापुत्रियों को भी टिकट दिए जाने के नाम पर सहमति होने के कारण चार बड़े चेहरों के परिवार को भी टिकट दिए जाने की बात सूत्र कह रहे हैं।

कांग्रेस की पहली सूची में जिन नामों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है, उसमें चुनाव अभियान समिति के मुखिया हरीश रावत व उनकी पुत्री अनुपमा रावत, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह व उनके पुत्र अभिषेक सिंह, उपनेता करन मेहरा, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रणजीत रावत व उनके पुत्र विक्रम रावत, तिलकराज बेहड़, प्रो. जीतराम, भुवन कापड़ी, वर्तमान विधायक गोविन्द सिंह कुंजवाल, आदेश चौहान, हरीश धामी, काजी निज़ामुद्दीन, ममता राकेश, फुरकान अहमद, राजकुमार, मनोज रावत, भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए यशपाल आर्य व उनके विधायक पुत्र संजीव आर्य, इंदिरा ह्रदयेश के पुत्र सुमित ह्रदयेश के अलावा आर्यन शर्मा, मयूख महर, ललित फर्सवाण, मदन बिष्ट, महेश शर्मा, हेमेश खर्कवाल, यशपाल राणा, सुरेन्द्र सिंह नेगी, किशोर उपाध्याय, शूरवीर सजवाण, विजयपाल नेगी, राजेंद्र भंडारी, दिनेश अग्रवाल, नवप्रभात, मंत्री प्रसाद नैथानी, ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी आदि के नाम बताए जा रहे हैं।

Tags:    

Similar News